अर्जुन रामपाल की मां का निधन, अंतिम संस्कार में एक साथ दिखी गर्लफ्रेंड और Ex वाइफ

अर्जुन रामपाल की मां ग्वेन रामपाल का निधन हो गया। इस मौके पर अर्जुन रामपाल की पूर्व पत्नी मेहर जेसिया,गर्लफ्रेंड गैब्रिएला भी नजर आई...

बॉलीवुड स्टार अर्जुन रामपाल की मां ग्वेन रामपाल का निधन हो गया है। इस मौके पर बॉलीवुड के सिलेब्रिटीज और अर्जुन रामपाल की पूर्व पत्नी मेहर जेसिया, उनकी दोनों बेटियां महिका और मायरा रामपाल भी मौजूद रहे। वहीं उनकी गर्लफ्रेंड गैब्रिएला भी नजर आई।

ग्वेन रामपाल काफी समय से कैंसर से जूझ रही थी। अर्जुन रामपाल ने सोशल मीडिया में ये जानकारी साझा की थी कि उनकी मां को कैंसर हुआ था। लेकिन 10 महीने बाद फिर से वो पनप रहा है। जिसके चलते रविवार को उनकी मां ग्वेन रामपाल का निधन हो गया।

बताते चलें कि अर्जुन रामपाल और मेहर जेसिया की 20 साल की शादी टूट गयी है और लोगों को इस बारे में कोई हैरानी नहीं हुई है| बहुत से लोग ये अंदाजा लगा चुके थे कि ऐसा होने ही वाला था| अर्जुन कपूर ने अपनी शादी को खत्म करने की ऑफिसियल अनाउंसमेंट की थी| भले ही उनकी शादी के टूटने की खबरें अब आयीं हो लेकिन रिपोर्ट्स की माने तो दोनों अभी नहीं बल्कि 3 महीने से अलग रह रहे थे| उनका घर फ्लैट बांद्रा में है मगर तीन महीने पहले अर्जुन इस घर से अलग हो गए थे|

यही नहीं बल्कि ऐसा कहा जा रहा है कि अर्जुन ने मेहर से अलग होने में इतना समय इसलिए लिया क्योंकि दोनों ही अपनी बेटियों के बड़े होने का इंतजार कर रहे थे। अर्जुन और मेहर की दो बेटियां मायरा और माहिका हैं| दोनों बेटियां अपने पैरेंट्स के काफी करीब हैं|

दरअसल रितिक और अर्जुन एक समय पर फैमिली फ्रेंड्स थे। सुजैन खान और मेहर जेसिया भी अक्सर पार्टीज में साथ देखी जाती थीं। हालांकि चार साल पहले रितिक-सुजैन का तलाक हो गया और उस वक्त यह खबरें आईं थी कि इस अलगाव की वजह अर्जुन रामपाल हैं। अर्जुन रामपाल और सुजैन खान के अफेयर के चलते एक पार्टी में मेहर और सुजैन के बीच भी झगड़े की खबरें आई थीं।

जबकि अर्जुन और मेहर ने अपने रिश्ते को दूसरा मौका देने की पूरी कोशिश की। रिश्ता खत्म न हो इसलिए दोनों अपनी बेटियों के साथ कई ट्रिप पर भी गए, अच्छा वक्त भी बिताया, लेकिन स्थिति सामान्य नहीं हो पाई।अर्जुन और मेहर की शादी 1998 में हुई थी। अर्जुन रामपाल और मेहर की की दो बेट‍ियां माहिका और माहिरा हैं।

कविता सिंह :विवाह के लिए 36 गुण होते हैं, ऐसा फ़िल्मों में दिखाते हैं, पर लिखने के लिए 36 गुण भी कम हैं। पर लेखन के लिए थोड़े बहुत गुण तो है हीं। बाकी उम्र के साथ-साथ आ जायेंगे।