गोवा का राजनीतिक गणित बिगड़ता दिख रहा है। भाजपा के लिए मुश्किलें बढ़ती दिख रही है तो वहीं कांग्रेस सरकार बनाने का दावा कर रही है। जबकि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह लगातार गोवा में सरकार को बचाने के लिए सहयोगी दलों के साथ संपर्क साधे हुए हैं। बीजेपी सरकार को बचाना मुश्किल दिख रहा है लेकिन शाह भी कहां चुप बैठने वाले हैं।
फिलहाल सबसे बड़ी जानकारी आ रहा है कि कांग्रेस अपने विधायकों के साथ राज्यपाल मृदुला सिन्हा के साथ बैठक करने जा रही है। इसके लिए गोवा के राज्यपाल ने अनुमित दे दी है। राज्यपाल की अनुमति मिलने पर कांग्रेस में खुशी की लहर दौड़ पड़ रही है। तो वहीं बीजेपी के लिए और भी ज्यादा मुश्किल बढ़ गई है।
कांग्रेस का दावा
कांग्रेस के 14 विधायकों ने राज्य में सरकार बनाने का दावा किया है। सोमवार को ही राज्यपाल मृदुला सिन्हा से मिलने राजभवन पहुंचे थे और दावा किया था। साथ ही मिलने के लिए समय मांगा था लेकिन अनुमति ना मिलने पर कांग्रेस खामोश थी पर अब कांग्रेस राज्यपाल के साथ बैठक करने जा रही है।
वैसे आंकड़े बताते हैं कि गोवा में 40 विधानसभा सीट हैं, बहुमत सिद्ध करने के लिए 21 सीटों की जरूरत पड़ेगी। इन सीटों में से 16 सीट कांग्रेस और 14 सीट पर भाजपा है। लेकिन बीजेपी ने गठबंधन करके सरकार बना ली है। गोवा में भाजपा जीएफपी और एमजीपी के तीन-तीन विधायक हैं। भाजपा को तीन निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन हासिल है।
जबकि कांग्रेस के 16 विधायक हैं और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का एक विधायक साथ है। लेकिन खबर यह भी है कि बीजेपी के तीन विधायक बीमार हैं ऐसे में बीजेपी पर संकट है। यदि मनोहर पर्रिकर के साथ कुछ अनहोनी हो जाती है तो कांग्रेस बाजी मार सकती है। साथ ही यदि कांग्रेस बीजेपी के सहयोगी दल को अपने साथ लाने में सफल हो जाती है तो फिर पासा पलट सकता है।