फिल्म माय नेम इज रागा पर हुए विवाद पर बोले डायरेक्टर, बायोपिक नहीं एक व्यक्ति के संघर्ष की कहानी है ये

फिल्म माय नेम इज रागा के ट्रेलर में राहुल गांधी के पॉलिटिकल करियर को ज्यादा दिखाया गया है। इसमें वह मोदी सरकार पर निशाना साधते हैं। फिल्म में राहुल गांधी के ऑरिजनल भाषण को पढ़ा गया है।

फिल्म माय नाम इज रागा के एक सीन में राहुल गांधी और मनमोहन सिंह। (साभारः यूट्यूब)

बॉलीवुड में अब पॉलिटिकल लीडर बायोपिक फिल्मों का दौर चल रहा है। पहले ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ उसके बाद ‘पीएम मोदी’ और अब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के जीवन पर आधारित फिल्म ‘माय नेम इज रागा’। फिल्म का दो दिन पहले ट्रेलर लॉन्च हुआ है। इस ट्रेलर की शुरुआत में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के सीन से शुरू होती है। जिसका राहुल गांधी पर प्रभाव पड़ता है। फिर उनके पिता राजीव गांधी की हत्या उनको झकझोर देती है।

ट्रेलर में दिखाया गया है कि सोनिया गांधी कैसे कांग्रेस की कमान संभालती हैं और राहुल गांधी को जल्द से जल्द राजनीति में उतारना चाहती हैं। इसके लिए तात्कालिक प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह उन्हें राजनीति में आने के लिए मनाते हैं। लेकिन राजनीति में उनका सिक्का नहीं चलने पर उनकी आलोचना होती है और यहां से प्रियंका गांधी राजनीति में उनका हाथ पकड़ती हैं। दोनों साथ मिलकर काम मोदी सरकार पर निशाना साधते हैं।

राहुल गांधी के भाषण और बयान का इस्तेमाल

माय नाम इज रागा ट्रेलर के हिसाब से देखा जाए तो फिल्म के डायरेक्टर रुपेश पाल ने राहुल गांधी के राजनीतिक करियर पर ज्यादा फोकस किया है। चुनाव के दौरान उनके भाषणों और बयानों को भी फिल्माया गया है। हालांकि रुपेश पाल ने एक बयान में कहा कि फिल्म का मकसद न तो राहुल गांधी का महिमामंडन करना है और न ही उनका रहस्य हटाना है। यह एक ऐसे इंसान की कहानी है, जिसपर हास्यास्पद हमला किए गए और उसने किस तरह से शानदार वापसी की।

राहुल गांधी की बायोपिक नहीं

रुपेश पाल ने कहा कि जिसने भी निडरता से हार और विफलता का सामना किया है, वे खुद को इस कहानी से जोड़ सकता है। इस लिहाज से मैं इसे बायोपिक नहीं कहना चाहता। यह किसी भी व्यक्ति की एक कहानी है, जिसे विपत्तिपूर्ण जीवन पर जीत दर्ज करने के बाद रोकना नामुमिकन हो जाता है। फिल्म चुनावों के बीच अप्रैल में रिलीज हो सकती है।

यहां देखिए फिल्म माई नेम इज रागा का ट्रेलर…

यहां देखिए राहुल गांधी की तस्वीरें….

रत्नेश मिश्रा :बचपन से ही इंजीनियर बनने का सपना था. इसे पूरा करने के लिए इंजीनियरिंग की पढ़ाई की, लेकिन खबरों के प्रति ललक ने जर्नलिस्ट बना दिया. बीटेक के बाद जर्नलिज्म किया. उसके बाद अब पत्रकारिता में ही मन रम गया है.