हालही में मनीष पॉल (Manish Paul) ने 40 श्रमिको को उनके घर भेजने में मदद की थी, और अब पता चला हैं कि मनीष ने रास्तों पर चल रहे मुंबई और दिल्ली के 500 से ज्यादा प्रवासी मजदूरों (Migrant Workers) को फुटवेयर देकर मदद की। मनीष इससे पहले भी पीएम केअर फंड (PM Care Funds) में 20 लाख की धन राशि डोनेट कर चुके है , इतना ही नही अपने स्टाफ को लॉकडाउन (Lockdown) से पहले अडवांस सैलरी देकर छुट्टी दे दी थी। हालही में मनीष पॉल ने ‘व्हाट इफ’ (What If) यह शार्ट फ़िल्म यूट्यूब पर प्रर्दशित की जो कि लॉकडाउन पर एक गहन संदेश देती है । इस फ़िल्म से कमाई गई राशि भी कोविड 19 से जूझ रहे लोगों की भलाई के लिए डोनेट की थी।
कोरोना ने लोगों पर कड़ा प्रहार किया है, पूरा देश थम गया है और हर दिन मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। हर कोई परेशानी से गुजर रहा है और कई ऐसे प्रवासी श्रमिक हैं जो बड़ी कठिनाइयों से गुजर रहे हैं और अपने अस्तित्व के साथ जूझ रहे हैं। प्रत्येक दिन प्रवासी मज़दूरों अपने मूल स्थानों पर पहुँचने के लिए रास्ते में चलते हुए और कई दुर्घटना की सुर्खियाँ होती हैं और यह सचमुच हमारे दिल को बहुत ही तकलीफ देनेवाला है। सभी के पास जरूरती सामानों का अभाव है।
हालही में हर कही से ऐसे तस्वीरे आ रही थी, जहां लोग जिनमें छोटे छोटे बच्चे भी शामिल है वे सेकड़ो किलोमीटर की दूरी नंगे पैरों से तय कर रहे थे, जिसे देख किसी का भी सीना पसीज जाएगा। मनीष पॉल पहले से सामाजिक कार्यों में सहभागी होते रहे है और इस संकट की घड़ी में भी वे जितना संभव हो सकता है उतनी मदद कर रहे है ।
मनिष इस बात का एक अनुकरणीय उदाहरण है कि हमें इन कठिन समय के दौरान एक दूसरे का समर्थन कैसे करना चाहिए और यह समय है जब हम इन कठिनाइयों, दर्द को एक साथ और उम्मीद से दूर कर सकते हैं।
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