Breaking News: मशहूर एक्टर दिलीप कुमार की तबीयत बिगड़ी, अस्पताल में भर्ती

मशहूर एक्टर दिलीप कुमार को मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है, लोगों से दुआएं मांगी है...

मशहूर वरिष्ठ एक्टर दिलीप कुमार (Dilip Kumar) की तबीयत (pneumonia) एक बार फिर बिगड़ गई है। उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसकी जानकारी दिलीप कुमार के वैरिफाइड ट्विटर अकाउंट के जरिए दी गई है। इसेक साथ ही फैंस से दुआ करने की अपील की गई है। निमोनिया के कारण उनकी हालत बिगड़ता देख रविवार की रात उनको अस्पताल ले जाया गया। फिलहाल उनका इलाज चल रहा है।

जानकारी के मुताबिक, खबरें आने के दो दिन बाद उनकी पत्नी सायरा बानो ने खराब स्वास्थ्य की रिपोर्ट को खारिज कर दिया। दिलीप कुमार के स्वास्थ्य को लेकर चल रहे अफवाहों पर सफाई देते हुए कहा, ‘वह ठीक हैं। सबको पहचान पा रहे हैं। वह अस्पताल से वापस आ गए हैं और घर पर इलाज जारी है। भगवान की कृपा से बेहतर हो रहे हैं।’ इनकी बीमारी को लेकर अफवाह चल रही थी कि वह किसीको पहचान नहीं पा रहे हैं। लेकिन इस बात को इनकी पत्नी ने खारिज कर दिया है। हालांकि ये बात सही है कि इनकी तबीयत खराब है।

साइन में दर्द
अभी कुछ दिनों पहले ही अभिनेता दिलीप कुमार को मुंबई के लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दरअसल, उनके साइन में दर्द होने की वजह से उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया | इस खबर को दिलीप साब के ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया। दिलीप कुमार के ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करके उनकी सेहत के बारे में बताया गया था। इस ट्वीट में लिखा गया था, ‘दिलीप साहब मुंबई के लीलावती हॉस्पिटल में एडमिट हैं। सीने में दर्द और चेस्ट इंफेक्शन की वजह से वो असहज महसूस कर रहे थे। उन्हें आपकी दुवाओं की जरूरत है।’

इनके यादगार पल
बताते चलें कि दिलीप कुमार वर्ष 1998 में आयी फिल्म ‘किला’ में आखिरी बार आये थे। अभिनेता को 1994 में दादा साहब फाल्के पुरस्कार और 2015 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। गौरतलब है कि दिलीप कुमार को ‘देवदास’, ‘मुगल-ए-आज़म’ और ‘कर्मा’ जैसी फिल्मों के लिए खासकर जाना जाता है। दिलीप कुमार ने सायरा बानो से शादी की जो उनसे उम्र में लगभग 20 वर्ष से ज्यादा छोटी थी। खैर, हम उम्मीद करते हैं कि दिलीप कुमार स्वस्थ रहें। वैसे भी ढलती उम्र के साथ तबीयत बिगड़ना स्वभाविक सी बात है।

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रवि गुप्ता :पत्रकार, परिंदा ही तो है. जैसे मैं जन्मजात बिहारी, लेकिन घाट-घाट ठिकाने बनाते रहता हूं. साहित्य-मनोरंजन के सागर में गोते लगाना, खबर लिखना दिली तमन्ना है जो अब मेरी रोजी रोटी है. राजनीति तो रग-रग में है.