बॉलीवुड से हॉलीवुड तक अपनी छाप छोड़ने वाली देसी गर्ल प्रियंका चोपड़ा इन दिनों ख़बरों में बनी हुई है। क्योंकि ट्विंकल खन्ना, ऋषि कपूर, आयुष्मान खुराना, नवाजुद्दीव सिद्दीकी ऐक्टर्स की लिस्ट में अब प्रियंका चोपड़ा भी शामिल होने जा रही हैं, जिन्होंने अब लेखन की दुनिया में भी कदम रख दिया है। प्रियंका की इस कितान का नाम होगा ‘अनफिनिश्ड’ जिसमें उनसे जुड़ी यादों, घटनाओं और खट्टे-मीठे अनुभवों का संग्रह होगा। किताब में प्रियंका के शुरुआती फिल्मी करियर से लेकर उनके शिखर की अभिनेत्री बनने तक की कहानी है। यह किताब अमेरिका और ब्रिटेन किताब का प्रकाशन यूएस के बैलेनटाईन बुक्स द्वारा किया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका और ब्रिटेन में प्रकाशित होगी।
अमेरिका और ब्रिटेन में भी यह किताब प्रकाशित होगी | प्रियंका ने किताब के बारे में कहा, किताब का अंदाज बिल्कुल मेरी तरह ईमानदार , मजाकिया , जोशीला , बोल्ड और विद्रोही होगा। मैं हमेशा निजी व्यक्ति रही हू। मैंने अपने सफर के दौरान अपनी भावनाओं के बारे में कभी बात नहीं की लेकिन अब मैं ऐसा करने के लिए तैयार हूं। प्रियंका ने कहा कि जहां तक अपनी राय व्यक्त करने की बात है तो वह इस संबंध में बचपन से निर्भीक रही हैं। उन्होंने कहा, मैं लोगों खासतौर पर महिलाओं को प्रेरित करने की उम्मीद में अपनी कहानी बताना चाहती हूं ताकि बातचीत का तौरतरीका बदले, ताकि तय मानक टूटें। महिलाओं से हमेशा कहा जाता है कि हम सबकुछ हासिल नहीं कर सकते। मैं सबकुछ चाहती हूं, और मेरा विश्वास है कि कोई और भी यह पा सकता है। मैं इसका सबूत हूं।
किताब में प्रियंका की शरीर के उस अंग के बारे में भी वर्णन किया गया है जिसने प्रियंका की पर्दे पर आने वाली कई फिल्मों को उनसे छीन लिया। प्रियंका चोपड़ा ने 18 साल की उम्र में एक फिल्म में बॉबी देओल के ऑपोजिट किरदार निभाने का मौका मिला। महेश मांजरेकर निर्देशित इस फिल्म में बॉबी देओल प्रियंका की नाक की वजह से कंफर्टेबल महसूस नहीं कर रहे थे। जिसके कारण वह इस फिल्म से अलग हो गए और प्रियंका चोपड़ा के हाथ में आई उनकी पहली फिल्म भी उनके हाथ से निकल गई। किताब में ऐसे कई पहलू इस में हैं जो ये बताते हैं कि प्रियंका चोपड़ा को कामयाबी के शिखर पर पहुंचने के लिए कितने ज्यादा संघर्ष करना पड़ा।