29 मार्च को रिलीज हो रही फिल्म नोटबुक, जम्मू-कश्मीर में बनी ये 10 फिल्में भी जीत चुकी हैं दर्शकों का दिल

जहीर इकबाल और प्रनूतन बहल की फिल्म 'नोटबुक' 29 मार्च को रिलीज हो रही है। 'नोटबुक' ही नहीं बल्कि इन 9 फिल्मों की शूटिंग भी जम्मू-कश्मीर की खूबसूरत वादियों में हुई है।

'नोटबुक' फिल्म 29 मार्च को रिलीज हो रही है। (फोटो- इंस्टाग्राम)

जम्मू-कश्मीर, भारत के उत्तर में स्थित पहाड़ियों से घिरा एक खूबसूरत राज्य है। चिनाव, झेलम और सिंधु नदी राज्य की सुंदरता में चार चांद लगाती हैं। कश्मीर की खूबसूरती का बखान शायद अल्फाजों या लिखावट में करना मुमकिन नहीं। इसे महसूस करने के लिए इस राज्य को करीब से देखना बेहद जरूरी है। वैसे तो दुनिया में 200 से ज्यादा देश हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि कश्मीर को ही ‘धरती का स्वर्ग’ क्यों कहा जाता है। जाहिर सी बात है कि जिस स्वर्ग की कल्पना मात्र करने से सुखद अहसास होता है, उसे धरती पर अपनी आंखों से देखना कल्पना से परे हकीकत ही माना जाएगा।

इस राज्य को हर दशा में जिस चीज ने अपंग बनाने का काम किया है वो है आतंकवाद। आतंकवाद ने राज्य की सामाजिक, आर्थिक स्थिति पर इस कदर घाव किया है कि अब यह किसी नासूर से कम नहीं है। राज्य के बेरोजगार युवा अगर किसी व्यवसाय से जुड़ना भी चाहते हैं तो आतंक का काला साया उन्हें डराता है, धमकाता है और उन्हें उनके हालातों पर जस का तस छोड़ देता है। उरी में भारतीय सेना के कैंप पर हुआ आतंकी हमला, पुलवामा में हुआ आतंकी हमला और पत्थरबाजी की घटनाएं घाटी के दर्द को चीख-चीखकर बयां करती हैं। इस दर्द को कई बार बॉलीवुड फिल्मों के जरिए बयां किया गया है।

फिल्म इंडस्ट्री के तमाम दिग्गजों ने जम्मू-कश्मीर के हालातों पर कई फिल्में बनाई हैं। वॉर फिल्मों में कश्मीर का बेबस चेहरा दिखाया गया है। वहां की संस्कृति, सभ्यता और खूबसूरती को रुपहले पर्दे पर दिखलाया गया है। कश्मीर को देश के बाकी हिस्से से जोड़ने के लिए कई फिल्मों की शूटिंग भी वहां की गई है। हालांकि तमाम एहतियात के मद्देनजर फिल्ममेकर्स घाटी में फिल्में बनाने का रिस्क अब कम ही लेते हैं। बहरहाल ‘हिंदीरश.कॉम’ आपके लिए लाया है उन 10 बॉलीवुड फिल्मों की डिटेल, जिन्हें खूबसूरत वादियों में फिल्माया गया है…

1- नोटबुक (2019)

जहीर इकबाल और प्रनूतन बहल की फिल्म ‘नोटबुक’ 29 मार्च को रिलीज हो रही है। इस फिल्म से दोनों कलाकार बॉलीवुड में डेब्यू कर रहे हैं। फिल्म की काफी शूटिंग कश्मीर में की गई है। फिल्म का ट्रेलर आपको घाटी और झेलम नदी की खूबसूरती से वाकिफ करवाता है। दो अनजान लोग जिन्होंने एक दूसरे को कभी देखा ही नहीं है, उनकी लवस्टोरी पर आधारित इस फिल्म को आतंकवाद सरीखे मुद्दे से दूर रखा गया है। हालांकि ट्रेलर के एक सीन में भारतीय सेना के जवान को बंदूक लिए और हैंड ग्रेनेड फटने जैसी घटना को दिखाया गया है।

2- लैला मजनू (2018)

