कश्मीरी पंडितों के नरसंहार पर अशोक पंडित का झलका दर्द, शहीद नेता टीका लाल टपलू को किया याद!

जम्मू- कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद से ही कश्मीर पंडित अपने घर वापसी हो रही हैं. इस बीच फिल्ममेकर अशोक पंडित (Ashok Pandit) ने कश्मीर के शहीद नेता टीकालाल टपलू (Tika Lal Taplu) को याद करते हुए ट्वीट किया है.

Leader Tika Lal Taplu: बॉलीवुड फिल्ममेकर अशोक पंडित सोशल मीडिया हैंडल पर काफी एक्टिव रहते हैं. अशोक पंडित आए दिन अपने बेबाक अंदाज से अपने सोशल मीडिया हैंडल पर अपनी राय पेश करते रहते हैं. वहीं अशोक पंडित (Ashok Pandit) फिल्म इंडस्ट्री से लेकर देश के मुद्दों पर बोलते नजर आते रहते रहे हैं. हाल ही में फिल्म ‘काली’ के पोस्टर और प्रोड्यूसर लीना मणिमेकलाई (Leena Manimekalai) को लेकर जबरदस्त विरोध हुआ था. जिसको लेकर भी अशोक ने अपनी भड़ास निकली थी. वहीं अब कश्मीरी पंडितों की बात करते हुए अशोक पंडित (Ashok Pandit) ने अपना एक ट्वीट शेयर किया है. इस ट्वीट में उन्होंने कश्मीरी शहीद नेता टीका लाल टपलू को याद किया है.


नेता टीकालाल टपलू को किया याद :

हाल ही में जम्मू- कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद से ही कश्मीर पंडित अपने घर वापसी कर रहे हैं. इस बीच फिल्ममेकर अशोक पंडित (Ashok Pandit) ने कश्मीर के शहीद नेता टीकालाल टपलू (Tika Lal Taplu) को याद करते हुए ट्वीट किया है. अशोक ने अपने ट्विटर हैंडल पर कश्मीरों का दर्द बयां करते हुए एक वीडियो शेयर किया है और कैप्शन में लिखा कि, ‘आज ही के दिन 14 सितंबर 1989 के दिन एक बहुत ही प्रसिद्ध कश्मीरी पंडित नेता आदर्णिया टीकालाल टपलू (Tika Lal Taplu) को आतंकवादियों ने मार गिराया था. उसके बाद भी कश्मीरी पंडितों की हत्याएं जारी रहीं और हमें अब तक का सबसे भीषण नरसंहार और सामूहिक पलायन का सामना करना पड़ा. #शहीद दिवस’. अशोक पंडित अक्सर कश्मीरी पंडितों का दर्द साझा किया करते हैं. इस वीडियो को यूजर्स अपनी प्रतिक्रिया पेश कर रहे हैं. यह भी पढ़े: ऋषभ पंत से माफ़ी मांगने के बाद मुकर गईं उर्वशी रौतेला, बताया किसी और के लिए थी उनकी ‘Sorry’

कौन थे टीकालाल टपलू:

आपको बता दें, नेता टीकालाल टपलू (Tika Lal Taplu) 90 के दशक में कश्मीरी पंडितों में सबसे जाना माना चेहरा थे. टीकालाल टपलू वो शख्स थे जिन्हें इस्लाम आतंकियों ने निशाना बनाया था. टीकालाल की 14 सितंबर 1989 यानि आज से ठीक 33 साल पहले कश्मीर में हत्या कर दी गई थी. जानकारी के मुताबिक, नेता टीकालाल टपलू (Tika Lal Taplu) की हत्या के बाद से घाटी में आंतकवादी घटनाएं ज्यादा बढ़ गईं थी. उसके बाद वहां के पंडितों को पलायन के लिए मजबूर होना पड़ा.

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Shikha Trivedi :हम उत्तर प्रदेश के लखनऊ जिले से हैं. मौजूदा समय में करीब पांच साल से पत्रकारिता जगत में खुद के काम को बेहतर बनाने की कोशिश जारी है. वर्तमान में मनोरंजन जगत से नवीनतम समाचारों और रुझानों को कवर करने के लिए काम कर रहे हैं, साथ ही खुद के काम और बॉलीवुड की दुनिया से काफी लगाव सा है. हमारी संस्था हिंदीरश ने हमारे काम की सराहना की है, इसलिए हम और बेहतर करने की लगन में हैं. फिलहाल उत्तर प्रदेश के होने के कारण थोड़ा बहुत राजनितिक जगत से भी लगाव है.