कादर खान को मिला मरणोपरांत पद्मश्री अवार्ड, बेटे सरफराज ने सम्मान को लेकर कही ये बड़ी बात

दिवंगत कादर खान के बेटे सरफराज ने कादर खान को मरणोपरांत पद्मश्री सम्मान मिलने पर खुशी जताई है। उन्होंने कहा कि वह इस सम्मान को लेने जाएंगे। उनके पिता ने अच्छा काम किया है और अच्छा काम करने वाले को मरने के बाद भी सम्मान दिया जाता है।

कादर खान के अपने बेटे सरफराज के साथ।

बॉलीवुड के प्रसिद्ध राइटर और एक्टर कादर के निधन के एक महीने बाद, उन्हें देश के सर्वोतच्च सम्मान पद्मश्री से सम्मानित किया गया है। उन्हें ये सम्मान सिनेमा की कला में उनके अमूल्य योगदान के लिए मिला है। लेकिन क्या आप जानते हैं कादर खान ने साल 2016 में एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि उनके काम को बॉलीवुड में खासा पहचान नहीं मिली और न ही किसी ने उतना सम्मान दिया।

दिवंगत कादर खान को सरकार की ओर से मिले पद्मश्री सम्मान के पर उनके बेटे सरफराज खान ने रिएक्शन दिया है। सरफराज ने कहा कि,’यह मेरे पिता की कड़ी मेहनत है, मैं इसे स्वीकार करूंगा।’ उन्होंने कहा कि पिताजी (कादर खान) को यह सम्मान मिलने में बहुत देर हुई है। उन्हें बहुत पहले ही यह सम्मान मिल जाना चाहिए था।

सरफराज खान ने कहा,’अच्छा होता कि वह (कादर खान) इसे खुद स्वीकार करने जाते, लेकिन मैं इसे अपने पिता के लिए लेना चाहता हूं। अगर ईश्वर किसी इंसान से खुश है, तो वह उस व्यक्ति के चले जाने के बाद भी उसे सम्मान देते है।’

कादर खान ने की 300 से ज्यादा फिल्में

आपको बता दें कि कादर खान ने 300 से भी अधिक फिल्मों में काम किया है। उन्होंने ‘मर्द’, ‘हम हैं कमाल के’, ‘कूली नंबर 1’, ‘दूल्हे राजा’, ‘बाप नंबरी बेटा दस नंबरी’, ‘हम’, ‘कुली’, ‘मुकद्दर का सिकंदर’,’अंगार’, जैसी फिल्मों काम किया और लोगों के दिलों पर अपनी छाप छोड़ी। इतना ही नहीं उन्होंने इन फिल्मों के डायलॉग भी लिखे जो आज भी लोगों की जुबां पर हैं।

गोविंदा के साथ किया काम

कादर खान को सबसे ज्यादा गोविंदा के साथ काम करते देखा गया। दोनों ने मिलकर कई सुपर हिट फिल्में दी। गोविंदा के साथ उनके कॉमिक सीन को आज भी यूट्यूब पर काफी देखा जाता है। उन्होंने गोविंदा के साथ ‘साजन चले ससुराल’, ‘हीरो नंबर वन’,’वाह तेरा क्या कहना’, ‘कुंवारा’ और ‘जोरु का गुलाम’ और ‘जैसी करनी वैसी भरनी’ जैसी कई फिल्में की।

टोरंटो में हुआ अंतिम संस्कार

कादर खान का निधन 81 वर्ष की आयु में एक लंबी बीमारी के बाद हुआ। वह टोरंटो के एक अस्पताल में भर्ती थे और लंबे ट्रीटमेंट के दौरान ही उनका निधन हुआ। उनका अंतिम संस्कार भी टोरंटो में ही किया गया। उनके निधन के बाद बॉलीवुड में भी एक बहस का मुद्दा बन गया था। दरअसल उनके निधन पर उनके साथ काम करने वाले बड़े सितारों ने सोशल मीडिया पर शोक व्यक्त किया था।

सरफराज ने गोविंदा पर लगाए आरोप

इसका उनके बेटे विरोध किया और कहा कि कादर जब बीमारी से जूझ से रहे थे उनके साथ सबसे ज्यादा काम करने वाले गोविंदा और अन्य कलाकार उनका एक भी बार हालचाल जानने नहीं आए। सरफराज ने सबसे ज्यादा गोविंदा पर आरोप लगाए और कहा कि गोविंदा उनके पिता की वजह से ही सुपर स्टार बने। यह मुद्दा काफी दिनों तक मीडिया में बना रहा।

यहां देखिए गोविंदा की तस्वीरें…

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रमेश कुमार :जाकिर हुसैन कॉलेज (डीयू) से बीए (हॉनर्स) पॉलिटिकल साइंस में डिग्री लेने के बाद रामजस कॉलेज में दाखिला लिया और डिपार्टमेंट ऑफ पॉलिटकल साइंस में पढ़ाई की। इसके बाद आईआईएमसी दिल्ली।