कादर खान के बाद मिथुन चक्रवती अस्पताल में हुए भर्ती, लॉस एंजेलिस में चल रहा है इलाज

वेट्रेन एक्टर कादर खान की सेहत के बाद अब बॉलीवुड एक्टर मिथुन चक्रवती की सेहत को लेकर खबरें आ रहीं हैं। मिथुन चक्रवती पिछले कुछ वक्त से बिमार चल रहे हैं। खबरों के मुताबिक उनका इलाज लॉस एंजेलिस में चल रहा है। पिछले काफी वक्त से उनका इलाज वहीं चल रहा है।

मिथुन चक्रवर्ती की तस्वीर (फोटो: इंस्टाग्राम)

वेट्रेन एक्टर कादर खान की सेहत के बाद अब बॉलीवुड एक्टर मिथुन चक्रवती की सेहत को लेकर खबरें आ रहीं हैं। मिथुन चक्रवती पिछले कुछ वक्त से बिमार चल रहे हैं। खबरों के मुताबिक उनका इलाज लॉस एंजेलिस में चल रहा है। पिछले काफी वक्त से उनका इलाज वहीं चल रहा है।

वॉलीवुडलाइफ.कॉम के मुताबिक मिथुन पिछले काफी दिनों से अपने पीठ दर्द से परेशान हैं। इसी के चलते उनके परिवार वालों उन्हें अस्पताल में भर्ती करा दिया है। लॉस एंजेलिस में मिथुन चक्रवती के साथ उनके बेटा महाक्षय चक्रवर्ती अपनी बहू मदालसा शर्मा के साथ है।

उनके किसी करीबी ने बताया कि मिथुन पहले से अच्छा महसूस कर रहे हैं। मिथुन को स्टंट करते वक्त चोट आई थी। स्टंट को करते वक्त उनके पैर में चोट आ गई थी। बतातें चलें कि मिथुन की खराब तबीयत की वजह से उन्हें राज्यसभा से इस्तीफा देना पड़ा था।

मिथुन चक्रवर्ती आखिरी बार फिल्म जीनियस में नजर आए थे। अनिल शर्मा के निर्देशन में बनी इस फिल्म में उत्कर्ष शर्मा, इशिता चौहान, नवाजुद्दीन सिद्दीकी मुख्य भूमिका में थे। अनिल शर्मा के बेटे ने इस फिल्म से डेब्यू किया था।

350 से ज्यादा फिल्मों में मिथुन काम कर चुके हैं और अब भी बॉलीवुड में एक्टिव हैं। शक्ल और सूरत से बिलकुल साधारण दिखने वाले मिथुन ने बॉलीवुड में जो जगह बनाई है वह तारीफ काबिले है वो आखिरी बार बॉलीवुड फिल्म ‘हवाईजादा’ में नजर आए थे। ये फिल्म 2015 में रिलीज हुई थी। गहर, जीनियस और ताशकंद फाइल्स मिथुन की अपकमिंग फिल्में हैं।

मिथुन ने मार्शल आर्ट्स की ट्रेनिंग ली है। इतना ही नहीं वो इसमें ब्लैकबेल्ट भी हैं। मिथुन अब तक 4 नेशनल अवॉर्ड जीत चुके हैं। इनमें मृगया, अग्निपथ, बंगली फिल्म तहादर कथा और स्वामी विवेकानंद के लिए उन्हें नेशनल अवॉर्ड मिला है। वेल हम तो यही दुआ करते है कि मिथुन चक्रवर्ती जल्द से जल्द ठीक हो जाएं।

वीडियो में देखिए टॉप 5 खबरें…

मिथुन चक्रवती की देखिए अन्य तस्वीरें…

कविता सिंह :विवाह के लिए 36 गुण होते हैं, ऐसा फ़िल्मों में दिखाते हैं, पर लिखने के लिए 36 गुण भी कम हैं। पर लेखन के लिए थोड़े बहुत गुण तो है हीं। बाकी उम्र के साथ-साथ आ जायेंगे।