26/11 Mumbai Attacks: आतंकी हमले के दर्द को बयां करती हैं बॉलीवुड की ये 5 फिल्में

इसआंतकी हमले पर बॉलीवुड में कई फिल्मे बनी। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं उन फिल्मों के बारें में जो इस घटना के आधार पर बनाई गईं...

आज से ठीक दस साल पहले मुंबई में इसी दिन मातम छाया हुआ था। इसी दिन हुए आतंकी हमले में तकरीबन 160 लोगों की जाने चली गई थी। जबकि लगभग 310 लोग घायल हो गए थे। इस घटना में 18 पुलिस कर्मियों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था। मुंबई के होटल ताज में हुआ ये हमला इतना खतरनाक था कि आज भी लोग जब इस घटना को याद करते हैं तो उनकी आंखे नम हो जाती हैं।

फिल्मों की नगरी मुंबई के लिए 26/11 एक काली रात थी। इस आंतकी हमले पर बॉलीवुड के कई डायरेक्टर ने तमाम तरह कि फिल्मे बनाई। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं उन फिल्मों के बारें में जो इस घटना के आधार पर बनाई गईं।

पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा द्वारा 26 नवंबर 2008 में मुंबई आतंकवादी हमलों में 164 लोगों की मौत और 300 से अधिक लोग मारे गए थे।

फिल्म-26/11

वर्ष 2013 में आई फिल्म 26/11 राम गोपाल वर्मा के निर्देशन में बनी थी। इस फिल्म में 26/11/2008 में हुए पूरे घटनाक्रम को पूरी तरह से दिखाया गया है। इस फिल्म में नाना पाटेकर मुख्य किरदार में नजर आए हैं।

फिल्म- फैंटम

इसी साल यानी 2015 में फिल्म फैंटम आई। इसमें सैफ अली खान और कटरीना कैफ इस फिल्म में नजर आए थे। इस फिल्म को डायरेक्टर कबीर खान ने किया था। इस फिल्म में भी 2008 में हुए आंतकी हमले पर आधारित थी।

फिल्म-बेबी

इसके बाद वर्ष 2015 में फिल्म बेबी आई। इस फिल्म में अक्षय कुमार, अनुपम खेर और तापसी पन्नू नजर आए थे। ये फिल्म भी इसी घटना पर आधारित थी। सिनेमाघरों में इस फिल्म को लोगों ने खूब पसंद किया था। फिल्म के स्टारकास्ट ने शानदार अभिनय से लोगों के दिलों को ये फिल्म छू गई थी।

फिल्म- ए वेडनेसडे

वर्ष 2009 में फिल्म ए वेडनेसडे सिनेमाघरों में आई। इस फिल्म में नसीरुद्दीन शाह, अनुपम खेर और जिम्मी शेरगिल ने मुख्य किरदार निभाया था। इस फिल्म ने कई अवार्ड अपने नाम किए थे। इस फिल्म को नीरज पांडे ने डायरेक्ट किया था।

फिल्म- होटल मुंबई
फिल्म होटल मुंबई में अनुपम खेर मुख्य किरदार में थे। इस फिल्म में अनुपम खेर ने होटल के शेफ का किरदार निभाया था। इस फिल्म को एंथनी मारस ने डायरेक्ट किया था।

कविता सिंह :विवाह के लिए 36 गुण होते हैं, ऐसा फ़िल्मों में दिखाते हैं, पर लिखने के लिए 36 गुण भी कम हैं। पर लेखन के लिए थोड़े बहुत गुण तो है हीं। बाकी उम्र के साथ-साथ आ जायेंगे।