‘मणिकर्णिकाः द क्वीन ऑफ झांसी’ की प्रोमोशन में लगी एक्ट्रेस कंगना रनौत ने #MeToo मूवमेंट पर रानी मुखर्जी के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। कंगना ने कहा कि जिन लोगों को सपोर्ट की जरुरत है, जिन लोगों को एम्पॉवरमेंट की जरुरत है, हमें उनका समर्थन और सशक्त करना चाहिए।
क्वीन कंगना ने कहा कि अगर हमारी सोसायटी रानी लक्ष्मीबाई जैसी लड़कियां दे सकती हैं तो क्यों नहीं उन्हें सशक्त किया जा रहा, उनको हताश नहीं करना चाहिए। अगर वे स्ट्रॉंग महिला है, तो हमें महिलाओं कि हिम्मत नहीं तोड़नी चाहिए।
कंगना ने कहा,‘मैं जब 16 साल की थी तो मैंने यौन शोषण के खिलाफ पहली बार एफआईआर दर्ज करवाई थी तो इसलिए लोगों को खुद खड़ा होना पड़ेगा, उन्हें डिस्करिज नहीं करना चाहिए।’ कंगना ने ये बयान देकर रानी मुखर्जी के बयान का समर्थन किया है। दोनों ने महिलाओं की आत्मरक्षा और सशक्तिकरण पर जोर दिया।
बच्चों के एम्पॉवरमेंट पर कंगना ने कहा कि जिन्हें एम्पॉवरमेंट की जरुरत है, उन्हें सशक्त करना चाहिए। लेकिन यह सबके लिए जरुरी नहीं है। कुल लोग एम्पॉवरमेंट दे सकते हैं। कुछ लोगों को हिम्मत देने के लिए प्रोत्साहित किया जा सकता है, कुछ लोगों की मदद करने के लिए लोग एनजीओ के साथ काम कर रहे हैं।
Deepika, Anushka, And Alia really were making great points while Rani here makes martial arts noises. You can’t make this shit up. pic.twitter.com/sceqsEj71N
— Doe (@doepikapadukone) 29 December 2018
रानी ने चैट शो में दिया बयान
आपको बता दें कि रानी मुखर्जी ने #MeToo मूवमेंट एक टिप्पणी की थी, जिसकी वजह से वह सोशल मीडिया पर ट्रोल हो गईं थी। दरअसल, वह फिल्म क्रिटिक राजीव मसंद के राउंडटेबल चैट में दीपिका पादुकोण, आलिया भट्ट, तब्बु, तापसी पन्नु और अनुष्का शर्मा के साथ अपनी बात रख रही थीं।
इस चैट शो में रानी मुखर्जी ने कहा, ‘महिलाओं को खुद पॉवरफुल होना चाहिए, अगर मानती है कि आप पॉवरफुल हैं और यदि ऐसी परिस्थितियों (#MeToo) फंसती है तो उसका सामना खुद करना होगा। मुझे लगता है कि महिलाएं आत्मरक्षा करने में सक्षम होती हैं। महिलाओं को अपनी जिम्मेदारी लेनी होगी।’
देखिए कंगना ने क्या कहा…
देखिए कंगना रनौत की तस्वीरें…