प्रत्युषा बैनर्जी की मौत को हुए दो साल, काम्या पंजाबी का ये लेटर पढ़ आँखों में आयेंगे आंसू

प्रत्युषा बैनर्जी की मौत को हुआ 2 साल, काम्या पंजाबी ने लिखा इमोशनल ख़त

प्रत्युषा बैनर्जी की मौत को हुआ 2 साल, काम्या पंजाबी ने लिखा इमोशनल ख़त

24 साल की प्रत्यूषा जमेशदपूर से मुंबई आयी थी और आते ही टीवी जगत का सबसे लोकप्रिय चेहरा बन गई| ‘आनंदी’ के रूप में लोगों ने उन्हें बहुत प्यार दिया| बिना किसी फ़िल्मी बैकग्राउंड और सोर्स के प्रत्यूषा ने टीवी जगत में अपना बड़ा नाम कमाया| उन्होंने आते ही अपना नाम चारो ओर कर लिया|

लेकिन एक ऐसा दिन आया जब आज ससे लगभग दो साल पहले एक अप्रैल को छोटे परदे की ये बालिका वधु ..यानी आनंदी का रोल करने वाली प्रत्यूषा बनर्जी के सुसाइड की खबर आई तो सभी हैरान रह गए| किसी को भरोसा नहीं हुआ कि आखिर टीवी पर सभी का मनोरंजन कारने वाली हंसती और खिलखिलाती एक्ट्रेस ख़ुदकुशी कैसे कर सकती हैं| जब ये ख़बर आई थी तो लोगों ने पहले सोचा कि उन्हें अप्रैल फूल बनाया जा रहा है। हालाँकि वो मजाक नहीं था| आज प्रत्युषा को गए हुए दो साल हो गए है| हालाँकि अभी भी उन्हें इंसाफ नही मिला है|

आपको बता दें प्रत्यूषा बनर्जी ने अपने ही घर में पंखे से लटक कर आत्महत्या कर ली थी। उनकी बॉडी पर चोट के निशान भी पाए गए थे | उनके माथे पर सिंदूर लगा हुआ था। प्रत्युषा बैनर्जी की मौत पर लोगों को अभी भी शंका है लेकिन उनके पिता शंकर और माँ सोमा बनर्जी ने प्रत्यूषा के बॉयफ्रेंड राहुल राज सिंह को उनकी आत्महत्या की वजह बताई थी| प्रत्युषा बैनर्जी के माँ-बाप आज भी मुंबई के गोरेगांव में रह कर अपनी बेटी की मौत का केस लड़ रहे हैं।

यही नहीं बल्कि काम्या पंजाबी प्रत्यूषा की सबसे करीबी दोस्त थी उन्होंने ने हाल में ही उनकी दूसरी बरसी पर इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट लिखी है, जिसमें उन्होंने इमोशनल रूप से अपने गुस्से और बेबसी को बयान किया है|काम्या ने अपनी और प्रत्यूषा की एक तस्वीर शेयर की है| जिसमें प्रत्यूषा हंस रही हैं।

काम्या ने इस तस्वीर को शेयर कर लिखा – ” दो साल हो गए। अब तक इंसाफ नहीं मिला। हंसों मत। मैंने हार नहीं मानी। तुम्हारे माँ-बाप दुखीं हैं। मुझे अपनी न्याय व्यवस्था पर पूरा भरोसा है…. ऐसा ही बोलते हैं ना। सब बकवास है। अपनी ज़िंदगी की कीमत समझो क्योंकि जान की यहाँ कोई कीमत ही नहीं है। लोग भूल जाते हैं और आगे बढ़ जाते हैं। पर तुम शांति से मत रहो। प्लीज़ , उसके साथ मेरी दोस्ती के बारे में कुछ मत लिखो। प्लीज़ कमेंट्स में RIP मत लिखो। अगर कुछ करना है तो इतना करो कि प्यार में अंधे मत बनो। हार मत मानो। परिस्थिति से लड़ो। घरेलू हिंसा रोको। कुछ भी तुम्हारी ज़िन्दगी से बाद कर नहीं हो सकता क्योंकि जब तुम्हारी मौत होती है तो तुमसे जुड़े लोग जीते जी मर जाते हैं। लाइफ़ खूबसूरत है इसलिए जीते रहो।”

आपको बता दें भले ही प्रत्यूषा की मौत हो चुकी हैं लेकिन उनकी मौत पर कई सवाल उठे हैं| ये मामला अभी भी सेशन कोर्ट में चल रहा है।

श्रेया दुबे :खबरें तो सब देते हैं, लेकिन तीखे खबरों को मजेदार अंदाज़ में आपतक पहुंचाना मुझे बहुत अच्छा लगता है। पिछले चार साल से पत्रकारिता के क्षेत्र में हूं। कुछ नया सीखने की कोशिश कर रही हूं। फिलहाल इंटरनेट को और एंटरटेनिंग बना रही हूं।