नरगिस दत्त डेथ एनिवर्सरीः राज कपूर से रिश्ता टूटने के बाद डिप्रेशन में थी एक्ट्रेस, ऐसे हुई सुनील दत्त से शादी

बॉलीवुड की दिवंगत एक्ट्रेस नरगिस दत्त की आज पुण्यतिथि है। आज ही के दिन साल 1981 में नरगिस का निधन हुआ था। यहां हम आपको बताएंगे उनकी लाइफ से जुड़ी वो बातें जो आपको नहीं पता है।

पति सुनील दत्त के साथ नरगिस दत्त और राज कपूर। (फोटोः यूट्यूब स्टिल)

बॉलीवुड की दिवंगत एक्ट्रेस नरगिस दत्त की आज पुण्यतिथि है। आज ही के दिन साल 1981 में नरगिस का निधन हुआ था। उन्हें पैन्क्रीऐटिक कैंसर था। उनके निधन से बॉलीवुड से लेकर उनके फैंस को काफी दुख हुआ। नरगिस बॉलीवुड की टॉम ब्वॉय थीं। उन्होंने राज कपूर के साथ 1948 से लेकर 1959 तक कुल 15 फिल्में की। उस दौर में राज कपूर और नरगिस की जोड़ी काफी पॉपुलर थी। दोनों ने ‘आग’, ‘अंदाज’, ‘आह’, ‘चोरी-चोरी’, ‘अनाड़ी’ और ‘श्री 420’ जैसी कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया। दोनों की जोड़ी जितनी पर्दे पर हिट थी, उतना ही लोग रियल लाइफ में एक साथ देखना चाहते थे। दोनों के रिलेशनशिप को लेकर भी खबरें आईं। लेकिन राज कपूर शादीशुदा थे, जिसके नरगिस ने सुनील दत्त से शादी की। नरगिस भारतीय सिनेमा की सबसे महान एक्ट्रेस मानी जाती हैं। यहां हम आपको बताएंगे उनकी लाइफ से जुड़ी वो बातें और पहलू जो आपको नहीं पता।

क्या आप जानते हैं नरगिस का असली नाम? नहीं ना! हम बताते हैं उनका असली नाम फातिमा रशीद था। उनका जन्म कोलाकाता ( तब कलकत्ता) में 1 जून 1929 को हुआ। उनके पिता अब्दुल रशीद पंजाब प्रांत के रावलपिंडी (अब पाकिस्तान) से आकर यहां बसे और हिंदू धर्म बदलकर इस्लाम अपनाया। धर्म परिवर्तन से पहले उनके पिता का नाम मोहनचंद उत्तमचंद था। उनकी मां जद्दनबाई एक क्लासिकल सिंगर थी और कई भारतीय सिनेमा में उन्होंने गाने भी गाए थे।

राज कपूर ने शादी से मना किया तो डिप्रेशन में आईं नरगिस

नरगिस दत्त जब 6 साल की थी तब उन्होंने 1935 आई फिल्म ‘तालाश-ए-हक’ में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट काम किया। उन्होंने 14 साल की उम्र में बतौर लीड एक्ट्रेस महबूब खान की साल 1943 में आई फिल्म ‘तकदीर’ से डेब्यू किया। इसके बाद वह लगभग 5-6 साल फिल्मों से दूर रहीं और साल 1949 में उन्होंने राज कपूर के साथ फिल्म ‘बरसात’ की, जोकि सुपरहिट साबित हुई। इस फिल्म का एक रोमेंटिक सीन ‘राजकपूर फिल्म’ का लोगो बना। इस सीन में राज कपूर ने झुक कर नरगिस की कमर पकड़ी हुई है, नरगिस भी झुकी हुई हैं। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। इस दौरान राज कपूर और नरगिस दत्त एक-दूसरे को डेट भी करने लगे। नरगिस को राज कपूर से प्यार करती थीं। लेकिन राज कपूर पहले से शादीशुदा थे। जब नरगिस ने राज कपूर से पहली पत्नी को तलाक देने के लिए कहा तो राज कपूर ने मना कर दिया। किश्वर देसाई की किताब ‘डार्लिंगजीः द ट्रू लव स्टोरी ऑफ नरगिस एंड सुनील दत्त’ के मुताबिक, राज कपूर के इस जबाव से नरगिस काफी डिप्रेशन में रही और राज कपूर से दूरी बना ली। उनके मन में कई बार आत्महत्या करने का भी खयाल आया। साल 1957 में उन्होंने महबूब की फिल्म मदर इंडिया में सुनील दत्त के साथ काम किया।

