जब इरफ़ान खान ने खुद क कैंसर होने की बात सभी के सामने रखी तो सभी हैरान रह गए| एक तरफ जहाँ इरफ़ान खान अपनी एक के बाद एक हिट फिल्मों से बॉलीवुड में छाए हुएथे ऐसे में किसी को इस खबर की उम्मीद नहीं थी| इरफ़ान खान को एंडोक्राइन कैंसर हो गया और वो फिलहाल अपना इलाज़ लंदन में करवा रहे है..इरफ़ान खान को भारत से गए हुए कई महीने हो गए हैं लेकिन वो अपनी खबर फैन्स तक अलग-अलग मीडियम से पहुंचाते रहते है|
हाल में ही इरफ़ान खान ने अपने एक इंटरव्यू में अपने सेहत के बारे में बात की, उन्होंने कहा, “मैंने किमो की चार साइकल की है और अभी 6 साइकल तक ये सिलसिला चलेगा उसके बाद हम स्कैन करेंगे| तीसरे स्कैन के बाद रिसल्ट पॉजिटिव आया| लेकिन हमें 6वें स्कैन तक देखना पड़ेगा कि आगे क्या होता है| किसी के साथ लाइफ की गैरेंटी नहीं आती| मेरा दिमाग मुझसे कहता है कि मैं अपनी गर्दन पर एक चिप लगा लूँ और कहूँ कि मुझे ये बीमारी है और मैं कुछ महीनो या एक दो साल बाद मर जाऊँगा..या फिर मैं इस बात पर ध्यान भी ना दूँ और अपनी ज़िन्दाही वैसे जियूं जैसे ये मुझे ले जाती है| और ये ज़िन्दगी मुझे बहुत कुछ दे रही है|
इरफ़ान खान ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि मैं मानता हूँ कि मैं अपनी आँखों पर पट्टी बंधकर चल रहा था और ये नहीं देख पा रहा था कि ये ज़िन्दगी मुझे क्या दे रही है|
यही नहीं इसके अलावा उन्होंने कहा कि उन्हें ज़िन्दगी से बहुत कुछ सिखने को मिल रहा है| उनका कहना है, “मुझे नहीं लगता कि मुझे कुछ और कहना है लेकिन सिर्फ धन्यवाद कहना चाहूँगा| और कोई वर्ड नहीं है और कोई डिमांड नहीं है और कोई प्रेयर नहीं है|”
इरफ़ान खान ने अपने सोशल मीडिया पर अपने फैन्स से रिक्वेस्ट की है कि वो किसी भी रिपोर्ट्स पर विश्वास ना करें..तो आखिर वो अपने सेहत के बारे में सभी को क्या बताना चाहते है? इस सवाल पर उन्होंने कहा, “ज़िन्दगी आप के ऊपर कुछ चुनौतियाँ फेंकती है| लेकिनअब मैं इसपर विश्वास करने लगा हूँ क्योंकि इसने मुझे इमोशनली, फिज़िकली और स्प्रिचुअली मेरा इम्तिहान लिया है| इसने मुझे बहुत ख़ुशी दी है| मैं हिल गया था और मेरी स्थिति बहुत नाज़ुक थी| लेकिन चीजों को देखने का तरीका बदल दें तो पता चलेगा कि ये कितना शक्तिशाली और प्रोडक्टिव होने के साथ साथ हेल्थी है| मैं चाहता हूँ कि लोग ये समझे कि नेचर पर सबसे ज्यादा विश्वास करना चाहिए| मैं इसलिए परेशान हुआ क्योंकि सबसे पहले लोगों ने अंदाज़ा लगाना शुरू कर दिया कि मुझे ये बीमारी है या नहीं| लेकिन ये मेरे हाथ में नहीं है| ये नेचर के ऊपर है वो जो करे| मेरे हाथ में है कि मैं इसका ख्याल रक्खूं| और ये आपको इतना कुछ सिखाती है कि आप इसके आभारी होते है| इसने मुझे ज़िन्दगी को देखने के लिए ऐसी खिड़कियाँ खोल दी है जो शायद मैं 30 साल के मेडिटेशन के बाद भी नहीं देख पाता| ये सुनने में थोडा अजीब लग रहा होगा उन्हें दुखी होने के बजाय नेचर पर भरोसा करना चाहिए क्योंकि जो भी रिसल्ट आएगा वो अच्छे के लिए होगा|
हिंदी रश उम्मीद करता है कि इरफ़ान खान जल्द से जल्द ठीक हो जाएँ!