गोविंदा की ‘रंगीला राजा’ पर सेंसर बोर्ड की सफाई, कहा- पहलाज निहलानी का ‘राजा’ रेपिस्ट है…

सेंसर बोर्ड ने कोर्ट में एफिडेविट जमा किया है। लिखा है कि गोविंदा की फिल्म 'रंगीला राजा' महिलाओं के सुरक्षा और सम्मान के लिहाज से अच्छी फिल्म नहीं है।

लंबे समय से विवादों में फंसी पहलाज निहलानी की फिल्म ‘रंगीला राजा’ बॉम्बे हाईकोर्ट तक पहुंच गई है। सेंसर बोर्ड ने कोर्ट में एफिडेविट जमा किया है। इसमें साफ लिखा गया है कि गोविंदा की फिल्म ‘रंगीला राजा’ महिलाओं के सुरक्षा और सम्मान के लिहाज से अच्छी फिल्म नहीं है। इस फिल्म को बिना सीन कट किए प्रदर्शित नहीं किया जा सकता है। इसलिए हमारी बोर्ड कमेटी की ओर से बीस सीन काटने के लिए कहा गया था। इसके अलावा फिल्म ‘रंगीला राजा’ को ‘ए’ सर्टिफिकेट देने के लिए कहा गया। लेकिन इस बात पर पहलाज निहलानी समहत नहीं हुए थे।

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अद्वैत सेठना ने हाईकोर्ट में एफिडेविट जमा किया है। इसमें लिखा है कि जिस समाज में हम महिलाओं के सुरक्षा और सम्मान की बात कर रहे हैं। उनको सशक्त बनाने के लिए काम कर रहे हैं। रेप और आपत्तिजनक टिप्पणी करना अपराध है तो फिर, वहीं पर ऐसी फिल्मों को प्रदर्शित करने की अनुमित कैसे दे सकते हैं। फिल्म ‘रंगीला राजा’ महिलाओं की इज्जत पर मजाक उड़ाती दिख रही है। इसके बाद सेंसर बोर्ड ने सलाह दिया कि इस फिल्म में कुछ सीन कट किए जाने चाहिए। इसके बाद ही फिल्म को लोगों के सामने प्रदर्शित किया जा सकता है।

‘रंगीला राजा’ के विवादित कमेंट
फिल्म ‘रंगीला राजा’ के कुछ विवादित डायलॉग्स भी सामने आए हैं। फिल्म में कुछ ऐसे डायलॉग्स हैं- ‘ये रंगीला राजा है, रंगीला था और रंगीला रहेगा…’ फिर एक जगह पर महिला को रेप करने के बाद ‘स्वादिष्ट खाना’ जैसे शब्द का प्रयोग किया गया है। इतना ही नहीं बोल्ड महिला को ‘कड़क घेवर’ कहा गया है। इन डायलॉग्स के आधार पर सेंसर बोर्ड ने सीन कट करने के लिए कहा था जबकि ‘रंगीला राजा’ का रोल करने वाले गोविंदा ने मीडिया को बताया कि फिल्म में ऐसा कुछ नहीं है जिसको लेकर कट करने की जरूरत है। मुझे साजिश का शिकार बनाया जा रहा है।

फिल्म रंगीला राजा का ट्रेलर देखिए…

‘रंगीला राजा’ की खास तस्वीरें देखिए

 

रवि गुप्ता :पत्रकार, परिंदा ही तो है. जैसे मैं जन्मजात बिहारी, लेकिन घाट-घाट ठिकाने बनाते रहता हूं. साहित्य-मनोरंजन के सागर में गोते लगाना, खबर लिखना दिली तमन्ना है जो अब मेरी रोजी रोटी है. राजनीति तो रग-रग में है.