शाहरुख़ खान की फिल्म ‘परदेस’ के लिए माधुरी दीक्षित थी पहली पसंद, लेकिन इस वजह से महिमा चौधरी को मिल गया मौका

हाल ही में शाहरुख खान और महिमा चौधरी की फिल्म 'परदेस' ने अपने 25 साल पूरे किए हैं, और इसी उपलक्ष में फिल्म के निर्देशक सुभाष घई ने इससे जुड़े कुछ राज़ पर से पर्दा उठाया है.

सुभाष घई (Subhash Ghai) हमारे देश के सबसे बेहतरीन फिल्म निर्देशकों में से एक हैं, उन्होंने बॉलीवुड में राम लखन, ताल और खलनायक आदि जैसे बहुत ही सुपर हिट फिल्में देकर अपने लिए एक बहुत बड़ा नाम कमाया है. हाल ही में सुभाष घाई द्वारा निर्देशित फिल्म ‘परदेस’ को 25 साल पूरे हो गए हैं और इस उपलक्ष में सुभाष घई (Subhash Ghai) ने अपनी 1998 में रिलीज हुई इस फिल्म के कुछ ऐसे राज पर से पर्दा उठाया है. जिनके विषय में दर्शक शायद ही जानते हों.

महिमा नही माधुरी थी पहली चॉइस

विसलिंग वुड्स इंटरनेशनल एक्टिंग स्कूल के साथ एक इंटरव्यू के दौरान सुभाष घई (Subhash Ghai) ने बताया कि, “मैंने कुसुम गंगा के किरदार की कहानी सबसे पहले माधुरी दीक्षित को सुनाई थी, और उन्हें यह कहानी पसंद भी आई थी. उस समय माधुरी पहले से ही एक बहुत बड़ा नाम थी और मेरे ऑफिस में भी सभी लोगों ने भी मुझे इसी बात की सलाह दी थी कि मैं इस फिल्म में माधुरी को ही कास्ट करूं.

लेकिन जब मैंने इस किरदार पर आगे काम किया और उसे पूरी तरह लिखा तो एक जवान और मासूम गांव की लड़की की कहानी सामने आई, जो कि आसमान में हवाई जहाज को देखकर अमेरिका जाने का सपना देखती है, क्योंकि उसकी बाकी सभी सहेलियां भी शादी कर अमेरिका चली गई हैं. यह सभी बड़े सपने देखने के बावजूद भी वह लड़की बेहद ही मासूम और बेगुनाह है. इस किरदार को लिखने के बाद मुझे यह महसूस हुआ कि मुझे यह मासूमियत और बेगुनाही एक स्टार से नहीं मिल पाएगी और एक न्यू कमर ही इस किरदार को आसानी से निभा सकती है और महिमा चौधरी ने ऐसा किया भी.”

शाहरुख़ खान ने भी की थी आना कानी

इस फिल्म में महिमा चौधरी के साथ शाहरुख खान भी मुख्य किरदार में नजर आए थे और इन दोनों की जोड़ी को दर्शकों द्वारा बहुत पसंद किया गया था. फिल्म की शुरुआत से पहले सुभाष घई (Subhash Ghai) ने शाहरुख़ खान से भी यह कहा था कि वो इस फिल्म में अपनी रोमांटिक साइड को ना दिखा कर इस फिल्म के किरदार में एक सिंपल लड़के के रूप पर फोकस करें.

सुभाष घई (Subhash Ghai) ने अपने इंटरव्यू में आगे बढ़ते हुए यह भी बताया कि, उनकी इस फिल्म के लिए शाहरुख़ खान अपनी जींस और फ्लैंबॉयंत शर्ट वाला लुक छोड़ने के लिए तैयार नहीं थे, और उन्हें ट्राउजर पहनने में भी परेशानी थी. सुभाष घई ने कहा कि, “शाहरुख को तकलीफ थी कि फिल्म में ट्राउजर क्यों पहना रहे हैं और जींस क्यों नही?”

परदेस को हुए 25 साल पूरे, सुभाष घई (Subhash Ghai) ने किया ट्वीट

अपने इस इंटरव्यू को साझा करते हुए सुभाष घई (Subhash Ghai) ने यह ट्वीट किया था कि, “इस वीडियो में मैं आप लोगों को 8 अगस्त 1998 को रिलीज हुई अपनी फिल्म ‘परदेस‘ के लिए कास्टिंग के समय हुई अपनी कुछ असल परेशानियों के विषय में बता रहा हूं. आज हम इसकी सिल्वर जुबली माना रहे हैं क्योंकि यह फिल्म आज भी युवाओं और परिवारों द्वारा सबसे ज्यादा देखी जाए जाने वाली फिल्मों में से एक हैं, कृपया जरूर देखें.”

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