Gully Boy Song: फिल्म गल्ली बॉय का सॉन्ग ‘अपना टाइम आएगा’ लॉन्च, दिल जीत लेगा रणवीर सिंह का रैपिंग स्टाइल

स्ट्रीट रैपर का किरदार निभा रहे रणवीर सिंह (Ranveer Singh) का नया गाना लॉन्च हो गया है। इस गाने को खुद रणवीर सिंह ने गाया है। फिल्म में रणवीर सिंह का किरदार इस बार देखना वाकई दिलचस्प होगा।

अपना टाइम आएगा गाने में रणवीर सिंह का एक सीन।

बॉलीवुड एक्टर रणवीर सिंह और एक्ट्रेस आलिया भट्ट की अपकमिंग फिल्म गल्ली बॉय का दूसरा गाना रिलीज हो गया है। गल्ली बॉय का ये गाना अपना टाइम आएगा ‘Apna Time Aayega’ को रणवीर सिंह (Ranveer Singh) ने ही गाया है। इस गाने में रणवीर सिंह स्टेज पर गाना गाते हुए नजर आ रहे हैं। इस गाने में रणवीर सिंह भरपूर जोश से भरे हुए नजर आ रहे हैं। अपना टाइम आएगा रैप में सिद्धार्थ चतुर्वेदी (Siddharth Chaturvedi) भी नजर आ रहे हैं। इससे पहले सिद्धार्ध फरहान अख्तर के प्रोड्क्शन में बनी बेवसीरीज में नजर आ चुके हैं।

रणवीर सिंह ने अपने सोशल मीडिया पर अपनी फिल्म के गल्ली बॉय के इस गाने को रिलीज किया है। गल्ली बॉय फिल्म में रणवीर सिंह एक स्ट्रीट रैपर का किरदार निभा रहे हैं। वो तमाम तरह की परेशानियों को जूझते हुए गल्ली बॉय से स्टार रैपर बन जाते हैं। इस फिल्म में आलिया भट्ट (Alia Bhatt) रणवीर सिंह की गर्लफ्रेंड का किरदार निभा रहीं हैं। वहीं कल्कि कोचलिन (kalki koechlin) भी का भी इस फिल्म में अहम रोल है।

रणवीर सिंह की इस फिल्म का ट्रेलर लॉन्च हो चुका है। फिल्म में एक रैपर की लाइफ के बारें में बताया गया है जो मुंबई की झुग्गियों और चॉल में रहता है। फिल्म में रणवीर सिंह देश का सबसे बड़ा रैपर बनना चाहता है। इस फिल्म में रणवीर सिंह ने खुद रैपिंग की है ये उनके फैंस के लिए थोड़ा चौंका देने वाला है। वहीं फिल्म में आलिया भट्ट की भी शानदार एक्टिंग नजर आ रहीं हैं। ट्रेलर में आलिया भट्ट रणवीर सिंह से बात करती हुईं नजर आती हैं इसी के साथ वो किसी के सर में बोतल भी मारती हैं। बोतल तो टूट जाती है लेकिन ये क्लीयर नहीं हो पाएगा कि आलिया भट्ट बोतल किसे मारती हैं कल्कि कोचलीन को या किसी और को। वेल रणवीर सिंह का ये गाना आपको कैसा लगा हमें नीचें कमेंट्स करके जरूर बताएं।

देखिए रणवीर सिंह का ये गाना…

देखिए फिल्म का ट्रेलर…

देखिए रणवीर सिंह के अन्य पोस्ट…

कविता सिंह :विवाह के लिए 36 गुण होते हैं, ऐसा फ़िल्मों में दिखाते हैं, पर लिखने के लिए 36 गुण भी कम हैं। पर लेखन के लिए थोड़े बहुत गुण तो है हीं। बाकी उम्र के साथ-साथ आ जायेंगे।