मदर इंडिया के लिए मिला था नेशनल अवार्ड

नरगिस ने फिल्म ‘मदर इंडिया’ में 28 साल की उम्र में ही एक बूढ़ी महिला का किरदार निभाया। इस फिल्म में सुनील दत्त और राजेंद्र कुमार उनके बेटे के किरदार में थे। इस फिल्म की एक्टिंग के लिए नरगिस को फिल्मफेयर बेस्ट एक्ट्रेस का अवार्ड मिला। इतना ही नहीं फिल्म को ऑस्कर के लिए भी नॉमिनेटेड किया। लेकिन फिल्म ऑस्कर अवार्ड हासिल करने में नाकामयाब साबित हुई। इसे फिल्म ‘नाइट्स ऑफ कैबिरिया’ से हारना पड़ा। आपको जानकार हैरानी होगी कि ‘मदर इंडिया’ मात्र एक वोट से हारी। एकेडमी अवार्ड ने 1956 तक ‘बेस्ट फोरन लैंग्वेज फिल्म’ कैटेगरी को नहीं बनाया था। कैटेगरी बनने के बाद भारत की तरफ से 1957 में आई फिल्म ‘मदर इंडिया’ को इंग्लिश सब टाइटल के साथ ऑस्कर अवार्ड के लिए भेजा गया था।

सुनील दत्त से ऐसे हुई शादी

फिल्म ‘मदर इंडिया’ की शूटिंग के दौरान फिल्म के सेट पर आग लग गई, जिसके बीच नरगिस फंस गई थीं, तब उन्हें सुनील दत्त ने अपनी जान पर खेल कर बचाया। सुनील दत्त के इस निडर अंदाज से नरगिस काफी प्रभावित हुई और फिल्म रिलीज होने के एक साल बाद 11 मार्च 1958 को दोनों ने शादी कर ली। इसके बाद उन्होंने फिल्मों से पूरी तरह से दूरी बना ली। नरगिस ने तीन बच्चों को जन्म दिया। संजय दत्त, नम्रता दत्त और प्रिया दत्त। इसके बाद वह बच्चों की देखभाल और पालन पोषण में लग गईं।

पैन्क्रीऐटिक कैंसर से हुआ निधन

साल 1980 में उन्हें कांग्रेस सरकार ने राज्यसभा के लिए नॉमिनेट किया। वह बॉलीवुड से पहली महिला एक्ट्रेस थीं, जिन्हें संसद भेजा गया। इस दौरान उनको पैन्क्रीऐटिक कैंसर का पता चला। जिसके बाद उनका कई देश और विदेश भी ईलाज चला। कीमोथेरेपी के दौरान वह कोमा में चली गई। यहां तक कि उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर भी रखा गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।  नरगिस की याद में 1982 में नरगिस दत्त मेमोरियल कैंसर फाउंडेशन बना। उनके निधन के वक्त बेटे संजय दत्त की फिल्म रॉकी रिलीज होने वाली थी। उनकी दिली इच्छा थी कि वह बेटे की फिल्म देखेंगी। इसके लिए सुनील दत्त ने खास इंतेजाम भी किए थे, लेकिन वह कभी अपने बेटे संजय दत्त की फिल्म न देख सकीं और दुनिया को अलविदा कह दिया।

यहां देखिए नरगिस दत्त के बेटे संजय दत्त और बेटी प्रिया दत्त चुनाव प्रचार करते हुए… 

रमेश कुमार :जाकिर हुसैन कॉलेज (डीयू) से बीए (हॉनर्स) पॉलिटिकल साइंस में डिग्री लेने के बाद रामजस कॉलेज में दाखिला लिया और डिपार्टमेंट ऑफ पॉलिटकल साइंस में पढ़ाई की। इसके बाद आईआईएमसी दिल्ली।