#MeToo: विकास बहल केस पर अनुराग कश्यप की मुश्किल बढ़ी, पीड़िता ने हाईकोर्ट को दिया जवाब

विकास बहल पर आरोप लगाने वाली महिला ने बॉम्बे हाईकोर्ट को सीलबंद लिफाफे में जवाब दिया। इसके साथ ही पीड़िता ने कहा कि इस मामले पर केस नहीं करना चाहती हैं।

यौन शोषण के आरोप पर फंसे विकास बहल को थोड़ी राहत मिलती नजर आ रही है। विकास बहल पर आरोप लगाने वाली महिला ने बॉम्बे हाईकोर्ट को सीलबंद लिफाफे में जवाब दिया है। इसके साथ ही पीड़िता ने कहा है कि वह इस मामले पर आगे कोई कदम नहीं उठाना चाहती हैं। भविष्य में केस हुआ तो वह साथ खड़ी रहेंगी। इससे साफ हो गया है कि पीड़िता की ओर से कोई केस दर्ज नहीं किया गया है। दरअसल, इस केस को लेकर विकास बहल ने अनुराग कश्यप और विक्रमादित्य मोटवानी पर मानहानि का केस दायर किया। जिसपर सुनवाई चल रही है। कोर्ट का फैसला आना बाकि है।

जानकारी के मुताबिक, मंगलवार को पीड़िता ने कोर्ट में अपना जवाब लिखित रूप से दिया है। पीड़िता का कहना है कि मेरे साथ तीन साल पहले जो घटना घटी सच है। 2015 में फिल्म ‘बॉम्बे वेलवेट’ के दौरान ये घटना घटी थी। लेकिन फिलहाल इसको लेकर कोई कानूनी कदम नहीं उठाना चाहती हूं। अब इसे मामले को लेकर अनुराग कश्यप और विक्रमादित्य मोटवानी फंसते नजर आ रहे हैं। अब देखना है कि कोर्ट विकास बहल के मानहानि केस पर क्या फैसला सुनाता है। मामला सामने आने के बाद अनुराग कश्यप और विक्रमादित्य मोटवानी ने इसे सच करार दिया था। जिसके बाद विकास ने कानूनी कदम उठाया।

कंगना रनौत का आरोप
इसके अलावा कंगना ने भी विकास पर आरोप लगाया। कंगना रनौत ने कहा था, ‘क्वीन की शूटिंग के दौरान विकास बहल मुझे कसकर पकड़ लेते थे। इसके बाद वह अपना चेहर मेरे गर्दन पर रगड़ते और मेरे बालों को सूंघते। वह इतना कसकर पकड़ते थे कि उनसे छुड़ा पाना मुश्किल होता था। इस दौरान वह सेक्स की बातें किया करते थे। इतना ही नहीं वह बताते थे कि हर दिन नई लड़कियों के साथ संबंध बनाते हैं… हालांकि इन बातों से मैं बहुत डर चुकी थी। फिर वह हर दिन मेरे साथ ऐसा करते थे। विकास कहते थे कि कंगना के बालों की खुशबू उनको अच्छी लगती है।’

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प्रोडक्शन हाउस भी खत्म
बॉलीवुड के फिल्म निर्माता व निर्देशक अनुराग कश्यप, विक्रमादित्य मोटवाने, मधु मेंटेना और विकास बहल ने मिलकर फैंटम फिल्म प्रोडक्शन हाउस (Phantom films) का निर्माण किया था। अनुराग कश्यप ने बड़े ही अरमान के साथ इसे मिलकर बनाया और यह उनका गौरवशाली सपना था। इस हाउस से साल 2011 में शुरू किया गया था। इस बैनर के तहत ‘लुटेरा’, ‘मुक्केबाज’, ‘क्वीन’, ‘अग्ली’, ‘एनएच 10’, ‘बॉम्बे वेलवेट’, ‘मसान’, ‘उड़ता पंजाब’, ‘रमन राघव 2.0’ और ‘ट्रैप्ड’ जैसी चर्चित और हिट फिल्में बनीं। फिल्म निर्माता व निर्देशक अनुराग कश्यप, विक्रमादित्य मोटवाने, मधु मेंटेना और विकास बहल ने मिलकर एक नई मिसाल कायम की लेकिन मी टू के बाद इनकी पार्टनरशीप खत्म हो गई। ये चारों अच्छे दोस्त माने जाते थे।

रवि गुप्ता :पत्रकार, परिंदा ही तो है. जैसे मैं जन्मजात बिहारी, लेकिन घाट-घाट ठिकाने बनाते रहता हूं. साहित्य-मनोरंजन के सागर में गोते लगाना, खबर लिखना दिली तमन्ना है जो अब मेरी रोजी रोटी है. राजनीति तो रग-रग में है.