‘मी टू’ कैंपेन से सुर्खियों में आईं अभिनेत्री तनुश्री दत्ता ने एक बार फिर अपना दर्द बयां किया है। तनुश्री की टीम ने उनका एक स्टेटमेंट जारी किया है, इसमें एक्ट्रेस ने साल 2008 की घटना का जिक्र करते हुए अपनी आपबीती बताई है। उन्होंने ‘मी टू’ मूवमेंट के तहत सामने आ रहीं दर्द भरी कहानियों को फर्जी करार देने वालों को भी कटघरे में खड़ा किया है। वह लिखती हैं कि 2008 में उनके साथ हुई घटना के बाद एक वक्त ऐसा भी आया था जब वह मरना चाहती थीं। वह मानसिक रूप से पूरी तरह टूट चुकी थीं।
तनुश्री दत्ता ने लिखा, ‘2008 में हॉर्न ओके प्लीज फिल्म का वाक्या और मेरी गाड़ी पर हुए मॉब अटैक की वजह से मैं डिप्रेशन में चली गई थी। हालांकि मुझे अपने प्रोजेक्ट पूरे करने थे। बाहर से मैं मुस्कुरा रही थी लेकिन मन ही मन मैं मरना चाहती थी। उत्पीड़न, धमकी, पक्षपातपूर्ण रवैया और जो भी मेरे बारे में बोला जा रहा था उससे मुझे गहरा आघात पहुंच रहा था। यह मेरी आत्मा जानती है। इंडस्ट्री में इतने साल काम करने के बाद मुझे ये सब झेलना पड़ रहा था।’
मैं हार मान चुकी थी
तनुश्री ने आगे लिखा, ‘इतने तनाव को झेलने के बाद मैं हार मान चुकी थी। कुछ साल बाद जिया खान और प्रत्यूषा बनर्जी की मौत से उन्हें सदमा पहुंचा। मैं जी रही थी। इस बार मैंने फिर इंसाफ के लिए आवाज उठाई। मैंने मी टू मूवमेंट को बढ़ावा देने के लिए खुद को आगे किया ताकि उत्पीड़न, यौन शोषण के खिलाफ पीड़ित महिलाएं सामने आएं। इसी तरह का जहर कुछ लोगों खासकर गणेश आचार्य और राखी सावंत द्वारा मुझपर फेंका गया। उन्होंने मुझपर बेहद अपमानजनक आरोप लगाए।’
क्या है मामला?
तनुश्री दत्ता ने नाना पाटेकर पर आरोप लगाया था कि साल 2008 में ‘हॉर्न ओके प्लीज’ फिल्म के लिए एक गाने की शूटिंग के दौरान नाना पाटेकर ने उन्हें गलत तरीके से छूने की कोशिश की थी। कोरियोग्राफर गणेश आचार्य के सामने सब हुआ लेकिन वह इसके खिलाफ कुछ नहीं बोले। इस वाक्ये के बाद उनकी गाड़ी पर हमला भी हुआ था। फिलहाल मुंबई पुलिस तनुश्री दत्ता-नाना पाटेकर उत्पीड़न मामले की जांच कर रही है। मुंबई पुलिस ने इस केस में एक्ट्रेस डेजी शाह से अपना बयान दर्ज कराने को कहा है। दरअसल जिस गाने को लेकर यह विवाद शुरू हुआ उस गाने को डेजी शाह गणेश आचार्य के साथ मिलकर कोरियोग्राफ कर रही थीं।
देखें वीडियो…
नीचे देखिए तनुश्री दत्ता और उनकी बहन की तस्वीरें…