फिल्म ‘बधाई हो’ की मुश्किल और बढ़ी, दिल्ली सरकार ने भेजा लीगल नोटिस

फिल्म 'बधाई हो' को दिल्ली सरकार ने लीगल नोटिस भेजा है। दिल्ली सरकार का कहना है कि फिल्म में तंबाकू उत्पादों का प्रमोशन किया गया है।

फिल्म ‘बधाई हो’ (Badhaai Ho) की मुश्किल बढ़ती ही जा रही है। एक के बाद एक विवाद सामने आ रहा है। फिल्म ‘बधाई हो’ को दिल्ली सरकार (Delhi Government) ने लीगल नोटिस भेजा है। दिल्ली सरकार का कहना है कि फिल्म में तंबाकू उत्पादों का प्रमोशन किया गया है। इससे समाज पर बुरा असर पड़ेगा। इस तरह के सीन को पहले ही हटा देना चाहिए था। अब देखना है कि फिल्म के टीम की ओर से क्या कदम उठाए जाते हैं। हालांकि इससे पहले भी फिल्म ‘बधाई हो’ पर कहानी चोरी करने का आरोप लग चुका है। इस मामले पर भी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई जा चुकी है। ऐसे में फिल्म ‘बधाई हो’ बुरी तरह फंसती दिख रही है।

जानकारी के मुताबिक, अतिरिक्त निदेशक (लोक स्वास्थ्य) और राज्य तंबाकू नियंत्रण अधिकारी एसके अरोड़ा ने मीडिया को बताया कि फिल्म में कई ऐसे सीन हैं जिसमें तंबाकू उत्पाद के सेवन को दिखाया गया है। इतना ही नहीं फिल्म में तंबाकू उत्पाद ब्रांड को भी दिखाया गया है। फिल्म में तंबाकू का प्रचार-प्रसार भी जमकर देखने को मिल रहा है। जबकि ये पूरी तरह गैर कानूनी है। हालांकि इससे पहले भी दिल्ली सरकार की ओर से अजय देवगन, अक्षय कुमार की फिल्मों को भी इस तरह की नोटिस मिल चुकी है। अक्षय कुमार के हालिया फिल्म गोल्ड में तंबाकू का सेवन दिखाया गया जिसको लेकर नोटिस भेजा गया था।

क्या है नियम?
दरअसल, इसको लेकर कानून भी बनाए जा चुके हैं। सिगरेट और अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन और व्यापार और वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति और वितरण के विनियमन) अधिनियम, 2003 (COTPA) की धारा-5 का उल्लंघन है। इसका मतलब यह है कि सीधे तौर पर या किसी और तरीके से तंबाकू पदार्थो को दर्शाना (विज्ञापन और व्यापार और वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति और वितरण के विनियमन) गैर कानूनी है। ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाती है। वैसे फिल्म शुरू होने से पहले या बीच में एक विज्ञापन भी चलता है जिसमें तंबाकू उत्पादों के बहिष्कार के लिए जागरूक किया जाता है। इसके अलावा सार्वजनिक स्थानों पर बीड़ी या सिगरेट या गुटखा का सेवन करना गैर कानूनी है।

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रवि गुप्ता :पत्रकार, परिंदा ही तो है. जैसे मैं जन्मजात बिहारी, लेकिन घाट-घाट ठिकाने बनाते रहता हूं. साहित्य-मनोरंजन के सागर में गोते लगाना, खबर लिखना दिली तमन्ना है जो अब मेरी रोजी रोटी है. राजनीति तो रग-रग में है.