दिव्या भारती डेथ एनिवर्सरी: 26 साल बाद भी अनसुलझी है फिल्म एक्ट्रेस के मौत की गुत्थी, जानिए अनसुनी दास्तान

दिव्या भारती ने काफी कम उम्र और वक्त में बॉलीवुड में नाम और शोहरत पा ली थी। लेकिन बहुत ही कम उम्र में उनकी अचानक मौत होना पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया था। उनके मौत के इतने सालों बाद भी ये गुत्थी आज तक अनसुलझी है।

दिव्या भारती (फोटो:पिंकविला)

मौत एक सच है। लेकिन असमय मौत कई सवाल खड़े करती है। यही मौत जब रहस्य बन जाए, तो मुसीबत बन जाती है। भारत में भी कई लोगों की मौत आज भी रहस्य है. सियासी हस्तियों से लेकर फिल्मी सितारों तक, कई ऐसे नाम हैं, जिनकी मौत के रहस्य से आज तक पर्दा नहीं उठ सका है। हिन्दी रश डॉट कॉम कुछ ऐसी ही घटनाओं पर एक सीरीज पेश कर रहा है। इसकी पहली कड़ी में हम बात करेंगे फिल्म एक्ट्रेस दिव्या भारती की, जिनकी 5 अप्रैल को डेथ एनिवर्सरी है। दिव्या की मौत की गुत्थी आज भी अनसुलझी है।

दिव्या भारती, बॉलीवुड इंडस्ट्री का वो नाम है जिसके बारे में लोग आज भी बातें तो करते हैं, लेकिन उनकी मौत के बारे में बात नहीं करना चाहते। उनके फिल्मी करियर में सफलता का सूर्योदय हुआ ही था कि 5 अप्रैल, 1993 की वह काली रात उनके जीवन में आ गई। महज 19 साल की उम्र में उस चुलबुली लड़की की मौत हो गई। दिव्या भारती की इस मौत का रहस्य आज भी बरकरार है। हालांकि मुंबई पुलिस साल 1998 में ही उनकी मौत की जांच से जुड़ा केस बंद कर चुकी है।

कम उम्र में फिल्म इंडस्ट्री में आना, कम उम्र में शोहरत पाना, कम उम्र में शादी करना और कम उम्र में ही इस दुनिया से रुखसत हो जाना, वैसे तो दिव्या भारती की बस इतनी सी ही पहचान है, लेकिन अगर उनकी शख्सियत और उनके जीवन पर नजर डालें तो जान पड़ता है कि जरा से फिल्मी करियर में सफलता पाने वाली इस अभिनेत्री ने अपने जीवन में बहुत कुछ देखा था। दिव्या भारती के पिता ओम प्रकाश भारती एक बीमा कंपनी में अफसर थे। उनकी माता मीता भारती गृहणी थीं।

मशहूर एक्टर गोविंदा के भाई कीर्ति कुमार ने दिव्या भारती को अपनी फिल्म ‘राधा का संगम’ के लिए साइन किया था। कीर्ति कुमार का मकसद नए टैलेंट को मौका देना था, लेकिन जमाने ने उनकी इस मेहरबानी को अफेयर का नाम दे दिया। परेशान होकर कीर्ति ने दिव्या को फिल्म से बाहर कर जूही चावला को फिल्म की हिरोइन घोषित कर दिया। इसके बाद साल 1990 में दिव्या भारती ने तेलुगू फिल्म ‘बोब्बिली राजा’ से फिल्मी करियर की शुरूआत की। फिल्म सुपरहिट रही और साउथ फिल्म इंडस्ट्री में दिव्या रातोंरात सुपरस्टार बन गईं।

