Nirbhaya Rape Case Timeline: 7 साल, 3 महीने और 3 दिन बाद देश की बेटी को न्याय मिल गया। निर्भया के चारों दोषियों को तिहाड़ जेल के फांसी घर में शुक्रवार सुबह ठीक 5.30 बजे फांसी दी गई। इन चारों को दोषियों विनय, अक्षय, मुकेश और पवन गुप्ता को एक साथ फांसी के फंदे पर लटकाया गया। इसके बाद अब इन चारों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। वहीं इन दोषियों के परिवार वालों ने शवों पर कोई दावा नहीं किया है। देश की बेटी को 7 साल बाद इंसाफ हासिल हुआ। एक माँ की मेहनत रंग लाई। देश की जनता का समर्थन काम आया है।
आखिरकार सात साल बाद निर्भया (Nirbhaya) को इंसाफ मिल गया। निर्भया मामले में चारों आरोपी अक्षय, मुकेश, विनय और पवन को शुक्रवार सुबह ठीक 5.30 बजे फांसी दी गई। लेकिन इन चारों आरोपी को सजा सुनाने के लिए साथ साल क्यों लगा ? इस केस पर बहुत कुछ कहा सुना हुआ था तो चलिए आज इस रिपोर्ट के बीते सात सालों की पूरी दास्तान बताते हैं:
16 दिसंबर 2012: दिल्ली के वसंत विहार इलाके में रात के साढ़े 9 बजे एक चार्टर्ड बस में युवती के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया। उसके साथ मौजूद दोस्त को भी बुरी तरह से पीटा गया। उसी रात युवती को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती किया गया।
17 दिसंबर 2012: पुलिस में मामला दर्ज होने के बाद गैंगरेप के मुख्य आरोपी राम सिंह को हिरासत में लिया गया।
18 दिसंबर 2012: घटना की खबर फैलते ही वसंत विहार थाने के बाहर लोगों ने प्रदर्शन करना शुरु कर दिया। पीड़िता की हालत बिगड़ने पर दो सर्जरी की गई। वहीं पुलिस ने राम सिंह को कोर्ट में पेश कर उसे 5 दिन के लिए रिमांड होम में रखा।
19 दिसंबर 2012: गैंगरेप के बाकी पाचों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
20 दिसंबर 2012: जंतर-मंतर और इंडिया गेट पर लोगों का प्रदर्शन
21 दिसंबर 2012: दिल्ली हाईकोर्ट में पुलिस ने रिपोर्ट दाखिल की
22 दिसंबर 2012: अस्पताल में एसडीएम ने निर्भया का बयान दर्ज किया
23 दिसंबर 2012: इंडिया गेट पर प्रदर्शनकारियों पर पुलिस का लाठीचार्ज
26 दिसंबर 2012: सफदरजंग अस्पताल में भर्ती निर्भया की हालत बिगड़ी
27 दिसंबर 2012: एयर एंबुलेंस से सिंगापुर के एलिजाबेथ अस्पताल लाया गया
29 दिसंबर 2012: सिंगापुर के अस्पताल में निर्भया की मौत
31 दिसंबर 2012: जंतर-मंतर पर युवाओं का विरोध प्रदर्शन
3 जनवरी 2013: साकेत कोर्ट में 5 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट
11 मार्च 2013: तिहाड़ जेल में मुख्य आरोपी राम सिंह ने खुदकुशी की
10 सितंबर 2013: साकेत कोर्ट ने 4 दोषियों को फांसी की सज़ा सुनाई
13 मार्च 2014: दिल्ली HC ने 4 दोषियों की फांसी की सजा बरकरार रखी
15 मार्च 2014: दोषियों ने फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील की
20 दिसंबर 2015: नाबालिग दोषी बाल सुधार गृह से रिहा। निर्भया के माता-पिता ने इंडिया गेट पर निकाला मार्च
निर्भया गैंगरेप केस: 7 साल 3 महीने बाद मिला देश की बेटी को न्याय, दोषियों को एक साथ दी गई फांसी
27 मार्च 2016: सुप्रीम कोर्ट ने दोषियों की याचिका पर फैसला सुरक्षित रखा।
5 मई 2017: सुप्रीम कोर्ट ने इस केस को सदमे की सुनामी बताते हुए इन चारों दोषियों की मौत की सजा को बरकरार रखा
9 नवंबर 2017: एक दोषी मुकेश ने सुप्रीम कोर्ट में फांसी की सजा बरकरार रखने के फैसले पर पुनर्विचार याचिका दायर की
9 जुलाई 2018: निर्भया गैंगरेप केस में सुप्रीम कोर्ट ने पुनर्विचार याचिका पर फैसला सुनाया। दोषियों की रिव्यू पिटिशन को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया है। कोर्ट के इस आदेश के बाद अब दोषियों को दी गई फांसी की सजा कायम रहेगी।
13 दिसंबर 2018: निर्भया के माता-पिता ने पटियाला हाउस कोर्ट का रुख किया।
29 अक्टूबर 2019: तिहाड़ जेल ने निर्भया के बलात्कार और हत्या के दोषियों को दया याचिका दायर करने का समय दिया।
8 नवंबर 2019: विनय शर्मा ने दिल्ली सरकार से दया मांगी
29 नवंबर 2019: दिल्ली सरकार के गृह विभाग ने विनय शर्मा की याचिका को मुख्य सचिव के पास भेज दिया
30 नवंबर 2019: मुख्य सचिव ने विनय शर्मा की याचिका को खारिज कर दिया और फाइल गृह मंत्री सत्येंद्र जैन के पास भेज दी
1 दिसंबर 2019: जैन ने इसे अस्वीकार कर दिया और एलजी के कार्यालय में भेज दिया
2 दिसंबर 2019: एलजी ने विनय की दया याचिका खारिज कर दी और दिल्ली सरकार के फैसलों को मंजूरी दे दी।
10 दिसंबर 2019: अक्षय ने सर्वोच्च न्यायालय में एक समीक्षा याचिका दायर की।
17 दिसंबर 2019: CJI ने पुनर्विचार याचिका पर सुनवाई की।
18 दिसंबर 2019: SC ने पुनर्विचार याचिका खारिज कर दी। इसके साथ ही दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने भी डेथ वारंट पर सुनवाई को 7 जनवरी तक के लिए टाल दिया।
20 मार्च 2020: और इस तारीख को देश की बेटी को इंसाफ मिल गया। निर्भया की माँ आशा देवी ने आज की तारीख को निर्भया दिवस के रूप में मनाने की बात कही है।
Delhi: Asha Devi, mother of 2012 Delhi gang-rape victim show victory sign after Supreme Court's dismissal of death row convict Pawan Gupta's plea seeking stay on execution. pic.twitter.com/FPDy0hgisv
— ANI (@ANI) March 19, 2020