पिछले साल सितंबर में रिलीज हुई फिल्म ‘लैला मजनू’ में कैस (अविनाश तिवारी) और लैला (तृप्ति डिमरी) की प्रेम कहानी दिखाई गई थी। इम्तियाज अली ने इस फिल्म की कहानी लिखी थी और इम्तियाज और एकता कपूर इस फिल्म के प्रोड्यूसर थे। जम्मू-कश्मीर की पहाड़ियों, सूबे के खास इलाकों में फिल्म की शूटिंग की गई थी। बर्फीले पहाड़, सड़कें और खूबसूरत लकड़ी से बने घर इस फिल्म के ज्यादातर शॉट्स में चार चांद लगा रहे थे। इम्तियाज अली ने एक बार कहा था कि उनकी कोशिश रहती है कि वह अपनी हर फिल्म में घाटी को जरूर दिखलाए।

3- फितूर (2016)

12 फरवरी, 2016 को रिलीज हुई ‘फितूर’ फिल्म में सिद्धार्थ रॉय कपूर, कैटरीना कैफ, तब्बू, अदिति राव हैदरी और राहुल भट्ट मुख्य किरदारों में थे। यह फिल्म जम्मू-कश्मीर की पृष्ठभूमि पर आधारित थी। अभिषेक कपूर ने इसका निर्देशन किया था। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि इस फिल्म की कहानी घाटी के बगैर अधूरी थी। अगर वह यह फिल्म यहां नहीं फिल्माते तो वह इसका निर्देशन नहीं करते। इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर ठीक-ठाक बिजनेस किया था।

4- हैदर (2014)

‘हैदर’ फिल्म जम्मू-कश्मीर की पृष्ठभूमि पर ही आधारित थी। शाहिद कपूर, श्रद्धा कपूर, तब्बू, के.के. मेनन, नरेंद्र झा और कुलभूषण खरबंदा फिल्म में मुख्य किरदारों में थे। यह फिल्म विलियम शेक्सपियर के नाटक ‘हैमलेट’ पर आधारित थी। विशाल भारद्वाज इस फिल्म के निर्देशक थे। जम्मू-कश्मीर में ही फिल्म की अधिकांश शूटिंग की गई थी। इस फिल्म में बदला, राजनीति, रोमांस और घाटी में पनप रहे आतंकवाद के हर हिस्से को बखूबी फिल्माया गया था। पिछले साल भी यह फिल्म सुर्खियों में थी। दरअसल इस फिल्म में काम कर चुका थिएटर आर्टिस्ट साकिब बिलाल आतंक की राह पर चल पड़ा था। वह अगस्त से गायब चल रहा था। 9 दिसंबर, 2018 को वह सेना के साथ हुए एनकाउंटर में मारा गया।

5- जब तक है जान (2012)

शाहरुख खान, कैटरीना कैफ और अनुष्का शर्मा की फिल्म ‘जब तक है जान’ साल 2012 में रिलीज हुई थी। यश चोपड़ा के निर्देशन में बनी यह उनकी आखिरी फिल्म थी। फिल्म में शाहरुख खान भारतीय सेना में मेजर समर आनंद की भूमिका में थे जो कश्मीर में तैनात थे। फिल्म के कई दृश्यों में कश्मीर की खूबसूरती और संस्कृति की झलकियां दिखलाई गई थीं। यश चोपड़ा को जम्मू-कश्मीर काफी पसंद था। वह अपनी कई फिल्मों की शूटिंग वहां कर चुके थे। कहा जाता है कि यश चोपड़ा अपनी हर फिल्म में घाटी से जुड़ा कोई न कोई सीन जरूर रखते थे।

6- रॉकस्टार (2011)

इम्तियाज अली के निर्देशन में बनी फिल्म ‘रॉकस्टार’ उनकी बेहतरीन फिल्मों में से एक है। इस फिल्म में आतंकवाद तो नहीं, लेकिन रणबीर कपूर और नरगिस फाखरी के बीच बेशुमार प्यार और उनकी दूरी के अहसास को सूबे की वादियों के बीच दिखलाया गया था। शानदार लोकेशंस, बेहतरीन संवाद, पटकथा और जबरदस्त कहानी के कॉम्बिनेशन वाली यह फिल्म उस साल की सुपरहिट फिल्मों में से एक थी। कश्मीर के साथ-साथ इस फिल्म की शूटिंग दिल्ली और प्राग में भी हुई थी। इस फिल्म में रणबीर कपूर को उनके दमदार अभिनय के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड्स द्वारा बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड भी दिया गया था।

