कादर खान के निधन से इस कदर आहत हैं डेविड धवन, कहा- भाईजान मेरी हर फिल्म के रीढ़ थे!

डेविड धवन ने  कादर खान के योगदान को याद करते हुए कहा, "वह सिर्फ एक राइटर या लेखक नहीं थे। वह हर फिल्म की रीढ़ थे। जब भाईजान मेरी फिल्म में होते थे, तो मैं सुरक्षित और संरक्षित महसूस करता था।

कनाडा के एक अस्पताल में अभिनेता कादर खान का निधन।

फिल्म अभिनेता, लेखक और निर्माता कादर खान के निधन पर डायरेक्टर डेविड धवन ने दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि कादर खान उनकी फिल्म की रीढ़ थे।  डेविड धवन ने कहा, ‘मैं उन्हें भाईजान कहता था। वह मेरे सिनेमा की रीढ़ थे। ‘बोल राधा बोल’ में पहली बार एक साथ काम करने के बाद, मैं भाईजान के बिना किसी फिल्म का निर्देशन करने के बारे में सोच भी नहीं सकता था। मैं चाहता था कि वह लिखें और अभिनय करें। मेरी बनाई हर फिल्म में और मैंने यह सुनिश्चित किया कि ऐसा ही हो। लेकिन वह बहुत व्यस्त थे।’

डेविड धवन ने कहा,’एक समय था, जब हर बड़ी कमर्शियल फिल्म में भाईजान (कादर खान) का योगदान होता था, सिर्फ एक एक्टर या राइटर के रूप में नहीं। बल्कि जिस फिल्म में वह काम करते थे, उसके लिए पूरी तरह तैयार रहते थे।’ उन्होंने  कादर खान के व्यापक योगदान को याद करते हुए कहा, “वह सिर्फ एक राइटर या लेखक नहीं थे। वह हर फिल्म की रीढ़ थे। जब भाईजान मेरी फिल्म में होते थे, तो मैं सुरक्षित और संरक्षित महसूस करता था। वह मेरे दोस्त थे और मेरे सहयोगी थे। अगर शूटिंग में कोई समस्या होती तो मैं उनसे पूछता।’

डेविड धवन ने कहा, ‘एक लेखक के रूप में, वह निष्पक्ष होते थे। उनका स्वास्थ्य खराब होने के बाद, मुझे दूसरों के साथ काम करना पड़ा। लेकिन मेरे दिमाग में हमेशा भाईजान थे। मैं अपने लेखकों को कहता था ‘यह सीन कादर खान साहब के जैसा चाहिए’। वह मेरे करियर को खाली कर गए। उन्होने कादर खान के बारे में  कहा, ‘वह शूटिंग के दौरान मौके पर डायलॉग फिर से लिखते थे। वह हर शॉट को दूसरे स्तर पर ले गए। एक लेखक के रूप में, उन्होंने हर नायक को विश्वसनीय और शानदार बनाया। भाईजान का अमितजी (अमिताभ बच्चन) के ऑन-स्क्रीन व्यक्तित्व में योगदान था।’

उन्होंने कहा, ‘वह मेरे बड़े भाई की तरह थे। मैं उनसे हर बात साझा कर सकता था। वह बड़े स्वाभिमानी थे। जो लोग उनका और उनके काम का सम्मान करते थे, वह उन लोगों के प्रति खुद को समर्पित कर देते थे। लेकिन जो लोग उन्हें सम्मान नहीं देते थे, उनसे वह दूर हट जाते थे। मैं उनकी प्रतिभा से पूरी तरह प्रभावित था।’

 

देखिए गोविंदा के साथ कादर खान की फोटो…

 

 

रमेश कुमार :जाकिर हुसैन कॉलेज (डीयू) से बीए (हॉनर्स) पॉलिटिकल साइंस में डिग्री लेने के बाद रामजस कॉलेज में दाखिला लिया और डिपार्टमेंट ऑफ पॉलिटकल साइंस में पढ़ाई की। इसके बाद आईआईएमसी दिल्ली।