Kader Khan Birthday: बचपन में इसलिए रात को कब्रिस्तान जाते थे कादर खान, यहीं से मिला था पहला ब्रेक

बॉलीवुड के हर दिल अजीज अभिनेता कादर खान (Kader Khan Birthday) अगर आज दुनिया में होते, तो अपना 82वां जन्मदिन मना रहे होते। जानिए...बचपन में घर के पास वाले कब्रिस्तान क्यों जाते थे कादर खान?

कादर खान। (फोटो- ट्विटर)

बॉलीवुड के दिवंगत अभिनेता कादर खान (Kader Khan Birthday) ने अपनी एक्टिंग से हर किसी को अपना मुरीद बना लिया था। उनके जीवन में एक समय ऐसा भी आया, जब वह हर फिल्म के लिए जरूरी हो गए थे। हीरो, विलेन, कॉमेडी किरदार…कादर खान ने अपने हुनर का भरपूर इस्तेमाल किया। हर रोल में उन्हें खूब पसंद किया गया। 31 दिसंबर, 2018 को कनाडा के एक अस्पताल में उनके निधन की खबर से बॉलीवुड स्तब्ध रह गया।

कादर खान का जन्म 22 अक्टूबर, 1937 को अफगानिस्तान के काबुल में हुआ था। उनकी पढ़ाई मुंबई से हुई थी। अभिनेता बचपन में रियाज के लिए रोज रात को घर के पास स्थित कब्रिस्तान जाया करते थे। एक रात अशरफ खान नामक शख्स वहां से गुजरे, तो कादर खान को रियाज करते देख वह रुक गए। उन्होंने उनके मुंह पर टॉर्च मारी और पूछा कि वह इतनी रात को कब्रिस्तान में क्या कर रहे हैं।

कब्रिस्तान से शुरू हुआ करियर

कादर खान ने जवाब दिया कि वह जो कुछ भी दिन में पढ़ते हैं, रात को यहां आकर रियाज करते हैं। जिसके बाद अशरफ खान ने उनसे कहा, ‘नाटकों में काम क्यों नहीं करते, करोगे?’ यहीं से अभिनेता के करियर की शुरूआत हुई थी। कादर खान ने मुकद्दर का सिकंदर फिल्म में इस सीन को रिक्रिएट भी किया था। इस फिल्म के लेखक अभिनेता ही थे।

डायलॉग्स पढ़कर बने सुपरस्टार

कादर खान शानदार अभिनेताओं की फेहरिस्त में तो शुमार थे ही, साथ ही वह एक बेहतरीन लेखक भी थे। उन्होंने दर्जनों सुपरहिट फिल्में लिखी थीं। फिल्मों में उनके लिए डायलॉग्स पढ़कर कई अभिनेता रातोंरात सुपरस्टार बन गए। कादर खान के तीन बेटे हैं। उनके बेटे सरफराज खान अभिनेता हैं और वह सलमान खान के साथ तेरे नाम फिल्म में नजर आ चुके हैं।

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कैसा रहा था कादर खान का काबुल से मुंबई तक का सफर, देखिए वीडियो…

राहुल सिंह :उत्तराखंड के छोटे से शहर हल्द्वानी से ताल्लुक रखता हूं। वैसे लिखने को बहुत कुछ है अपने बारे में, लेकिन यहां शब्दों की सीमा तय है। पत्रकारिता का छात्र रहा हूं। सीख रहा हूं और हमेशा सीखता रहूंगा।