फिल्ममेकर राजीव राय ने अपनी फिल्म ‘विश्वात्मा’ में दिव्या भारती को सनी देओल के अपोजिट कास्ट किया था। फिल्म सुपरहिट रही और इस फिल्म की सफलता के बाद दिव्या के पास फिल्मों के तमाम ऑफर आने लगे। साल 1992 में उनकी तीन फिल्मों ने उन्हें शोहरत के सर्वोच्च मुकाम पर पहुंचा दिया था। बॉलीवुड के किंग खान यानी शाहरुख खान ने दिव्या भारती के साथ ही साल 1992 में ‘दीवाना’ फिल्म से बॉलीवुड में डेब्यू किया था। उस साल दिव्या भारती की उम्र 18 साल थी। उन्होंने उसी साल फिल्म मेकर साजिद नाडियाडवाला से शादी कर सभी को चौंका दिया था।

कहा जाता है कि शादी के बाद दिव्या भारती अक्सर तनाव में रहती थीं। कुछ लोग उनके तनाव की वजह को इतनी कम उम्र में माता-पिता से दूर हो जाने से जोड़कर भी देखते हैं। दरअसल महज 16 साल की उम्र में दिव्या भारती ने स्टारडम के उस मुकाम को हासिल कर लिया था, जो बॉलीवुड के तमाम स्टारकिड्स आज भी हासिल करने में एड़ी-चोटी का जोर लगा देते हैं और फिर भी नाकाम रहते हैं। तनावग्रस्त जीवन और हेक्टिक शेड्यूल की वजह से दिव्या शराब पीने लगी थीं। जिस रात उनकी मौत हुई उस रात भी वह शराब के नशे में थीं।

क्या हुआ था घटना वाली रात?
5 अप्रैल, 1993 को दिव्या भारती चेन्नई से फिल्म की शूटिंग पूरी कर मुंबई के वर्सोवा स्थित अपने घर लौटी थीं। इसी दिन उन्हें दूसरे शूट के लिए हैदराबाद जाना था। पैर में चोट लगने की वजह से उन्होंने हैदराबाद की शूटिंग पोस्टपोन कर दी थी। उसी दिन उन्हें एक नए फ्लैट की डील भी करनी थी। ‘आंदोलन’ फिल्म के चलते फैशन डिजाइनर नीता लुल्ला रात करीब 10 बजे दिव्या से मिलने उनके घर आईं। नीता के साथ उनके पति श्याम लुल्ला भी थे। तीनों ने साथ में कुछ ड्रिंक्स पी। दिव्या की मेड अमृता उनके लिए स्नैक्स तैयार कर रही थी।

कहा जाता है कि रात करीब 11 बजे नीता और श्याम लिविंग रूम में टीवी देख रहे थे कि तभी दिव्या बालकनी में चली आईं। वह काफी नशे में थीं। जैसे ही वह कमरे में आने के लिए वापस मुड़ी तो उनका संतुलन बिगड़ गया और अपार्टमेंट के पांचवें फ्लोर से वह नीचे गिर गईं। एंबुलेंस के मौके पर पहुंचने तक दिव्या की सांसें चल रही थीं, लेकिन काफी खून बह जाने की वजह से इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। इस हादसे को कुछ लोगों ने साजिश का नाम दिया तो कुछ इसे आत्महत्या मानते हैं।

दिव्या के पिता ने बेटी की मौत के पीछे किसी षडयंत्र से इंकार किया था। दिव्या भारती की मौत के बाद उनकी तीन फिल्में ‘रंग’, ‘शतरंज’ और ‘थोलि मुद्धू’ रिलीज हुई थी, जिसमें ‘रंग’ सुपरहिट रही थी। आज दिव्या भारत की मौत के बाद 26 साल गुजर चुके हैं। पुलिस इस केस को 24 साल पहले ही क्लोज कर चुकी है। लेकिन दिव्या के दीवाने आज भी उनकी मौत की सच्चाई जानना चाहते हैं।

वीडियो में देखिए दिव्या भारती की ये अनसुलझी गुत्थी…

मुकेश कुमार गजेंद्र :प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया में कार्य करने का समान अनुभव। सियासत, सिनेमा और समाज के बीच कुछ नया गुनने, बुनने और गढ़ने की कोशिश जारी। फिलहाल हिन्दी रश डॉट कॉम में बतौर संपादक कार्यरत।