FTII का चेयरमैन नहीं बनेंगे गुलशन ग्रोवर, बताया पद लेने से इंकार करने की ये खास वजह

बॉलीवुड की गलियारों में खबरें आ रहीं थी कि इस संस्था के नए चेयरमैन गुलशन ग्रोवर (Gulshan Grover) बनने वाले हैं। इन खबरों पर गुलशन ग्रोवर का एक नया बयान सामने आया है। जिसपर उन्होंने इस पद को लेने से इंकार कर दिया है।

गुलशन ग्रोवर को सुभाष घई की फिल्म 'राम लखन' में निभाए गए बेहतरीन किरदार के बाद इस सम्मानित पद के लिए अप्रोच किया गया है।

फिल्म ऐंड टेलिविजन इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (एफटीआईआई) के चेयरमैन पद से अनुपम खैर (Anupam Kher) के इस्तीफे के बाद बॉलीवुड की गलियारों में खबरें आ रहीं थी कि इस संस्था के नए चेयरमैन गुलशन ग्रोवर (Gulshan Grover) बनने वाले हैं। इन खबरों पर गुलशन ग्रोवर का एक नया बयान सामने आया है। जिसपर उन्होंने इस पद को लेने से इंकार कर दिया है। अनुपम खैर ने एफटीआईआई के चेयरमैन पद से कुछ महीने पहले ही इस्तीफा दिया था।

रिपोर्ट के अनुसार, ग्रोवर के पद को स्वीकार न करने के मुख्य कारण उनके पहले के काम में आने वाली बाधाओं को बताया जा रहा है। ग्रोवर ने डीएनए से कहा कि मैं सिनेमा के भविष्य में मैं आने वाले समय में हमेशा सेवा करने के लिए तैयार हूं। मैं एफटीआईआई के समर्थन में भी हमेशा खड़ा रहूंगा। लेकिन मैं इसे लेने में अभी असमर्थ हूं। ये कहना गलत नहीं होगा कि गुलशन ग्रोवर के इस बयान से अब एफटीआईआई के चेयरमैन के पद की खबरों पर विराम लग जाएगा।

बताते चलें कि मुंबई मिरर के मुताबिक गुलशन ग्रोवर को सुभाष घई की फिल्म ‘राम लखन’ में निभाए गए बेहतरीन किरदार के बाद इस सम्मानित पद के लिए अप्रोच किया गया है।  गुलशन ग्रोवर ने तकरीबन 400 से भी ज्यादा फिल्मों में काम किया है। वो करीब 4 दशकों से हिंदी सिनेमा से जुड़े हुए हैं। गुलशन ग्रोवर की खास बात यह है कि वो हिंदी सिनेमा के अलावा इंग्लिश, फ्रेंचच, जर्मन और नेपाली सिनेमा से भी जुड़े हुए हैं। वहीं अनुपम खेर की इस्तीफा देने के बाद एक पोस्ट शेयर किया था।

इसमें उन्होंने लिखा था, ‘फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में बतौर अध्यक्ष मुझे बहुत सम्मान मिला। मैंने बहुत कुछ सीखा-अनुभव किया। लेकिन कुछ अंतर्राष्ट्रीय काम के कारण मैं संस्थान को पूरी तरह समय नहीं दे पाऊंगा। बस इसलिए मैं अपना इस्तीफा दे रहा हूं।’ वैसे फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में अध्यक्ष पद के लिए हमेशा विवाद होते रहता है। जो भी अध्यक्ष बनता है उसे विरोध का सामना करना पड़ता है। आखिरकार इस्तीफा देना पड़ जाता है। जिसके कारण यहां की शिक्षा व्यवस्था बाधित रहती है। लेकिन अनुपम खेर ने अपनी स्वेच्छा से इस्तीफा दिया है।

वीडियो में देखिए आज की टॉप 5 खबरें…

देखिए गुलशन ग्रोवर की कुछ तस्वीरें और वीडियो…

कविता सिंह :विवाह के लिए 36 गुण होते हैं, ऐसा फ़िल्मों में दिखाते हैं, पर लिखने के लिए 36 गुण भी कम हैं। पर लेखन के लिए थोड़े बहुत गुण तो है हीं। बाकी उम्र के साथ-साथ आ जायेंगे।