Marjaavaan Movie Review: सिद्धार्थ, रितेश और तारा की अच्छी एक्टिंग पर मासाला फिल्मों की उड़ी धज्जियां

सिद्धार्थ मल्होत्रा (Sidhaath Malhotra) की फिल्म 'मरजावां' (Marjaavan) कुछ खास कमाल नहीं कर पाई। यह पढ़े फूल मूवी रिवियु (Movie Review) :

फिल्म 'मरजावां' की तस्वीर (फोटो : इंस्टाग्राम)

फिल्म का नाम – मरजावां
कलाकार – रितेश देशमुख, तारा सुतारिया, राकुल प्रीत सिंह
डायरेक्टर – मिलाप ज़ावेरी
प्रोड्यूसर – भूषण कुमार, कृष्ण कुमार, दिव्या खोसला कुमार, मोनिशा अडवाणी, मधु भोजवानी, निखिल अडवाणी
स्टार – 1.5/5

 

भारतीय सिनेमा के 80 और 90 के दशक में मसाला फ़िल्में लोगों को खूब भाती थी। एक्शन, हिंसा, बदले की भावना और उनके बीच में उलझे हुए दो प्रेमी, ऐसी फ़िल्में बनाना कोई आसान काम नहीं है। निर्देशक मिलाप ज़ावेरी शायद इस बात को नहीं समझ पाए है। यही वजह है कि उनकी हाल ही में रिलीज़ हुई फिल्म ‘मरजावां’ कुछ खास कमाल नहीं कर पाई।

 

प्यार और नफरत से भरी है फिल्म की कहानी

फिल्म की कहानी रघु (सिद्धार्थ मल्होत्रा) के जिंदगी के आस पास घूमती है। रघु एक अन्ना (नासर) का ज़र खरीद गुलाम है क्योंकि अन्ना ने उसे गटर से उठा कर पाल पोस कर बड़ा किया है। अन्ना पेशे से एक गुंडा है और रघु है उनका सबसे बड़ा हथियार।अन्ना का बेटा विष्णु (रितेश देशमुख) रघु से बहुत जलता है क्योंकि अन्ना अपन बेटे से बढ़ के रघु से प्यार करता है। विष्णु यानि रितेश देशमुख इसमें एक छोटे कद वाले व्यक्ति का किरदार निभा रहे है। यही वजह है कि विष्णु हमेशा के लिए रघु को अपनी ज़िन्दगी से मिटाना चाहता है।

 

कहानी में ट्विस्ट तब आता है जब अन्ना को रघु बस्ती की एक लड़की जोया (तारा सुतारिया) से प्यार हो जाता है। वहीं दूसरी ओर एक बार डांसर आरजू (रकुल प्रीत) रघु से प्यार कर बैठती है। प्यार और नफरत के बीच में रघु कैसे बचाता है अपने आप को ? यहीं कहानी है फिल्म ‘मरजावां’ की।

 

सिद्धार्थ मल्होत्रा (Sidhaath Malhotra) की एक्टिंग के बारे में बात करें तो उनमें एक अलग ही चार्म देखने को मिला है। कुछ सीन्स तो ऐसे हैं की सिद्धार्थ बॉलीवुड के बिग बी अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) के अंदाज़ में डायलॉग बोलते नज़र आए है। फिल्म में पीड़ितों पर मरहम लगते हुए सिद्धार्थ आपको पुरानी फिल्म ‘त्रिशूल’ के अमिताभ बच्चन की याद दिला सकते है।

 

सिद्धार्थ की हीरोइन तारा सुतारिया (Tara Sutaria) को फिल्म के लिए बिलकुल भी मेहनत नहीं करनी पड़ी है क्योंकि ना ही उनका कोई डायलॉग है ना उन्होंने ढंग से एक्टिंग की है। जी हाँ, तारा इस फिल्म में एक गूंगी लड़की का किरदार निभा रही है। एक्टिंग के मामले में तारा ने काफी निराश किया है।

 

मिलाप ज़ावेरी की ‘सत्यमेव जयते’ (Satyameva Jayate) हिट साबित हुई थी। इस बार उन्होंने अपने दर्शकों की उम्मीदें पर पानी फेर दिया है। फिल्म के डायलॉग बिलकुल नकली लगते है। ‘मैं बदला नहीं लूंगा, मैं इंतकाम लूंगा’, ‘मैं तोडूंगा भी, तोड़ के जोड़ूंगा भी’ बेहद फन्नी लगते है। फिल्म की स्क्रिप्ट समझ से बिलकुल बाहर है।

 

कुल मिला कर ‘मरजावां’ ने लोगों को निराश किया है। सिद्धार्थ मल्होत्रा के फैंस भी शायद इस फिल्म से संतोष नहीं कर पाएंगे।

 

हिंदी रश के वीडियो में देखे सिद्धार्थ मल्होत्रा ने तारा सुतारिया संग अफेयर को लेकर क्या कहा?