उर्दू लेखक सआदत हसन मंटो के जीवन पर बनी फिल्म ‘मंटो’ (Manto) को पाकिस्तान में बैन कर दिया गया है। इस फिल्म में नवाजुद्दीन सिद्दीकी (Nawazuddin Siddiqui) ने मंटो का किरदार निभाया है। पड़ोसी मुल्क में फिल्म के बैन होने से डायरेक्टर नंदिता दास (Nandita Das) ने निराशा जाहिर की। वहीं पाकिस्तानी एक्टर्स ने इमरान सरकार से फिल्म को देश में रिलीज करने की मांग की है। जिसके बाद पाकिस्तान के मंत्री फवाद चौधरी ने नंदिता दास (Nandita Das) को फिल्म रिलीज का भरोसा दिलाया है।
पाकिस्तान में ‘मंटो’ (Manto) के बैन होने पर नंदिता दास (Nandita Das) ने ट्वीट किया था, ‘निराश हूं कि ‘मंटो’ पाकिस्तान के सिनेमाघरों में रिलीज नहीं हो रही है। मैं फिल्म रिलीज को लेकर उत्साहित थी क्योंकि मंटो दोनों देशों के थे।’ नंदिता ने न्यूज वेबसाइट के लिए लिखे अपने लेख में लिखा था, ‘मुझे अभी खबर मिली है कि ‘मंटो’ को पाकिस्तान के सेंसर बोर्ड ने पास नहीं किया। इसके पीछे वजह बताई गई कि फिल्म की कहानी विभाजन के विरोध में थी और इसमें आपत्तिजनक दृश्य थे, जो पाकिस्तानी समाज के नियमों के उलट हैं।’
पाकिस्तानी कलाकारों ने इमरान सरकार से की अपील
मामले के तूल पकड़ने के बाद भारत ही नहीं बल्कि पाकिस्तानी कलाकारों ने भी इमरान सरकार से फिल्म पर से बैन हटाने की अपील की। पाकिस्तानी एक्टर अली जफर ने पाकिस्तान के सूचना एवं प्रसारण मंत्री फवाद चौधरी को टैग करते हुए ट्वीट किया, ‘मैंने ‘मंटो’ फिल्म नेटफ्लिक्स पर देखी। मैं नंदिता दास के निर्देशन और नवाजुद्दीन सिद्दीकी की एक्टिंग से खासा प्रभावित हूं। इस पीढ़ी को जरूर जानना चाहिए कि मंटो कौन थे। मैं आशा करता हूं कि यह फिल्म यहां (पाकिस्तान) भी रिलीज हो।’
PAK में फिल्म रिलीज की मांग को लेकर चलाई जा रही ऑनलाइन पिटीशन
फिल्म रिलीज की मांग को लेकर पड़ोसी मुल्क में एक ऑनलाइन पिटीशन भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। ऑनलाइन याचिका में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से फिल्म की स्क्रीनिंग से प्रतिबंध हटाने की अपील की गई है। सरकार का विरोध बढ़ता देख मंत्री फवाद चौधरी ने ट्वीट कर कहा, ‘मैं इस फिल्म को पाकिस्तान लाने के लिए आयातकों से बात करने की कोशिश कर रहा हूं। मुझे उम्मीद है कि कोई न कोई आयातक एक कम व्यावसायिक फिल्म को दर्शकों को दिखाने का जोखिम जरूर लेगा।’ नंदिता ने ट्वीट में उन्हें ‘शुक्रिया’ लिखकर धन्यवाद कहा।
समाज को बेपर्दा करती थी सआदत हसन मंटो की कलम
गौरतलब है कि यह फिल्म कहानीकार सआदत हसन मंटो की जिंदगी के विभिन्न पहलुओं को दिखाती है। मंटो ने बंटवारे के दौरान पाकिस्तान को अपना घर चुना था। उनकी कलम समाज की उस कड़वी हकीकत को शब्दों में बयां करती थी जिसे हर वर्ग अनदेखा करने की कोशिश करता था। दुनियाभर के दर्शकों और फिल्म समीक्षकों ने इस फिल्म की तारीफ की थी। भारत में यह फिल्म इसी साल सितंबर में रिलीज हुई थी।
देखिए ‘मंटो’ का ट्रेलर…
देखिए एक्टर-फिल्ममेकर नंदिता दास की तस्वीरें…