ऑस्कर विजेता विलियम गोल्डमैन का निधन, शोक में डूबा हॉलीवुड, यूं दी गई श्रद्धांजलि

ऑस्कर विजेता विलियम गोल्डमैन (William Goldman) ने 87 की उम्र में अंतिम सांस ली है। विलियम गोल्डमैन कैंसर और निमोनिया की बीमारी से ग्रस्त थे।

हॉलीवुड ने अपने प्रसिद्ध स्क्रीप्ट राइटर को खो दिया है। ऑस्कर विजेता विलियम गोल्डमैन (William Goldman) ने 87 की उम्र में अंतिम सांस ली है। विलियम गोल्डमैन कैंसर और निमोनिया की बीमारी से ग्रस्त थे। इसी बीच उन्होंने शुक्रवार को न्यूयॉर्क में अंतिम सांस ली। विलियम गोल्डमैन की बेटी जेनी ने इनके निधन की खबर मीडिया को दी। खबर आते ही हॉलीवुड से लेकर बॉलीवुड तक शोक में डूब गया। देश-विदेश के कलाकारों ने महान लेखक को श्रद्धांजलि दी है। 1970 के दशक में इनके स्क्रीनप्ले राइटिंग के कारण दो ऑस्कर मिला था। इसके बाद विलियम गोल्डमैन ने 1970 के दशक में अमेरिकन फिल्म जगत में क्रांति ला दी थी।

न्यूज एजेंसी आईएएनएस की जानकारी के मुताबिक, ऑस्कर विजेता पटकथा लेखक विलियम गोल्डमैन नहीं रहें। ‘बुच कैसिडी एंड द सनडांस किड’ और ‘ऑल द प्रेसिडेंट्स मे ‘ जैसी फिल्मों के लिए पहचाने जाने वाले ऑस्कर-विजेता पटकथा लेखक विलियम गोल्डमैन ने दुनिया को अलविदा कह दिया। वह उपन्यासकार भी थे और उन्होंने मैराथन मैन (1976) मैजिक (1978) और सर्वाधिक पसंद की गई द प्रिंसेस ब्राइड (1987) की पटकथा लिखी थी।

इनके निधन के कारण परिवार सदमे में हैं। इनको श्रद्धांजलि देने के लिए हॉलीवुड के एक्टर गए। इनके गम में सभी की आंखे नम देखी गईं। वैसे इन्होंने अमेरिकन फिल्म को मुकाम पर पहुंचाने का काम किया। इनके कामों को लेकर पूरा हॉलीवुड याद कर रहा है। इनकी शादीशुदा जिंदगी खुशहाल नहीं कटी थी। शादी के कुछ साल बाद ही तलाक दे दिया था।

जानिए इनकी खास बातें
-विलियम गोल्डमैन का जन्म जेविस फैमिली में 1931 को जन्म लिए थे।
-1957 में इनका पहला उपन्यास ‘द टैंपल ऑफ गॉड’ प्रकाशित हुआ था।
-1960 तक अमेरिकन फिल्मी दुनिया में आ गए थे।
-1970 और 1977 में दो ऑस्कर मिला।
-कोलंबिया यूनिवर्सिटी से 1956 में इन्होंने उच्च शिक्षा (MA) हासिल की थी।
-1961 में इलेन जोनस से शादी किए फिर 1991 में तलाक हो गया।
-इनकी दो बेटियां हैं।

हॉलीवुड यूं दिया श्रद्धांजलि

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रवि गुप्ता :पत्रकार, परिंदा ही तो है. जैसे मैं जन्मजात बिहारी, लेकिन घाट-घाट ठिकाने बनाते रहता हूं. साहित्य-मनोरंजन के सागर में गोते लगाना, खबर लिखना दिली तमन्ना है जो अब मेरी रोजी रोटी है. राजनीति तो रग-रग में है.