शादी के बाद आपने बेटियों की विदाई करते हुए कई माता – पिता को देखा होगा। लेकिन मेरठ के जागृति विहार क्षेत्र का ऐसा मामला सामने आया है जहां दो बेटियों ने अपनी मां को खुश देखने के लिए उनका कन्यादान किया है। इस पूरे मामले ने सभी को हैरानी में डाल दिया है।
दरअसल जागृति विहार की रहने वाली महिला के पति का निधन 15 साल पहले ही हो गया था। पति का साथ नहीं होने के बावजूद भी महिला ने मेहनत – मजदूरी कर अपना घर चलाया और एक बेटे और दो बेटियों को बड़ा किया। साथ ही बेटियों की एक अच्छे परिवार में विवाह भी कराया। लेकिन महिला का बेटा किसी बुरी संगत में पड़ गया था। वह अपनी मां की किसी भी बात को नहीं मानता था और हर दिन उसके साथ बुरा व्यवहार करता था।
बेटे के बर्ताव ने किया परेशान
हद तो तब हो गई जब कुछ हफ्ते पहले बेटे ने अपनी मां को मारपीट कर घर से धक्के मार कर निकाल दिया। मां के साथ ऐसा व्यवहार बेटियों से सहा नहीं गया और उन्होंने मां की दूसरी शादी करने का फैसला किया। दोनों बेटियों ने अपनी मां की शादी करने के लिए वर की तलाश शुरु कर दी।
सहारनपुर जाकर पूरी हुई तलाश
दोनों बेटियों की तलाश सहारनपुर जाकर खत्म हुई। सहारनपुर के रहने वाले व्यक्ति ने शादी के लिए हां कर दी क्योंकि उस व्यक्ति की भी पत्नी मार चुकी थी। कई रिश्तेदार दोनों बेटियों के फैसले के विरोध में उतर आए। लेकिन इसके बावजूद भी बेटियों ने हार नहीं मानी और खुद ही कन्यादान करने का फैसला किया। एक अच्छा वक्त देखते ही दोनों बेटियों ने अपनी मां की शादी पूरे रीति रिवाज के साथ कराई और ससुराल के लिए विदा किया।
मां की खुशी से ज्यादा कुछ नहीं
अपनी विधवा मां की जिंदगी में फिर से रंग भरने के फैसले को लेकर कई लोग बेटियों की जमकर तारीफ भी करते हुए नजर आ रहे हैं। जब बेटियों से उनके इस कदम के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि भाई के व्यवहार से मां दुखी रहती थी और हम परेशान। ऐसे में समाज क्या सोचता है उसके बारे में न सोचते हुए हमने अपनी मां की खुशी को पहले देखा।