Commando 3 Movie Review: विद्युत जामवाल के स्टंट सीन देख दहल जाएगा आपका दिल, कहानी कर सकती है निराश

अपने पहले दो पार्ट की तरह, कमांडो 3 (Commando 3) फिर से अपने एक्शन थ्रिलर की वजह से दर्शकों को लुभाने के लिए तैयार है पर क्या इस बार कमांडो का जादू लोगों के सर चढ़ पाया है या नहीं जाने हमारी पिंकविला वेबसाइट की एडिटर वैभवी रिसबूद के शब्दों में:

कमांडो 3 की एक झलक (फोटो : इंस्टाग्राम )

फिल्म का नाम – कमांडो 3

डायरेक्टर : आदित्या दत्त

स्टार कास्ट : विद्युत जामवाल, अदा शर्मा, अंगीरा धर, गुलशन दवैया

हिंदी रश स्टार –  2.5/5

कमांडो एक नई फ्रेंचाइजी के साथ अपने दर्शकों को एक बार फिर से लुभाने आ गई है। अपने पहले दो पार्ट की तरह, कमांडो 3 (Commando 3) की कहानी फिर से करणवीर सिंह डोगरा (विद्युत जामवाल) (Vidyut Jammwal) के आस पास घूमती है जो ‘इंडियन स्पेशल फ़ोर्स’ का बेस्ट कमांडो है और जिसे इंडिया पर होने वाले सबसे बड़े टेरर अटैक को रोकने के लिए एक मिशन पर लंदन भेजा जाता है। इस मिशन पर भावना रेड्डी (अदा शर्मा) (Adah Sharma) और एक ब्रिटिश समकक्ष, मल्लिका सूद (अंगिरा धर) (Angira Dhar) उसका साथ देती है। उनका टारगेट आंतकवादी मास्टरमाइंड बुराक अंसारी (गुलशन देवैया) (Gulshan Devaiah) के प्लैन को नाकाम करना है।

कमांडो 3 एक एक्शन थ्रिलर फिल्म है जिसे एक्टर विद्युत जामवाल ने बखूबी निभाया है। प्रोड्यूसर विपुल अमृतलाल (Vipul Amrutlal Shah), विद्युत की परफॉर्मेंस को लेकर काफी खुश है क्योंकि उन्होंने इस फिल्म के फर्स्ट पार्ट के बाद सभी एक्शन सीन को बिना कोरियोग्राफी के बहुत अच्छे से निभाया है। वहीं अगर बात करें अदा शर्मा की तो उन्होंने पुलिस आफिसर के रोल के साथ कमबैक किया है। वे और अंगिरा धर के एक्शन स्टंट कमाल के है। गुलशन देवैया अपने कैरेक्टर को लेकर कुछ और बेहतर कर सकते थे।

इस फिल्म की कहानी रक्षा कर्मियों की देशभक्ति और इस विश्वास को लेकर आगे बढ़ती है कि सभी नागरिक धर्म को मानते हैं। फिल्म आपको लॉजिकली सोचने का मौका नहीं देने वाली है। फिल्म में ट्विस्ट की कमी है। क्लाइमेक्स भी कुछ खास नहीं है। डायलॉग्स में फिल्म की कहने के मुताबिक दम नहीं है।

यहां देखें फिल्म का ऑफिशल ट्रेलर:

एक सीन में तो हम देखते है कि एक पुलिस आफिसर (अदा खान) तब सीटी बजाती है जब विद्युत जामवाल अपने डायलॉग की एक लाइन बोल रहे होते है। इस तरह का बर्ताव एक पुलिस आफिसर को शोभा नहीं देता। खैर, हम भला कौन होते है सवाल करने वाले?

शायद विपुल शाह को ये सोच लेना चाहिए कि वे ‘कमांडो 3’ के द्वारा दर्शकों को सिर्फ एक्शन दिखाना चाहते है या इससे भी ज्यादा कुछ और? इसकी वजह है कि फिल्म की कुछ भी मजबूत कहानी नहीं है। जिन्हें एक्शन मसाला फिल्में देखना अच्छा लगता है, उनके लिए ये फिल्म बेस्ट वन टाइम मूवी है।

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