क्या चोरी की कहानी पर बनी है आयुष्मान खुराना की ‘बधाई हो’? एक लेखक ने दर्ज कराई शिकायत

फिल्म 'बधाई हो' टीम पर कहानी चोरी करने का आरोप लगा है। छत्तीसगढ़ के लेखक पारितोष चक्रवर्ती ने निर्माता पर रायपुर के पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है।

फिल्म ‘बधाई हो’ भले ही पर्दे पर कमाल कर रही है। लोगों का दिल जीत रही है। आयुष्मान खुराना, सान्या मल्होत्रा, नीना गुप्ता और गजराज राव वाह वाही बटोर रहे हैं। इसी बीच एक निराश करने वाली खबर आ रही है। आरोप लगा है कि फिल्म की कहानी चोरी की गई है। छत्तीसगढ़ के लेखक और पत्रकार पारितोष चक्रवर्ती ने फिल्म ‘बधाई हो’ के निर्माता, निर्देशक और लेखक पर उनकी कहानी चुराकर फिल्म बनाने का गंभीर आरोप लगाया है। चक्रवर्ती ने रायपुर के पंडरी थाने में एक प्राथमिकी दर्ज कराई है। ये फिल्म पिछले सप्ताह रिलीज हुई है। इसके बाद फिल्म ‘बधाई हो’ के निर्माता, निर्देशक और लेखक की थोड़ी किरकिरी होती दिख रही है।

पंडरी थाने के प्रभारी सोनल ग्वाला के मुताबिक, लिखित शिकायत मिली है और उस पर जांच की जा रही है। उन्होंने कहा, “शिकायत में पारितोष चक्रवर्ती ने आरोप लगाया है कि 19 साल पहले प्रकाशित उनकी कहानी संग्रह ‘घर बुनते हुए’ प्रकाशित की गई। उसी में ‘जड़’ नामक कहानी भी है। ‘जड़’ कहानी को चुरा कर फिल्म ‘बधाई हो’ बनाई गई है।” अब इस मामले के सामने आने के बाद कॉपीराइट उल्लंघन का मामला बनता दिख रहा है। इसके साथ ही इस पर कई अन्य धराओं के तहत कार्रवाई भी की जा सकती है। संभावना है कि इसको लेकर केस भी दर्ज किया जा सकता है।

यहां भी छपी थी कहानी
इसके अलावा पारितोष चक्रवर्ती ने बताया है कि वर्ष 1998 में आनंद बाजार पत्रिका समूह की पत्रिका सुनंदा और हिन्दी साप्ताहिक पत्रिका कादम्बिनी में ‘जड़’ कहानी का बांग्ला अनुवाद छपा था। इस कहानी को बिना अनुमति फिल्म में हूबहू कॉपी किया गया है। इस बात से चक्रवर्ती थोड़े नाराज भी दिख रहे हैं। अब देखना है कि इनकी ओर से अगला कदम क्या उठाया जाता है। इस खुलासे के बाद बधाई हो टीम पर कई तरह के सवाल उठने लगे हैं। बताते चलें कि पिछले 19 अक्टूबर को रिलीज हुई फिल्म ‘बधाई हो’ के निर्माता विनीत जैन, आलिया सेन, हेमंत भंडारी हैं। इस फिल्म का निर्देशन अमित रविंद्रनाथ शर्मा ने किया है।

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रवि गुप्ता :पत्रकार, परिंदा ही तो है. जैसे मैं जन्मजात बिहारी, लेकिन घाट-घाट ठिकाने बनाते रहता हूं. साहित्य-मनोरंजन के सागर में गोते लगाना, खबर लिखना दिली तमन्ना है जो अब मेरी रोजी रोटी है. राजनीति तो रग-रग में है.