फिल्म अभिनेता कादर खान की हालत बेहद गंभीर, पीएसपी डिसऑर्डर की वजह से वेंटिलेटर पर रखे गए

फिल्म के डायलॉग से दर्शकों का दिल जीतने वाले एक्टर कादर खान (Kader Khan) को स्वास्थ्य के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्हें बाइपेप वेंटीलेटर पर रखा गया है। कई सालों से कादर खान अपने बेटे सरफराज और बहु शाइस्ता के साथ कनाडा में रहते हैं।

कादर खान (Kader Khan) को स्वास्थ्य के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

बॉलीवुड में अपने अभिनय और फिल्म के डायलॉग से दर्शकों का दिल जीतने वाले एक्टर कादर खान (Kader Khan) को स्वास्थ्य के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्हें बाइपेप वेंटीलेटर पर रखा गया है। कई सालों से कादर खान अपने बेटे सरफराज और बहु शाइस्ता के साथ कनाडा में रहते हैं।

जानकारी के मुताबिक, कादर खान के बेटे सरफराज ने जानकारी दी है कि प्रोग्रेसिव सुप्रान्यूक्लीयर पाल्सी डिसऑर्डर के चलते दिमाग से संचालित होने वाली गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित हुई है। डॉक्टरों ने सांस लेने में हो रही दिक्कत के कारण उन्हें बाइपेप वेंटीलेटर पर रखा गया है। वहीं इसी के साथ डॉक्टरों ने उन्हें निमोनिया के लक्षण भी दिखाई दे रहे हैं।

बताते चलें कि आखिरी बार कादर खान 2015 में आई फिल्म ‘दिमाग का दही’ में नजर आए थे। 43 साल में लगभग 300 फिल्मों में एक्‍ट‍िंग और 250 फिल्मों में डायलॉग लिखने वाले कादर खान का कई सालों से कनाडा में ही रह रहें हैं। उनका वहीं पर इलाज चल रहा है। 2017 में भी कादर खान की घुटने की सर्जरी हुई थी वह ज्यादा देर तक चल नहीं पाते थे। कादर खान को डर लगता था कि यदि वो वह चलेंगे तो वो गिर जाएंगे। काफी समय से लगातार उनके स्‍वास्‍थ्‍य में गिरावट हो रही है। हालांकि अभी उनकी हालत पहले से गंभीर बताई जा रही है।

पीएसपी होता क्या है?

पीएसपी का फुल फॉर्म प्रोग्रेसिव सुप्रान्यूक्लीयर पाल्सी होता है। ये एक तरह का असामान्य मस्तिष्क विकार है जो शरीर की गतिविधियों, जैसे- चलने के दौरान बनने वाले संतुलन, बोलने, निगलने, देखने, मनोदशा और व्यवहार के साथ सोच को प्रभावित करता है। यह डिसऑर्डर मस्तिष्क में नर्व सेल्स के खत्म होने के कारण होता है। यही प्रोग्रेसिव सुप्रान्यूक्लीयर पाल्सी बॉलीवुड के अभिनेता कादर खान को हो गया है। इसी के चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

वीडियो में देखिए आज की टॉप 5 खबरें…

देखिए अभिनेता कादर खान की तस्वीरें…

कविता सिंह :विवाह के लिए 36 गुण होते हैं, ऐसा फ़िल्मों में दिखाते हैं, पर लिखने के लिए 36 गुण भी कम हैं। पर लेखन के लिए थोड़े बहुत गुण तो है हीं। बाकी उम्र के साथ-साथ आ जायेंगे।