अंतिम फेरे से पहले कुछ इस कदर रोईं दीपिका पादुकोण, तब प्रकाश पादुकोण ने रणवीर सिंह के पिता से कही ये बात

दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह इटली में शादी करने के बाद मुंबई वापस लौट आए हैं। इसी बीच एक बात सामने आई है कि दीपिका पादुकोण शादी के अंतिम दिन फफक रोई थीं।

दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह इटली में शादी करने के बाद मुंबई वापस लौट आए हैं। इसी बीच एक बात सामने आई है कि दीपिका पादुकोण शादी के अंतिम दिन फफक रो पड़ी थीं। अपने पिता प्रकाश पादुकोण को पकड़ कर खूब रोईं। इसके बाद प्रकाश पादुकोण ने अपने समधि से कहा कि वे हमेशा दीपिका का ख्याल रखेंगे। उस पल सभी लोग रो पड़े थे। इसके बाद सातवां फेरा लीं। इस दौरान कुछ पल के लिए रणवीर सिंह भी भावुक हो गए थे।

पिंकविला की रिपोर्ट के मुताबिक, 15 नवंबर को दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह की शादी आनंद करज (सिंधी रस्म) से की गई। इसके अनुसार पंजाबी पंरपरा से शादी हो रही थी। इस दौरान गायिका हर्षदीप कौर ‘इक ओंकार’ (एक प्रकार का प्रार्थना) का पाठ कर रही थीं। और दीपिका और रणवीर अंतिम फेरा लेने वाले थें। उस वक्त मंडप में दीपिका के पिता प्रकाश पादुकोण खड़े थे।

दीपिका पिताजी को पकड़ कर रोने लगीं। बच्चों की तरह वह पिताजी से लिपट गई और उनको छोड़ने का नाम नहीं ले रही थीं। ऐसा माहौल देखकर सभी लोग भावुक हो गए तभी दीपिका के पिता ने रणवीर के पिता से कहा, ‘मेरी बेटी का ख्याल रखें…’। वैसे तो ये पल मार्मिक था ही लेकिन ‘इक ओंकार’ का संदेश भी बेहद मार्मिक है।

दो दिन हुई शादी
आपको तो पता है, दीपिका पादुकोण-रणवीर सिंह शादी के लिए इटली गए थे। वहां पर 13 नवंबर को मेहंदी-संगीत की रस्म अदा की गई। इसके अलावा 14 और 15 नवंबर को कोंकणी और सिंधी रस्म से शादी हुई। शादी होने के बाद दीपिका-रणवीर ने शादी की तस्वीर अपने फैंस के लिए शेयर की जो कि बेहद प्यारी थी। जिसके बाद सोशल मीडिया पर जमकर तहलका मच गया। वैसे यह भी कहा जा रहा है कि दीपिका पादुकोण-रणवीर सिंह थोड़े समय के लिए हनीमून पर जा सकते हैं। रणवीर सिंह की फिल्म ‘सिंबा’ दिसंबर में रिलीज हो रही है। इस कारण वे खासे व्यस्त रहने वाले हैं। इसलिए हनीमून पर ज्यादा समय के लिए नहीं जा सकते हैं।

देखिए ‘इक ओंकार’ का वीडियो…

रवि गुप्ता :पत्रकार, परिंदा ही तो है. जैसे मैं जन्मजात बिहारी, लेकिन घाट-घाट ठिकाने बनाते रहता हूं. साहित्य-मनोरंजन के सागर में गोते लगाना, खबर लिखना दिली तमन्ना है जो अब मेरी रोजी रोटी है. राजनीति तो रग-रग में है.