HBD: गुलशन कुमार के प्यार ने कर दिया था अनुराधा पौडवाल का करियर खराब, जानिए उनसे जुड़ी दिलचस्प बातें

Birthday Special: अनुराधा पौडवाल ने अपनी आवाज का जादू चलाया. उन्होंने अपने करियर में कई हिट गाने दिए हैं.

Birthday Special Anuradha Paudwal: मशहूर गायिका अनुराधा पौडवाल का जन्म 27 अक्तूबर 1952 को मुंबई में हुआ था. अपनी मीठी आवाज से प्रशंसकों के दिलों में जगह बनाने वालीं अनुराधा पौडवाल ने कई हिट गानों को अपनी आवाद दी. आज वो अपना 68वां जन्मदिन मना रही हैं. उन्होंने साल 1973 में आई अमिताभ और जया की फिल्म ‘अभिमान’ से अपना करियर शुरू किया था. इसके बाद उन्होंने दर्जनों फिल्मों में गाने गाए. अनुराधा पौडवाल ने राजेश रोशन से लेकर लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल जैसे कई आर्टिस के साथ काम किया. एक दौर हुआ करता था जब हर फिल्म में अनुराधा की आवाज सुनने को मिल जाती थी. कभी लगातार हिट रोमांटिक गाने देने वाली अनुराधा पौडवाल ने अचानक ही बॉलीवुड से किनारा किया और भक्ति गीत गाने शुरु कर दिए थे. कहा जाता है कि अनुराधा ने ये फैसला कैसेट किंग गुलशन कुमार की वजह से लिया था. यह भी पढ़ें: ‘हाय हाय ये मजबूरी’ ने उर्फी जावेद को फंसाया कानूनी पचड़ो में, एक्ट्रेस के खिलाफ दर्ज हुई शिकायत!

अनुराधा पौडवाल (Anuradha Paudwal)

इसके बाद तो पूरी म्यूजिक इंडस्ट्री में अनुराधा पौडवाल की ही चर्चा होने लगी. धीरे-धीरे यह चर्चा टी-सीरीज और गुलशन कुमार तक भी पहुंच गई. अनुराधा पौडवाल का भी सपना था कि किसी तरह उन्हें भी टी-सीरीज के साथ काम करने का मौका मिले. गुलशन कुमार ने मौका दिया और अनुराधा पौडवाल की किस्मत चमक गई. अनुराधा पौडवाल ने गुलशन कुमार की टी-सीरीज के लिए कई गाने गाए. एक समय था जब अनुराधा पौडवाल को बॉलीवुड इंडस्ट्री की अगली लता मंगेशकर कहा जाता था.  उन्होंने ‘दिल है कि मानता नहीं, ‘आशिकी’, ‘बेटा’, ‘तेजाब’ जैसी कई फिल्मों में हिट गाने गाए. लेकिन अनुराधा जब अपने करियर के पीक पर थीं, तो उन्होंने घोषणा कर दी कि वह अब सिर्फ गुलशन कुमार की कंपनी टी-सीरीज के लिए ही गाएंगी. इसका सीधा फायदा अलका याग्निक और दूसरी सिंगर्स को मिला. फिल्मों को छोड़ भक्ति गीत गाना शुरू करने के बाद उनका करियर ढलान पर आने लगा. करीब 5 साल तक अनुराधा ने किसी भी फिल्म या दूसरी म्यूजिक कंपनी के लिए कोई गाना नहीं गाया. वो सिर्फ और सिर्फ गुलशन के लिए ही गाने गाती थीं. अनुराधा की शादी अरुण पौडवाल से हुई थी. अरुण एसडी बर्मन के असिस्टेंट थे और खुद भी एक म्यूजिक कंपोजर थे. उनके दो बच्चे हैं आदित्य और कविता पौडवाल. कहा जाता है कि अरुण पौडवाल की असमयिक मौत हो जाने के बाद अनुराधा और गुलशन कुमार के बीच बॉन्डिंग बढ़ गईं थी. अनुराधा ने 10 साल से ज्यादा समय तक टी-सीरीज के लिए काम किया था. गुलशन कुमार और अनुराधा के साथ काम करने से मीडिया में दोनों के अफेयर के किस्से फैलने लगे. फिर साल 1997 में 16 गोली मारकर मुंबई के जीतेश्वर महादेव मंदिर के बाहर गुलशन की हत्या कर दी गई थी. गुलशन कुमार के निधन ने अनुराधा को झकझोर कर रख दिया था. यह भी पढ़ें: Sidhu Moose Wala Case: सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस में आया फेमस सिंगर अफसाना खान का नाम, एनआईए को हुआ शक

अनुराधा ने अपनी सुरीली आवाज में कई हिट दिए. इनमें धक-धक करने लगा, तू मेरा हीरो, हम तेरे बिन, दिल है कि मानता नहीं, नजर के सामने, जिस दिन तेरी मेरी बात, मुझे नींद ना आए और बहुत प्यार करते हैं सहित अनेक गाने हैं. संगीत के क्षेत्र में योगदान को देखते हुए 2017 में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया था. इतना ही नहीं अनुराधा ने बॉलीवुड गानों और भजनों के अलावा पंजाबी, बंगाली, मराठी, तमिल, तेलुगु, उड़िया और नेपाली भाषा में भी गाने गाए हैं.

गुलशन कुमार और अनुराधा पौडवाल ( Gulshan Kumar and Anuradha Paudwal)

बता दें, इंडियन म्यूजिक को अनुराधा बहुत ही अच्छी तरह से पेश करती थीं, लेकिन उन्होंने कभी भी क्लासिकल सिंगिंग की ट्रेनिंग नहीं ली थी. लेकिन उनकी आवाज में वो जादू था जो लोगों को दीवाना कर दिया करता था. अनुराधा पौडवाल को फिल्म ‘आशिकी’, ‘दिल है कि मानता नहीं’ और ‘बेटा’ के लिए तीन फिल्मफेयर अवॉर्ड मिले.

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Tanvi Sood :मेरा नाम तन्वी सूद है और मैं इस इंडस्ट्री में पिछले 6 साल से काम कर रही हूं. एक एंटरटेनमेंट जर्नलिस्ट होने के नाते मैं खबरों की परख रखती हूं और मुझे अपने काम से प्यार है. मुझे किताबें पढ़ना, कविताएं लिखना काफी पसंद है.