प्रोपर्टी विवाद में दिलीप कुमार को मिली राहत, ट्रस्टी बोले- एक्टर ने 999 सालों के लिए लीज पर ली जमीन

बंगले के असली मालिक सेठ मूलराज खटाऊ ट्र्स्ट ने दिलीप कुमार को पट्टेदार बताते हुए कहा की उन्होंने ये संपत्ति 999 सालों के पट्टे पर ली है। वह यहां के किरायेदार नहीं है। ट्रस्टी ने एक पब्लिक नोटिस में जारी कहा कि बंगले के किराये का रूप पहले ही बदल चुका है। लीज अब भी वैलिड है।

दिलीप कुमार और पत्नी सायरा बानो।

बॉलीवुड के ट्रेजडी किंग दिलीप कुमार को बांद्रा में 250 करोड़ रुपये के एक बंगले को लेकर चल रहे विवाद में आज बड़ी राहत मिली है। बंगले के असली मालिक सेठ मूलराज खटाऊ ट्र्स्ट ने दिलीप कुमार को पट्टेदार बताते हुए कहा की उन्होंने ये संपत्ति 999 सालों के पट्टे पर ली है। वह यहां के किरायेदार नहीं है।

ट्रस्टी ने एक पब्लिक नोटिस में जारी कहा कि बंगले के किराये का रूप पहले ही बदल चुका है। लीज अब भी वैलिड है। यह पब्लिक नोटिस ट्र्स्टी सेटलमेंट के लाभार्थियों, दिवंगत सुनीत सी खटाऊ के कानूनी उत्तराधिकारियों और दिवंगत चंद्रकांत एम. खटाऊ के ट्रस्टी में से एक की ओर से जारी की गई है।

 

बिल्डर समीर भोजवानी को मानहानि का नोटिस भेजा

आपको बता दें कि यह विवाद उस वक्त और बढ़ गया जब दिलीप कुमार और उनकी पत्नी सायरा बानो ने अपनी संपत्ति पर गलत दावा करने पर बिल्डर समीर भोजवानी को मानहानि का नोटिस भेजा। नोटिस में उन्होंने भोजवानी से माफी मांगने और उनको बदनाम करने के आधार पर 200 करोड़ रुपये क्षतिपूर्ति की मांग की है।

दिलीप कुमार ने पिछले साल जनवरी में एक पुलिस शिकायत दर्ज कराई थी जिसमें उन्होंने भोजवानी पर बांद्रा के पॉश पाली हिल इलाके में स्थित 250 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति के मालिकाना हक के कागजात में फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगाया था। यह विवाद दिलीप कुमार के पाली हिल बंगला नंबर-16 को लेकर है, जो 1,600 वर्गमीटर क्षेत्र में फैला है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांगी मदद

इससे पहले, दिलीप कुमार और सायरा बानो ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से भी विवाद में हस्तक्षेप करने की अपील की थी। सायरा बानो पहले ही ऐलान कर चुकी है कि वह नंबर-16 वाली जगह पर दिलीप कुमार की याद में एक संग्रहालय का निर्माण कराएंगी।

देखिए कादर खान का यह वीडियो…

देखिए दिलीप कुमार की ये तस्वीरें….

 

रमेश कुमार :जाकिर हुसैन कॉलेज (डीयू) से बीए (हॉनर्स) पॉलिटिकल साइंस में डिग्री लेने के बाद रामजस कॉलेज में दाखिला लिया और डिपार्टमेंट ऑफ पॉलिटकल साइंस में पढ़ाई की। इसके बाद आईआईएमसी दिल्ली।