कंगना रनौत ने शेयर किए अपनी जिंदगी के अनछुए पहलू, कहा- ये लाइफ का टर्निंग प्वाइंट है, अभी काफी दूर जाना है

कंगना रनौत ने हाल ही में अपने बॉलीवुड से लेकर आध्यात्मिक सफर तक, सबके बारे में बातें की और कई अनछुए पहलू से अवगत कराया। उन्होंने बताया की बॉलीवुड में सफलता पाने के बाद कैसा लगा। साथ ही उन्होंने अपने इस नए अनुभव के बारे में बात की और बताया उनकी लाइफ में क्या बदलाव आए हैं।

कंगना रनौत (फोटो:हिंदी रश डॉट कॉम)

कंगना रनौत आए दिन अपने बोल्ड अंदाज और बयान से सुर्खियों में छाए रहती हैं। उन्होंने अपने दम पर बॉलीवुड में एक अलग पहचान बनाई है। अभी कुछ वक्त पहले ही ये एक्ट्रेस फिल्मों से हटकर आध्यत्मिकता से जुड़ी थी। अपने इस अनुभव को उन्होंने शेयर करते हुए इस एक्ट्रेस ने कई बातें बताई। उन्होंने बताया कि इस नए अनुभव से गुजरने के बाद उन्हें कैसा लगा और उनकी लाइफ में क्या बदलाव आए।

आठ दिन के अपने आध्यात्मिक सफर के दौरान कंगना पूरी तरह मौन रही और किसी से किसी तरह का संवाद नहीं किया। इस सफर से लौटने के बाद उन्हें अपनी लाइफ में काफी अलग बदलाव महसूस हुआ और अब वो जिंदगी के असल उद्देश्य को समझ चुकी हैं। जानिए कंगना के इस सफर के बारे में और उन्होंने क्या कहा।

जानिए इस एक्ट्रेस के अनुभव के बारे में
अपने इस अनुभव के बारे में बात करते हुए कंगना रनौत बताया, ‘अपनी लाइफ में मैं सफलता पाना चाहती थी, लेकिन जब ये मुझे मिली तो ये किसी तमाचे जैसा महसूस हुआ।लोगों को लगता था कि मैं मुंबई स्टार बनने आई थी, लेकिन मैंने ऐसा कभी नहीं कहा। मैंने अपना घर इसलिए छोड़ा क्योंकि जिंदगी में मुझे कुछ कमी लग रही थी। उस कमी को पूरा करने के लिे मैं निकली थी। एक के बाद एक चीजें होती गई। शूटिंग के बाद मॉडलिंग और फिर फिल्में।’

‘इसके बाद मैंने स्वामी विवेकानंद जी की सीख और उनके बताए मार्ग के बारे में पढ़ने और जानने लगी। मैं इसमें पूरी तरह डूबती चली गई। उनकी ये सीख मुझे उस वक्त पढ़ने मिली जब मैं अपने करियर के टर्निंग व्पाइंट पर थी। मैंने साधना और योगा किया।’

आगे क्या बताया इस एक्ट्रेस ने
आगे बात करते हुए कंगना रनौत ने बताया, ‘मैं जिंदगी में सफलता पाना चाहती थी, लेकिन जब ये मुझे मिली तो किसी तमाचे से कम महसूस नहीं हुआ। ये वो वक्त था जब चीजें मेरे पक्ष में नहीं थी। ऐसा लग रहा था मैं डूब रही हूं। ये काफी असहनीय हो रहा था। सा लग रहा था सबकुछ है फिर भी खालीपन है। सभी चीजें मेरे हिसाब से हो रही थी। मुंझे नेशनल अवॉर्ड मिला, मैं अपने बचपन के प्यार को डेट कर रही थी। फिर भी खालीपन महसूस हो रहा था। ऐसा लग रहा था इसी के साथ पूरी जिंदगी रहना है। जब भी मैं कुछ हासिल करती थी ऐसा लगता था ये काफी नहीं है। मुझे पता था कि यहां चाहत पैसों की नहीं कुछ और की है। लेकिन आखिर वो है क्या ये समझ नहीं आ रहा था।

फिर इस मुकाम पर मुझे मेरे गुरू से मुलाकात हुई। सद्गुरू मेरे लिए एक टर्निंग प्वाइंट साबित हुए। उन्होंने मेरी भावनाओं को शब्द दिए। लेकिन उनके ब्रह्मांड जैसे ज्ञान को मैं अपने छोटी-छोटी बांहों में कैसे भर सकती थी? लेकिन हां, मैं मैंने अपने गुरू से ये सीखा कि ये दुनिया काफी बड़ी है लेकिन मैं भी उसी का हिस्सा हूं। अब मुझे मेरी मेरा खालीपन और कमी भर चुकी है। अभी मुझे काफी दूर जाना है क्योंकि मेरा सफर मनाली से मुंबई का नहीं, बल्कि मनाली से लीविंग गुरू तक का है।’

वीडियो में देखिए लोकसभा चुनाव पर कंगना रनौत ने क्या कहा…

जागृति प्रिया :मुझे एंटरटेंमेंट, लाइफस्टाइल, हेल्थ, ट्रेंड और ब्यूटी की खबरें लिखना पसंद है। पाठकों को इनसे जुड़ी खबरों से अवगत कराती हूं। मैंने पॉलिटिकल साइंस में ग्रेजुएशन करने के बाद माखनलाल यूनिवर्सिटी से मास्टर इन जर्नलिज्म किया है।