सुपुर्द-ए-खाक हुए कादर खान, आखिरी विदाई में नहीं पहुंचा बॉलीवुड का कोई स्टार

नये साल के पहले ही बिमारी के चलते उनका निधन हो गया था। उन्हें सांस लेने में दिक्कत होती थी जिसके कारण उन्हें वेंटिलेटर में रखा गया था। बुधवार देर रात उनका अंतिम संस्कार किया गया।

बुधवार देर रात उनका अंतिम संस्कार किया गया।

बॉलीवुड के वेट्रेन एक्टर और शानदार संवाद लिखने वाले कादर खान (Kader Khan) दुनिया को अलविदा कह गए है।नये साल के पहले ही बिमारी के चलते उनका निधन हो गया था। उन्हें सांस लेने में दिक्कत होती थी जिसके कारण उन्हें वेंटिलेटर में रखा गया था। बुधवार देर रात उनका अंतिम संस्कार किया गया।

भारतीय समयानुसार उनका पार्थिव शरीर को पहले मस्जिद ले जाया गया इसके बाद उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया गया। इस समय कादर खान के परिवार वालों के अलावा बॉलिवुड का कोई भी सितारा वहां मौजूद नहीं था। कादर खान कोमा में चले गए थे।अस्पताल में भर्ती होने के बाद तकरीबन 5 दिनों तक बिना कुछ खाए पीए रहे थे।

कादर खान पीएसपी से पीड़ित थे, पीएसपी का फुल फॉर्म प्रोग्रेसिव सुप्रान्यूक्लीयर पाल्सी होता है। ये एक तरह का असामान्य मस्तिष्क विकार है जो शरीर की गतिविधियों, जैसे- चलने के दौरान बनने वाले संतुलन, बोलने, निगलने, देखने, मनोदशा और व्यवहार के साथ सोच को प्रभावित करता है। यह डिसऑर्डर मस्तिष्क में नर्व सेल्स के खत्म होने के कारण होता है। यही प्रोग्रेसिव सुप्रान्यूक्लीयर पाल्सी बॉलीवुड के अभिनेता कादर खान को हो गया था। इसी के चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

क़ादर ख़ान जन्म 22 अक्तूबर 1937 में हुआ था| वो ना सिर्फ एक हिन्दी फ़िल्म के हास्य अभिनेता थे बल्कि उन्होंने अपने करियर में कई फिल्मों का निर्देशन भी किया| उन्होंने बोलयूड में लगभग 300 से ज्यादा अधिक फ़िल्मो में काम किया है। कादर खान की पहली फ़िल्म दाग थी | इस फिल्म में उन्होंने अभियोगपक्ष के वकील की भूमिका निभाई थी।

कादर खान एक टीचर थे लेकिन उनके फ़िल्मी करियर की शुरुआत में दिलीप कुमार का बड़ा हाथ है| दरअसल उन्होंने अपने कॉलेज में एक ऐसा किरदार निभाया कि वहां मौजूद लोग उनकी तारीफ़ में देर तक तालियां बजाते रहे| इस बारे में दिलीप कुमार को पता चला तो उन्होंने कादर खान को अपने पास बुलाया | कादर खान से उन्होंने कहा कि वो उन्हें फिल्मों में काम दिलाना चाहते हैं|

ऐसे में कादर खान ने पूरी तैयारी के साथ अपनी परफॉरमेंस उन्हें दिखाई| दिलीप कुमार उनके प्रदर्शन से इतने खुश हुए कि उन्होंने कादर खान को दो फ़िल्मो में काम दे दिया| इसके बाद कादर खान को सगीना महतो और बैराग जैसी फिल्मों में एक्टिंग करने का मौका मिला|

वीडियो में देखिए कादर खान के Unknown Facts

देखिए बॉलीवुड सितारों ने उनके निधन की खबर पर क्या कहा…

कविता सिंह :विवाह के लिए 36 गुण होते हैं, ऐसा फ़िल्मों में दिखाते हैं, पर लिखने के लिए 36 गुण भी कम हैं। पर लेखन के लिए थोड़े बहुत गुण तो है हीं। बाकी उम्र के साथ-साथ आ जायेंगे।