सुशान्त सिंह राजपूत को अहसास हो गया था कि एक दिन मैं अपनी फिल्म बनाऊंगा- डायरेक्टर मुकेश छाबड़ा

मुकेश छाबड़ा(Mukesh Chhabra) और सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) के लिए, फ़िल्म 'दिल बेचारा ' सिर्फ एक फिल्म नहीं है, यह वफादारी और दोस्ती का एक प्रमाण है।

मुकेश छाबड़ा(Mukesh Chhabra) और सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) के लिए, फ़िल्म ‘दिल बेचारा ‘ सिर्फ एक फिल्म नहीं है, यह वफादारी और दोस्ती का एक प्रमाण है। जहां मुकेश ने हीरो के रूप में सुशांत के करियर की शुरुआत की तो वहीं सुशान्त ने हीरो बनकर, पहली बार निर्देशक बन रहे मुकेश छाबड़ा के करियर का शुभारंग किया।

7 साल पहले ‘काय पो छे ‘ फ़िल्म के लिए कास्टिंग डायरेक्टर के तौर पर मुकेश छाबड़ा ने जहां 800 लोगो के ऑडिशन के बाद सुशांत की काबिलियत को पहचाना तो वही अपने इस दोस्त की पहली फ़िल्म में हीरो बनकर सुशान्त ने दोत्ती का फर्ज निभाया। मुकेश छाबड़ा ने कहा कि’ एक बार सुशांत ने मुझसे कहा था कि तुम्हारा दिल फ़िल्म बनाने में हैं, किसी दिन तुम खुद अपनी ही फिल्म का निर्देशन करोगे। सुशांत ने मुझसे वादा किया कि मैं जिस दिन फिल्म बनाऊंगा वो मेरे फ़िल्म में काम करेंगे।

मुकेश की फिल्म ‘दिल बेचारा’ रिलीज़ होने के लिए तैयार है, सुशान्त के बारे में याद कर वो कहते हैं कि, “मुझे पता था कि मैं अपनी पहली फिल्म बना रहा था और एक महान अभिनेता के अलावा मुझे किसी ऐसे व्यक्ति की ज़रूरत थी जो मुझे एक दोस्त के रूप में समझे, जो मेरे करीबी में से हो, कोई ऐसा व्यक्ति जो मेरे साथ खड़ा होगा, इस पूरी यात्रा के दौरान । मुझे याद है कि बहुत पहले सुशांत ने मुझसे वादा किया था कि जब भी मैं अपनी पहली फिल्म बनाऊंगा, तो वह इसमें मुख्य भूमिका निभाएंगे और उन्होंने अपना वादा निभाया। इसलिए जब मैंने उन्हें दिल बेचारा के लिए संपर्क किया, तो उन्होंने बिना स्क्रिप्ट पढ़े तुरंत हामी भर दी। हमारे पास हमेशा से एक मजबूत भावनात्मक संबंध था। ”

उन्होंने कहा, “वह हमेशा दृश्य को बेहतर बनाने में मेरी मदद करते थे। वह मेरे साथ पढ़ता था और अगर किसी भी समय उसे लगता है कि रचनात्मक रूप से दृश्य में सुधार किया जा सकता है,तो वह हमेशा मुझे बताते थे। हम साथ बैठते थे और स्क्रिप्ट पर विस्तार से चर्चा करते थे।

स्वर्गीय सुशांत सिंह राजपूत और संजना सांघी अभिनित फ़िल्म दिल बेचारा 24 जुलाई 2020 को डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर रिलीज़ होगी।

देखें हिंदीरश की ताज़ा वीडियो

Shikha Sharma :शिखा, इसका मतलब होता है पहाड़ की चोटी लेकिन, अपने काम में मैं चोटी से लेकर एड़ी तक ज़ोर लगा देती हूं! बॉलीवुड फ़िल्में और गानें मेरी रगों में हैं! किशोर कुमार से लेकर बादशाह तक, म्युज़िक मेरी ज़िन्दगी है!