Mohammed Rafi Death Anniversary: लता दीदी से 6 साल तक बंद थी मो. रफी की बातचीत, जानिए ऐसे ही अनसुने किस्से

अपने करियर में मोहम्मद (Mohammed Rafi Unknown Facts) ने कुल 26 हजार गाने गाए थे। उन्होंने कई भाषाओं में गाने गाए थे। आज उनके डेथ एनिवर्सरी पर जानते हैं उनसे जुड़ी ऐसी बातें जिन्हें आप अब तक अनजान होंगे।

मोहम्मद रफी की आज डेथ एनिवर्सरी है(फोटो:फेसबुक)

मोहम्‍मद रफी (Mohammed Rafi Death Anniversary) हिंदी फिल्म जगत के ऐसे गायक हैं जिनके गाने आज भी सुनने पर उनकी आवाज उतनी ही नई लगती हैं। अपने करियर में उन्होंने कई सदाबहार गाने गाए जिसे हर वर्ग के लोग पसंद करते हैं। ये महान गायक आज ही के द‍िन यानी 31 जुलाई को इस दुन‍िया से चले गए थे। 24 दिसंबर 1924 में पंजाब में जन्मे रफी का 1980 में आज के द‍िन मुंबई में हार्ट अटैक से उनका निधन हो गया था।

अपने करियर में मोहम्मद रफी (Mohammed Rafi Unknown Facts) ने कुल 26 हजार गाने गाए थे। रफी ने हर एक मिजाज के गानों को बेहद खूबसूरती से गाया। उनका आखिरी गीत फिल्म ‘आस पास’ के लिए था, जो उन्होंने लक्ष्मीकांत प्यारेलाल के लिए अपने निधन से ठीक दो दिन पहले रिकॉर्ड किया था। आज उनकी डेथ एनिवर्सरी पर आईए जानते हैं ऐसी ही अनसुनी बातें।

1. रफी ने 13 साल की उम्र में पहली शादी की थी। उनकी शादी उनके चाचा की बेटी बशीरन बेगम से हुई थी, लेकिन कुछ साल बाद ही उनका तलाक हो गया था। इस शादी से उनका एक बेटा सईद हुआ था।

2. 1944 में 20 साल की उम्र में रफी की दूसरी शादी सिराजुद्दीन अहमद बारी और तालिमुन्निसा की बेटी बिलकिस के साथ हुई। जिनसे उनके तीन बेटे खालिद, हामिद और शाहिद और तीन बेटियां परवीन अहमद, नसरीन अहमद और यास्मीन अहमद हुईं।

3. रफी के साले हामिद ने उनका ये सिंगिंग टैलेंट और गाने के प्रति उनका चाव देखकर उन्हें गाने के लिए प्रेरित किया। रफी सुबह के 3:30 बजे उठकर मैरिन ड्राइव पर रियाज करते थे।

4. रफी ने अपना पहला परफॉर्मेंस 13 साल की उम्र में दिया था। के एल सहगल के एक कंसर्ट में उन्हें पहली बार पब्लिकली गाना गाया था।

5. 1944 में मोहम्मद रफी ने लाहौर में जीनत बेगम के साथ गाने ‘सोनिये नी हिरीये नी’ से प्लैबैक सिंगिग का सफर शुरू किया था।

6. मोहम्मद रफी को पार्टी और ऐसे इवेंट में जाना पसंद नहीं था। वो किसी की शादी में जाते थे तो अपने ड्राइवर को गेट पर इंतजार करने के लिए कहते थे। वो जोड़े को आशीर्वाद देकर तुरंत वहां से निकल जाते थे।

7. मोहम्मद रफी ने हिंदी के अलावा असमी, कोंकणी, भोजपुरी, इंग्लिश, स्पेनिश, उर्दू, गुजराती और पंजाबी समेत और कई भाषाओं में गाने गाए थे।

8. ऐसा कहा जाता है कि मोहम्मद रफी और लता मंगेशकर के बीच करीब 6 सालों तक बातचीत बंद थी। वजह थी प्लेबैक सिंगर को रॉयल्टी मिलने की। लता मंगेशकर इसके हक में थीं और चाहती थीं कि रफी उनका साथ दें, पर रफी खिलाफ थे।

9. एक दौर ऐसा भी आया था जब मोहम्मद रफी ने सिंगिग छोड़ दी थी। खबर के मुताबिक रफी हज करने गए थे तो वहां से लौटने के बाद उन्होंने अचानक फिल्मी दुनिया छोड़ने का फैसला कर लिया था। लेकिन कुछ समय बाद उन्होंने अपना फैसला बदल दिया और वापस गाने लगे।

10. मोहम्मद रफी का निधन हुआ उस दिन मुंबई की बारिश के बीच अंतिम यात्रा में 10000 लोग सड़कों पर थे। गायकी से सबके दिलों पर रा करने वाले मोहम्मद रफी को शहंशाह-ए-तरन्नुम भी कहा जाता था।

सुनिए मोहम्मद रफी के सहाबहार गाने….

जागृति प्रिया :मुझे एंटरटेंमेंट, लाइफस्टाइल, हेल्थ, ट्रेंड और ब्यूटी की खबरें लिखना पसंद है। पाठकों को इनसे जुड़ी खबरों से अवगत कराती हूं। मैंने पॉलिटिकल साइंस में ग्रेजुएशन करने के बाद माखनलाल यूनिवर्सिटी से मास्टर इन जर्नलिज्म किया है।