Happy Birthday Lata Mangeshkar: भारत की सुर कोकिला लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) आज, 28 सितंबर को अपना 91वां जन्मदिन मना रही हैं। सुरों से दुनिया का दिल जीतने वालीं लता मंगेशकर जी के जीवन की कई ऐसी बातें हैं जिसके बारें में आप भी नहीं जानते होंगे। जन्मदिन के मौके पर आइए जानते हैं कुछ ऐसी ही अनसुनी बातें!
1. लता जी का बचपन का नाम ‘हेमा’ था बाद में उनका नाम ‘लतिका’ नाम से प्रेरित होकर लता रखा गया, जो उनके पिता के नाटक ‘बंधन’ का लोकप्रिय किरदार थीं।
2 लता जी केवल एक दिन स्कूल गईं। ऐसा इसलिए है क्योंकि उन्हें वहाँ आने के दौरान अपनी बहन आशा (भोसले) को साथ लाने की अनुमति नहीं थी।
3. शशधर मुखर्जी, एक प्रसिद्ध निर्माता, ने पहले लता मंगेशकर की आवाज़ को ‘बहुत पतली’ कहकर खारिज कर दिया था। ‘
4. लता जी शुरू में नूरजहाँ की आवाज़ की नकल करती थीं, जो उस समय की एक प्रशंसित पार्श्व गायिका और अभिनेत्री थीं।
5. लता मंगेशकर के विरोध के बाद साल 1959 में फिल्मफेयर अवार्ड में सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायक की श्रेणी शुरू की गई।
6. महान गायिका लता को एक बार किसी अज्ञात व्यक्ति ने धीमा जहर दिया गया था, जिसके कारण वह लगभग 3 महीने तक बिस्तर पर रहीं।
7. ‘ऐ मेरे वतन के लोगो…’ को लेकर लता जी चाहती थीं कि इसे वे अपनी बहन आशा भोसले के साथ गाएं। दोनों इसकी रिहर्सल साथ में कर चुकी थीं, लेकिन जिस रोज उन्हें दिल्ली जाना था, उसके एक दिन पहले आशा ने जाने से इंकार कर दिया। वे अपना फैसला बदलने को तैयार नहीं थीं। लता को अकेले ही जाना पड़ा।
8. ‘ऐ मेरे वतन के लोगो…’ गाना लता ने इतना शानदार गाया कि समारोह में मौजूद पंडित जवाहरलाल नेहरू की आंखों में भी आंसू आ गए।
9. लता मंगेशकर लंदन में रॉयल अल्बर्ट हॉल (1974) में प्रदर्शन करने वाली पहली भारतीय गायिका हैं।
10. राज कपूर निर्देशित फिल्म ‘सत्यम शिवम सुंदरम’ (1978) को लता मंगेशकर के जीवन से प्रेरित बताया जाता है। राज कपूर इस फिल्म में लता जी को कास्ट करना चाहते थे।
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