EXCLUSIVE: कपिल देव की 83 वाली पारी खेलेंगे रणवीर सिंह, इसलिए अर्जुन कपूर हुए ‘OUT’

अब कपिल देव पर फिल्म बनने जा रही है। कपिल देव की 1983 की कहानी को लेकर बन रही बायोपिक में रणवीर सिंह का नाम लगभग तय हो चुका है।

क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर, महेंद्र सिंह धोनी के बाद अब कपिल देव पर फिल्म बनने जा रही है। इस फिल्म के लीड रोल के लिए अर्जुन कपूर और रणवीर सिंह का नाम चर्चा में रहा। कपिल देव की 1983 की कहानी को लेकर बन रही बायोपिक में रणवीर सिंह का नाम लगभग तय हो चुका है। वैसे कुछ समय पहले तो यह खबर भी चर्चा में थी कि अर्जुन कपूर को फिल्म 83 की स्क्रिप्ट मिली है। इन दोनों के नाम को फाइनल करने के बीच कई कहानियां हैं। वैसे कहा जा रहा है कि सुल्तान, मैरी कॉम, भाग मिल्खा भाग, चक दे इंडिया, सूरमा, खडूस के बाद फिल्म 83 और साइना नेहवाल की फिल्म आने वाली है। 83 को कबीर खान के निर्देशन में बनाया जाएगा।

जानकारी के मुताबिक, इससे पहले 83 की कहानी के निर्माता थे विष्णु वर्धन इंदुरी और फिल्म को डायरेक्‍ट करने वाले थे संजय पुराण सिंह चौहान पर बाद में सबकुछ इधर-उधर हो गया। हालांकि संजय पुराण सिंह चौहान ने अर्जुन कपूर को इस फिल्म के लिए ऑफर किया था। सूत्रों का यह भी कहना है कि बाद में अर्जुन कपूर के वजन के कारण ये फिल्म छिन गई। क्योंकि ये फिल्म 2019 में ही रिलीज करनी है। ऐसे में इतनी जल्दी अर्जुन कपूर वजन कम नहीं कर सकते थे। यह एक कारण है जिसके लिए अर्जुन कपूर को फिल्म नहीं मिली। हालांकि बाद में अर्जुन कपूर ने इस बात को खारिज कर दिया था।

इस दिन होगी रिलीज

सूत्रों का यह भी कहना है कि, फिल्म 83 कबीर खान के निर्देशन में बनने वाली है। इसके लिए उन्होंने रणवीर सिंह को चुना है। हालांकि इस फिल्म को लेकर रणवीर सिंह की ओर से भी सिग्नल मिल चुके हैं। कई मीडिया इंटरव्यू में रणवीर स्पोर्ट्स की फिल्म को लेकर उत्साहित दिखें हैं। वैसे कबीर खान और रणवीर सिंह पहली बार काम एक साथ काम करने जा रहे हैं। भारतीय टीम ने 1983 में वेस्टइंडीज टीम को हरा कर वर्ल्ड कप जीता था। यह फिल्म पहले 5 अप्रैल, 2019 को रिलीज होने वाली थी। बाद में, निर्माताओं ने घोषणा की कि यह 30 अगस्त, 2019 को रिलीज होगी। वैसे, इस फिल्म में रणवीर सिंह के आते ही रिलीज की तारीख फिर बदल गई है। फिल्म अब 10 अप्रैल, 2020 को पर्दे पर आ जाएगी।

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रवि गुप्ता :पत्रकार, परिंदा ही तो है. जैसे मैं जन्मजात बिहारी, लेकिन घाट-घाट ठिकाने बनाते रहता हूं. साहित्य-मनोरंजन के सागर में गोते लगाना, खबर लिखना दिली तमन्ना है जो अब मेरी रोजी रोटी है. राजनीति तो रग-रग में है.