मशहूर गीतकार गुलजार (Gulzar) ने #MeToo आंदोलन को लेकर बयान दिया है। गुलजार ने बाइबिल (Bible) और सिनेमा को लेकर अपनी बात बात रखी है। इस बयान के बाद चर्चा थोड़ी गरम हो गई है। गुलजार ने साफ तौर पर कहा कि यदि आप सोच रहे हैं कि सिनेमा कोई बाइबिल की तरह है तो आप गलत हैं। दरअसल, एक किताब लॉन्चिंग के मौके पर उन्होंने ये बातें रखीं। वैसे इस आंदोलन को लेकर अमिताभ बच्चन व अन्य कई कलाकारों ने राय रखी है।
जानकारी के मुताबिक, मशहूर गीतकार गुलजार ने कहा, ‘सिनेमा समाज का प्रतिबिंब है। यदि आप ऐसा सोच रहे हैं कि रेप, यौन शोषण जैसी घटनाएं केवल सिनेमा में होती हैं तो ऐसा नहीं है। अभी तो समाज में देखने को मिल रहा है कि 4 साल और 8 साल तक की बच्चियों के साथ रेप हो रहा है। थैंक गॉड की सिनेमा समाज को ऐसा आईना नहीं दिखाया।’
सिनेमा अच्छा इंसान नहीं बनाता
आगे उन्होंने कहा, ‘लेकिन यहां गौर करें, सिनेमा जो है आपके जिंदगी के हर हिस्से से प्रभावित होता है। अब ऐसा मत सोचिए कि सिनेमा आपको नैतिकता और मौलिक सिद्धांत सिखाएगा। अब आपको लगता है कि सिनेमा कोई बाइबिल है और यह आपको अच्छा इंसान बनाएगा। तो फिर आप पूरी तरह गलत सोच रहे हैं।’ गुलजार साहब के कड़वी प्रतिक्रिया के बाद लोगों का रिएक्शन भी थोड़ा बदला-बदला देखने को मिल रहा है।
अमिताभ बच्चन की राय
बिग बी ने कहा, ‘किसी भी महिला के साथ किसी भी प्रकार का दुर्व्यवहार, अपमान नहीं होना चाहिए। खासकर ऑफिस या कार्यस्थल पर। ऐसे कृत्यों को तुरंत संबंधित अधिकारियों की जानकारी में लाना चाहिए। लिखित शिकायत दर्ज करने या कानून का सहारा लेना चाहिए। साथ ही साथ शोषण के खिलाफ त्वरित और सटीक रास्ते अपनानें चाहिए। अनुशासन, जागरूक नागरिक और नैतिकता प्रारंभिक स्तर पर अपनाना चाहिए।’
मैं एक महिला हूं
अपनी किताब लॉन्चिंग के दौरान श्वेता बच्चन ने कहा, ‘मैं एक महिला हूं और निश्चित रूप से मैं उन महिलाओं का समर्थन करती हूं, जो बाहर आ रहे हैं और बोल रहे हैं। मैं काम के लिए सुरक्षित वातावरण चाहती हूं। ये कहानियां दिल तोड़ रही हैं। मुझे लगता है कि इस तरह की गतिविधियों को समर्थन करना चाहिए।’ वैसे सबसे पहले बच्चन परिवार की ओर से ऐश्वर्या राय बच्चन ने अपनी राय रखी थी। इसके बाद बिग बी और श्वेता बच्चन ने रखी।
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