Kedarnath Film: डायरेक्टर अभिषेक कपूर का खुलासा, फिल्म में दिखाए गए हैं असली सीन

सुशांत सिंह-सारा अली खान की अपकमिंग फिल्म केदारनाथ रिलीज होने जा रही है। फिल्म का ट्रेलर लोगों के बीच खूब पसंद किया जा रहा है...

बॉलीवुड स्टार सुशांत सिंह (Sushant Singh Rajput) और सारा अली खान(Sara Ali Khan) की अपकमिंग फिल्म केदारनाथ रिलीज होने जा रही है। फिल्म का ट्रेलर लोगों के बीच खूब पसंद किया जा रहा है। ट्रेलर में कई बेहतरीन सीन नजर आए हैं। इसको लेकर फिल्म के निर्देशक ने कई सारी जानकारी साझा की है।

हालिया एक इंटरविव्यू में निर्देशक अभिषेक कपूर (Abhishek Kapoor) ने बताया कि मंदिर, हिमालय में काफी ऊंचाई है, जब हम लोग आउटडोर शूट के लिए बाहर निकले तो कास्ट और क्रू को असामान्य मौसम का सामना करना पड़ा था। बाहर तो बहुत ठंड था, एक बार तो पूरी टीम ने तूफान का सामना भी किया था। उस वक्त के सारे दृश्यों को फिल्म में दिखाया गया है।

वहीं उन्होंने ये भी बताया कि फिल्म में बारिश और तूफान के बीच कई सारे सीन शूट करने थे। इसके लिए क्रिएटर मशीन का इंतजाम किया था। लेकिन कुछ वक्त के बाद तूफान और बारिश दोनों आ गए। तब टीम ने बहादुरी के साथ उसी कंडीशन में फिल्म में उन सीन्स की शूटिंग की।

फिल्म का हुआ था विरोध
इससे पहले ‘राम तेरी गंगा मैली’ जैसी फिल्म का भी विरोध हो चुका है। ‘राम तेरी गंगा मैली’ भी उत्तराखंड की धरती पर फिल्माई गई थी। इसमें भी इंटीमेट सीन थे। वर्ष 1987-88 में जब रामतेरी गंगा मैली फिल्म की रिलीज हुई तो इस फिल्म का उत्तरकाशी में जमकर विरोध हुआ था। इस कारण फिल्म को सिनेमा हॉल से हटाया गया था। यदि ये विरोध जारी रहा तो उत्तराखंड में फिल्म ‘केदारनाथ’ को मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है।

प्यार, धर्म और जुनून
ट्रेलर में केदारनाथ की बाढ़ का मंजर दिखाया गया है। टीजर के सीन बेहद ही दमदार हैं। सारा अली खान और सुशांत सिंह के बीच प्यार रोमांस भी देखने को मिला। सुशांत सिंह राजपूत और सारा अली खान पहली बार साथ में नजर आ रहे हैं। सुशांत सिंह सारा अली खान को पीठ पर लेकर पहाड़ चढ़ते नजर आ रहे हैं। केदारनाथ पृष्ठभूमि पर आधारित फिल्म केदारनाथ एक शाश्वत प्रेम कहानी है, यह प्यार और धर्म, जुनून और आध्यात्मिकता का एक शक्तिशाली मिलन है। शहर में आई इस बाढ़ में एक हजार से अधिक लोगों ने अपनी जान गवा दी थी। 07 दिसम्बर को सिनेमाघरों में फिल्म आ जाएगी।

कविता सिंह :विवाह के लिए 36 गुण होते हैं, ऐसा फ़िल्मों में दिखाते हैं, पर लिखने के लिए 36 गुण भी कम हैं। पर लेखन के लिए थोड़े बहुत गुण तो है हीं। बाकी उम्र के साथ-साथ आ जायेंगे।