British Historian Robert Tombs React On RRR: एसएस राजामौली (SS Rajamouli) के निर्देशन में बानी राम चरण (Ram Charan), जूनियर एनटीआर (Jr NTR) और आलिया भट्ट (Alia Bhatt) स्टारर फिल्म आरआरआर ने दुनिया भर में सुर्खियां बटोरीं. आरआरआर ने बॉक्स ऑफिस जमकर कमाई की. दुनियाभर से इस फिल्म को शानदार रिव्यू भी मिले. इस एक्शन मसाला फिल्म में ब्रिटिश शासन के दौरान हुए क्रूक अत्याचार को दिखाया गया. वहीं ब्रिटिश मूल के इतिहासकार रॉबर्ट टॉम्ब्स आरआरआर पसंद नहीं आई.
कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में ब्रिटिश मूल के फ्रांसीसी इतिहास के प्रोफेसर रॉबर्ट टॉम्ब्स ने हाल ही में ‘द स्पेक्टेटर’ के लिए एक समीक्षा लेख लिखा, जिसमें उन्होंने भारत में अपने शासनकाल के दौरान अंग्रेजों के चित्रण के लिए एसएस राजामौली की फिल्म आरआरआर (RRR) को लेकर कड़ी टिप्पणी की है. उन्होंने ब्रिटिश शासन काल में भारतीयों पर हुए अत्याचारों को नकार दिया और फिल्म में दिखाए गए दृश्यों को बुरा और मूर्खतापूर्ण बताया है.
प्रोफेसर रॉबर्ट टॉम्ब्स ने आरआरआर की समीक्षा करते हुए लिखा- हमने पिछली कुछ शताब्दियों में दुनिया में इतनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है कि हमने दोस्तों के साथ-साथ काफी दुश्मन भी बनाए हैं. कई राष्ट्रवादी मिथकों में हमें खलनायक के रूप में दिखाया जाता है. ऐसा करके कई देश खुद की झूठी वीरता की कहानियां गढ़ते हैं.
रॉबर्ट टॉम्ब की आरआरआर की समीक्षा में आगे लिखा, ‘आरआरआर प्रतिक्रियावादी और हिंसक हिंदू राष्ट्रवाद को बढ़ावा देता है, जो भारतीय संस्कृति और राजनीति पर हावी हो रहा है, जिसे मौजूदा मोदी सरकार ने हवा दी है’ उन्होंने यह भी कहा, ‘फिल्म में ब्रिटिश अधिकारियों और सैनिकों को पूरे देश में घूमते और अपराध करते दिखाया गया, जो कि बिल्कुल ही गलत था. इसलिए आरआरआर इतिहास के बारे में कुछ नहीं बताती। वे सिंथेटिक भावनाओं को भड़काने की कोशिश करती दिखती है.
दूसरी तरफ रॉबर्ट टॉम्ब की इस समीक्षा पर सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर भारतीयों का गुस्सा देखने को मिल रहा है। वो उन्हें जमकर खरी खोटी सुना रहे हैं।
बॉलीवुड और टीवी की अन्य खबरों के लिए क्लिक करें: