Bharat Movie: डायरेक्टर अली अब्बास जफर का खुलासा, ‘भारत’ नहीं तो ये होता फिल्म का नाम

सलमान खान की फिल्म 'भारत' (Salman Khan Bharat Movie) 5 जून को रिलीज के लिए तैयार है। फिल्म के डायरेक्टर अली अब्बास जफर (Bharat Film Ali Abbas Zafar) ने बताया कि कैसे मिला उनकी फिल्म को यह नाम?

'भारत' फिल्म 5 जून को रिलीज हो रही है। (फोटो- इंस्टाग्राम)

सलमान खान की फिल्म ‘भारत’ (Salman Khan Bharat Movie) का ट्रेलर और गाने काफी पसंद किए जा रहे हैं। यह फिल्म ईद के मौके पर 5 जून को रिलीज हो रही है। ‘भारत’ साल 2014 में रिलीज हुई दक्षिण कोरियाई फिल्म ‘ऑड टू माय फादर’ की रीमेक कही जा रही है, लेकिन फिल्म के डायरेक्टर अली अब्बास जफर (Bharat Film Ali Abbas Zafar) ने बताया कि उन्होंने इस फिल्म में क्या बदलाव किए हैं और कैसे फिल्म को इसका नाम मिला।

समाचार एजेंसी पीटीआई को दिए एक इंटरव्यू में अली अब्बास जफर ने बताया कि वह ‘ऑड टू माय फादर’ से काफी प्रभावित हुए थे। यही वजह थी उन्होंने इसे हिंदी में बनाने को लेकर विचार किया। उन्होंने कहा, ‘मैं अपनी फिल्म को ऑड टू माय फादर नाम नहीं देना चाहता था। मैं अपनी फिल्म में पिता से किए उसके वादे के अलावा कई और पहलुओं को भी तलाश रहा था। मैंने सलमान खान (Salman Khan Bharat Release Date) से कहा कि मैं फिल्म को केवल उनके नहीं बल्कि एक देश के सफर के तौर पर बनाऊंगा, लेकिन मुझे मेरी फिल्म और उसके किरदार के नाम की तलाश थी।’

अली ने आगे कहा, ‘फिल्म की कहानी लिखी जा रही थी और इसके साथ ही फिल्म और इसके हीरो के नाम की भी तलाश जारी थी। पहले मैंने राम नाम सोचा जो पौराणिक लिहाज से हीरो हैं। धर्म-कर्म के आधार पर अर्जुन नाम भी रखा जा सकता था। कर्ण भी रखा जा सकता था। फिर मैंने सोचा फिल्म का नाम देश के नाम पर क्यों नहीं हो सकता और फिर एक रात 3 बजे मैंने फिल्म का नाम भारत तय किया। मैंने फौरन सलमान और अतुल अग्निहोत्री को फोन कर इस बारे में बताया। फिल्म का टाइटल साजिद नाडियाडवाला के नाम से रजिस्टर था। मैंने उन्हें अपनी फिल्म के बारे में बताया और टाइटल मिलने के बाद स्क्रिप्ट पर काम करना शुरू किया।’ इस फिल्म में सलमान खान के अपोजिट कैटरीना कैफ (Salman Khan Katrina Kaif Movie Bharat) नजर आएंगी।

‘भारत’ में कैमियो करने वाले थे वरुण धवन, लेकिन?

देखिए ‘भारत’ का गाना चाशनी…

राहुल सिंह :उत्तराखंड के छोटे से शहर हल्द्वानी से ताल्लुक रखता हूं। वैसे लिखने को बहुत कुछ है अपने बारे में, लेकिन यहां शब्दों की सीमा तय है। पत्रकारिता का छात्र रहा हूं। सीख रहा हूं और हमेशा सीखता रहूंगा।