7- मौसम (2011)

शाहिद कपूर ने फिल्म ‘मौसम’ में भारतीय वायुसेना के पायलट हैरी का किरदार निभाया था। उसे कश्मीरी लड़की आयत (सोनम कपूर) से प्यार हो जाता है। आतंकवादी आयत के माता-पिता की हत्या कर देते हैं। इस फिल्म की कहानी को 1992 से 2002 के 10 साल की अवधि में दिखाया गया था। इस दौरान हुए बाबरी मस्जिद विध्वंस, मुंबई सीरियल ब्लास्ट, मुंबई दंगे, कारगिल वॉर और गोधरा कांड की झलकियां भी फिल्म में देखने को मिली थीं। शाहिद के पापा पंकज कपूर ने इस फिल्म का निर्देशन किया था। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर ठीक-ठाक बिजनेस किया था।

8- फना (2006)

साल 2006 में रिलीज हुई आमिर खान और काजोल की लवस्टोरी फिल्म ‘फना’ ने 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का कारोबार किया था। इस फिल्म में ऋषि कपूर, किरण खेर और तब्बू भी मुख्य किरदारों में थे। काजोल ने जूनी अली बेग नामक अंधी कश्मीरी लड़की का किरदार निभाया था। वह एक कार्यक्रम के लिए अपनी सहेलियों संग दिल्ली जाती है, जहां उसकी मुलाकात टूर गाइड रेहान खान (आमिर खान) से होती है और उनके बीच प्यार हो जाता है। रेहान आतंकवादी होता है। इस फिल्म की ज्यादातर शूटिंग कश्मीर और दिल्ली में हुई थी। कुणाल कोहली ने इस फिल्म का निर्देशन किया था। आज भी इसके गाने काफी लोकप्रिय हैं।

9- यहां (2005)

जिमी शेरगिल, मिनीषा लांबा, निमरत कौर, मुकेश तिवारी और यशपाल शर्मा ‘यहां’ फिल्म में मुख्य भूमिका में थे। फिल्म में जिमी शेरगिल फौजी के रोल में थे और मिनीषा लांबा ने कश्मीरी लड़की का किरदार निभाया था। उनके बीच प्रेम और आतंकवाद की नींव पर गढ़ी गई इस फिल्म की कहानी को समीक्षकों द्वारा काफी सराहा गया था। शूजित सरकार ने इस फिल्म का निर्देशन किया था। फिल्म की कहानी को असल दिखाने के लिए कश्मीर की रियल लोकेशंस पर इसकी काफी ज्यादा शूटिंग की गई थी।

10- मिशन कश्मीर (2000)

‘मिशन कश्मीर’ फिल्म में ऋतिक रोशन, संजय दत्त, प्रीति जिंटा, सोनाली कुलकर्णी और जैकी श्रॉफ मुख्य किरदारों में थे। फिल्म के टाइटल से साफ हो रहा कि यह फिल्म कश्मीर की पृष्ठभूमि पर आधारित रही होगी। घाटी में आतंकवाद की जद में घिरे मासूम अल्ताफ (ऋतिक रोशन) के बदले की कहानी है यह फिल्म। एक एनकाउंटर में अल्ताफ के माता-पिता की हत्या हो जाती है। पुलिस अफसर का किरदार निभा रहे संजय दत्त उसे गोद ले लेते हैं। अल्ताफ को जब पता चलता है कि उसे जिस शख्स ने गोद लिया है, वही शख्स उसके मां-बाप की हत्या के लिए जिम्मेदार है। जिसके बाद वह घर से भाग जाता है और फिर शुरू होती है अल्ताफ के बदला लेने की कहानी। इस फिल्म ने औसत से अच्छा कारोबार किया था।

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राहुल सिंह :उत्तराखंड के छोटे से शहर हल्द्वानी से ताल्लुक रखता हूं। वैसे लिखने को बहुत कुछ है अपने बारे में, लेकिन यहां शब्दों की सीमा तय है। पत्रकारिता का छात्र रहा हूं। सीख रहा हूं और हमेशा सीखता रहूंगा।