हमारी इंडस्ट्री को बदनाम किया जा रहा हैं, माफ कर दो हमें- डायरेक्टर विशाल भारद्वाज

हाल ही में स्क्रीन राइटर एसोसिएशन के प्रेस कॉन्फ्रेंस में अतिथि बनकर आये डायरेक्टर, प्रोड्यूसर, सिंगर,म्यूजिक डायरेक्टर और राइटर विशाल भारद्वाज (Vishal Bhardwaj) से जब पूछा गया कि आजकल फ़िल्म इंडस्ट्री में जो टॉक्सिक कल्चर हैं, जो जहरीला मौहाल हैं काम करने के लिए , उसपर क्या बोलना चाहेंगे! तो इसपर विशाल जी ने कहा ' ये लोगो की बनाई हुई बकवास हैं!

फिल्मी दुनिया, एक ऐसी खूबसूरत नगरी , जिसकी चकाचौंध हर किसी को अपना दीवाना बना देती हैं, ये एक ऐसी मायानगरी हैं जिसके अंदर जाकर लोग कभी इससे बाहर नही आना चाहते। अच्छी हो या बुरी , हैं तो ये फ़िल्म इंडस्ट्री अपनी सी। पर आजकल के माहौल ने लोगो के मनोबल को तोड़कर रख दिया हैं कि क्या इस फिल्मी दुनिया मे बाहरी वालो को प्यार नही ? क्या यहां महिलाएं अपने काम को लेकर सुरक्षित नही और क्या यहां नशीली मादक पदार्थो का सेवन आपकी योग्यता को दर्शाता हैं।फिल्म इंडस्ट्री आज इल्ज़ामों के कटघरे में हैं।

और इसी पर हाल ही में स्क्रीन राइटर एसोसिएशन के प्रेस कॉन्फ्रेंस में अतिथि बनकर आये डायरेक्टर, प्रोड्यूसर, सिंगर,म्यूजिक डायरेक्टर और राइटर विशाल भारद्वाज (Vishal Bhardwaj) से जब पूछा गया कि आजकल फ़िल्म इंडस्ट्री में जो टॉक्सिक कल्चर हैं, जो जहरीला मौहाल हैं काम करने के लिए , उसपर क्या बोलना चाहेंगे! तो इसपर विशाल जी ने कहा ‘ ये लोगो की बनाई हुई बकवास हैं ,आजकल जो खास चल रही हैं।हमारी इंडस्ट्री बहुत ही खूबसूरत हैं जहाँ पर आपस मे बहुत प्यार हैं। जब किसी फ़िल्म की शूटिंग खत्म होती हैं तब पूरी यूनिट को एक दूसरे से बिछड़ने का बहुत दुख होता हैं। मुझे यहां कभी बाहरी पन का अहसास नही हुआ ।मुझे इस इंडस्ट्री ने बहुत प्यार दिया हैं” ।

इतना ही नही विशाल जी आगे कहते हैं कि ” ये इंडस्ट्री ऐसी हैं जहा आप रातो रात स्टार बन सकते हैं और जोकर बन सकते हैं। अगर आप मे टैलेंट हैं तो आपकी लॉटरी लगने से कोई नही रोक सकता चाहे वो फिल्मी खानदान से हैं या नॉन फिल्मी खानदान से हो। हमारी इंडस्ट्री में बहुत भावनात्मक प्यार हैं। तो कृपा करके हमे माफ कर दीजिए हमे छोड़ दीजिये अपने हाल पर हम बहुत अच्छे हैं। यहाँ पर कोई टॉक्सिक कल्चर नही हैं बल्कि हम सब एक परिवार हैं।”

देखें हिंदीरश की ताज़ा वीडियो

Shikha Sharma :शिखा, इसका मतलब होता है पहाड़ की चोटी लेकिन, अपने काम में मैं चोटी से लेकर एड़ी तक ज़ोर लगा देती हूं! बॉलीवुड फ़िल्में और गानें मेरी रगों में हैं! किशोर कुमार से लेकर बादशाह तक, म्युज़िक मेरी ज़िन्दगी है!