खुशनुमा मिजाज, बेबाक अंदाज, सफलता ऐसी जिसने सबके आगे घुटने टेक दिए, नाम अनुराग कश्यप (Anurag Kashyap) बॉलीवुड में मॉर्डनाइज के नाम से मशहूर फिल्म निर्माता अनुराग कश्यप आज 47 साल के हो गए हैं। 10 सितंबर 1972 को गोरखपुर में जन्मे अनुराग कश्यप ने वैसे तो बॉलीवुड में एक के बाद ऐसी कई हिट फिल्में दी हैं जिनकी सफलता इस बात को साबित करती है कि डायरेक्टर की कुर्सी पर बने हुए भी उन्होंने कभी अपने मिजाज से कोई परहेज नहीं किया। उन्हें अक्सर बॉलीवुड में अलग किस्म की फिल्मों को बनाने के लिए जाना जाता है। वो अपनी फिल्मों में उन सभी चीजों को अंजाम देते हैं जिससे आज भी हमारी देश की आधी आबादी अंजान है।
फिल्म बनाते समय कड़े से कड़ा रवैया अपनाने वाले अनुराग कश्यप की फिल्मों पर सेंसर बोर्ड की कैंचियां भी खूब चलती हैं और उन्हीं फिल्मों की जब सराहना होती है तो निर्माता की झोली में चार फिल्मफेयर अवार्ड भी आने से कोई नहीं रोक पाता। अनुराग कश्यप ने अपने बॉलीवुड निर्देशन की शुरुआत फिल्म पाँच से की, जो सेंसरशिप के मुद्दों के कारण कभी रिलीज़ नहीं हुई। वहीं अनुराग कश्यप ने ब्लैक फ्राइडे, देव डी, गुलाल, द गर्ल इन यलो बूट्स, गैंग्स ऑफ वासेपुर, द लंचबॉक्स, शाहिद, बॉम्बे टॉकीज, रमन राघव, मुक्काबाज़ और मनमर्जियां जैसी फिल्मों के साथ अपने दर्शकों का मनोरंजन भी किया है। ऐसे में आज उनके जन्मदिन के खास मौके पर हम आपको उनकी पांच ऐसी फिल्मों से रूबरू कराएंगे जिन्होंने सबके सोचने का नजरिया बदल दिया।
नो स्मोकिंग (No Smoking 2007) अनुराग कश्यप द्वारा लिखित और निर्देशित और विशाल भारद्वाज और कुमार मंगत द्वारा सह-निर्मित है। नो स्मोकिंग एक साइकोलॉजिकल थ्रिलर फिल्म है जिसमें जॉन अब्राहम, आयशा टाकिया, रणवीर शौरी और परेश रावल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
देव डी (Dev D 2009) रोमांटिक होने के साथ-साथ एक्शन से भरपूर इस फिल्म को हम कैसे भूल सकते हैं। फिल्म में अभय देओल (Abhay Deol) कल्कि कोचलिन और माही गिल की एक्टिंग ने हर किसी को पागल कर दिया था। फिल्म की सफलता ने रातों-रात अनुराग कश्यप को स्टार बना दिया था।
गैंग्स ऑफ वासेपुर (Gangs Of Wasseypur 2012) साल 2012 में आई फिल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर की जितनी तारीफ की जाएं उतनी कम हैं। नवाज़ुद्दीन सिद्द्की-हुमा कुरैशी और मनोज बाजपेयी अभिनीत इस फिल्म का जादू सालों तक लोगों के सर चढ़कर बोला। झारखंड के धनबाद की कहानी को बड़े पर्दे पर उतारने का काम कोई कर सकता था तो वो केवल अनुराग कश्यप ही थे।
गुलाल (Gulaal 2009) गुलाल एक राजनीतिक ड्रामा फिल्म है जिसका निर्देशन अनुराग कश्यप ने किया है। फिल्म राजस्थान में स्थापित है और एक विश्वविद्यालय में राजनीति पर आधारित है। जिसमें कॉलेज इलेक्शन के माध्यम से एक काल्पनिक अलगाववादी आंदोलन को दिखाया गया है।
ब्लैक फ्राइडे (Black Friday 2007) साल 1993 को हुए मुंबई हमले की एक सच्ची घटना पर आधारित फिल्म है। फिल्म का निर्माण साल 2004 में हुआ था लेकिन किसी कारणवंश फिल्म रिलीज़ नहीं हो सकी इसके बाद साल 2007 में रिलीज़ हुई।
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