Halloween 2018: बॉलीवुड की 5 डरावनी फिल्में, जिन्हें जरूर देखना चाहेंगे आप

पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए हैलोवीन मनाया जाता है। हैलोवीन की शुरुआत आयरलैंड व स्कॉटलैंड से हुई थी। इस दिन अब लोग डरावने कपड़े और मेकअप करते हैं...

हैलोवीन (Halloween) ये दुनियाभर के इसाई देशों में मनाया जाता है। लेकिन अब कई देशों में इसे मनाया जाने लगा है। कहा जाता है कि पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए हैलोवीन मनाया जाता है। हैलोवीन की शुरुआत आयरलैंड और स्कॉटलैंड से हुई थी।

इस दिन अब लोग डरावने कपड़े और मेकअप करते हैं और पार्टियां करते हैं। वहीं हॉलीवुड में भी हैलोवीन पर कई फिल्में बन चुकी हैं। हैलोवीन नाम की एक सीरीज जो 1978 में आई थी जिसके 10 पार्ट 2018 तक आ चुके हैं।

बॉलीवुड में भी कई हॉरर फिल्में बनीं हैं, जिन्हें सिनेमाघरों में अच्छा रिस्पॉन्स मिला है…

फिल्म स्त्री (2018)
“इतनी सुन्दर स्त्री, स्त्री कैसे हो सकती है?” सिनेमाहॉल से मैं राजकुमार राव की कही ये बात बाहर लेकर जाती हूँ| स्त्री एक हॉरर कॉमेडी फिल्म है और इस जॉनर की दूसरी फिल्मों से कहीं बेहतर है| इस जॉनर की फिल्म बनाना आसान नहीं है लेकिन स्त्री फिल्म इसमें सही साबित होती है|

फिल्म तुम्बड (2018)

राही अनिल बारवे और आदेश प्रसाद द्वारा निर्देशित ‘तुम्बड’ भारत की 19वीं शताब्दी की कहानी दर्शाती है जहां एक षडयंत्रकारी शख्स पर अपने पूर्वजों के पौराणिक खजाने को खोजने का जुनून सवार हो जाता है।

एक थी डायन (2013)

एक थी डायन जिस उम्मीद के साथ शुरू होती है उस उम्मीद के साथ खत्म तो नहीं होती, लेकिन यह फिल्म अपनी मौलिकता और प्रस्तुतिकरण के कारण बांध कर रखती है। विक्रम भट्ट की पकाऊ हॉरर फिल्मों से थक चुके दर्शकों को यह फिल्म राहत देती है।

राज(2002)

2002 में आई फिल्म राज तो याद ही होगी। इस फिल्म में डिनो मोरिया और बिपाशा बासु मुख्य किरदार में नजर आए थे। राज ने आपको डरावने के साथ साथ मनोरंजन का काम भी किया था। राज फिल्म उस साल की सबसे हिट फिल्म हुई थी।

रात (1992)

ये फिल्म राम गोपाल वर्मा की अब तक की बेस्ट फिल्म थी। इस फिल्म को लोगों ने बहुत पसंद किया था।

कविता सिंह :विवाह के लिए 36 गुण होते हैं, ऐसा फ़िल्मों में दिखाते हैं, पर लिखने के लिए 36 गुण भी कम हैं। पर लेखन के लिए थोड़े बहुत गुण तो है हीं। बाकी उम्र के साथ-साथ आ जायेंगे।