एक्टर सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की मौत के बाद से बॉलीवुड में इनसाइडर्स और आउटसाइडर्स की बहस लगातार बढ़ती ही जा रही है। इस मामले में कई बड़े सितारे अपनी राय रख रहे हैं। हाल ही में कंगना रनौत (kangana Ranaut) के अपने एक इंटरव्यू में इनसाइडर्स और आउटसाइडर्स के मुद्दे पर खुलकर बातें रखीं। जिस पर एक्ट्रेस सिमी ग्रेवाल ने कंगना की हिम्मत से काफी प्रभावित हुईं। वहीं अब गोविंदा (Govinda) ने भी इस मामले में अपनी राय रखी।
गोविंदा ने नेपोटिज्म के बारे में बात करते हुए कहा कि उनके पिता अरुण कुमार राजा और निर्मला देवी एक्टर्स थे इसके बाद भी उन्हें बॉलीवुड में जगह बनाने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा था। गोविंदा ने खुलासा करते हुए बताया कि उन्हें अपने दौर में कई प्रोड्यूसर्स से मिलने के लिए घंटों तक इंतजार करना पड़ा था। गोविंदा ने इशारों हिओ इशारों में कुछ लोगों निशाना साधते हुए कहा कि फिल्म इंडस्ट्री में कैंप्स होते हैं और बॉलीवुड को मोटे तौर पर चार से पांच लोग ही कंट्रोल किये हुए हैं।
गोविंदा ने हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत में कहा पहले जो भी टैलेंटेड होता था, उसे काम मिल जाता था। हर फिल्म को थियेटर्स में बराबरी के मौके मिलते थे। लेकिन अब ऐसा नहीं है। अब बॉलीवुड को गिनती के 4-5 लोग ही फिल्मों का पूरा बिजनेस चलाते हैं। वे फैसला करते हैं कि जो उनके करीबी नहीं है उनकी फिल्मों को ठीक-ठाक रिलीज होने देना है या नहीं। मेरी कुछ अच्छी फिल्मों को भी ढंग की रिलीज नहीं मिल पाई थी। लेकिन अब धीरे धीरे चीजें बहुत बदल रही हैं।
बीते कुछ दिनों से बॉलीवुड गलियारों से नेपोटिज्म और इनसाइडर्स और आउटसाइडर्स की बहस लगातार बढ़ती ही जा रही है। सुशांत की मौत के बाद से इस मामले को सोशल मीडिया पर काफी उछाला जा रहा है।
Sushant Suicide: सुशांत सिंह राजपूत पर बनेगी फिल्म ‘सुसाइड या मर्डर’, इस दिन होगी रिलीज!
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Anonymous
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